फ्लिपकार्ट पर ऑनलाइन सल्फास जहर बेचने का मामला, गाजियाबाद पुलिस ने शुरू की जांच, ऑनलाइन मंगाया था मौत का पार्सल!

Ghaziabad to take action against flipkart for selling celphos poison online

CrimeTak

26 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)

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Online Poison Flipkart Celphos News : ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट पर प्रतिबंधित सल्फास जहर को ऑनलाइन बेचा जा रहा है. इस ख़बर को ऑनलाइन बेचे जाने और गाजियाबाद के एक युवक द्वारा इसे खरीदकर आत्महत्या करने के मामले को सबसे पहले CRIME TAK ने प्रमुखता से उठाया था. इस ख़बर के बाद अब गाजियाबाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

इस पर गाजियाबाद के एएसपी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रतिबंधित सल्फास को ऑनलाइन बेचना गैरकानूनी है. लिहाजा, परिवार की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. पूरी रिपोर्ट के बाद संबंधित धाराओं में जल्दी एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

इस मामले को क्राइम तक ने प्रमुखता से 25 सितंबर को पब्लिश किया था. दरअसल, सल्फास को किसी भी दुकान या ऑनलाइन स्टोर पर नहीं बेचा जा सकता है. सल्फास को सिर्फ कृषि कार्य हेतु ही बीज भंडार से बेचा जाता है.

हालांकि, इसके लिए भी मानक तय है. अगर कोई सल्फास खरीदता है तो उसे बीज भंडार के पास लिखित रूप में दो लोगों की मौजूदगी में शपथ पत्र देना होता है. लेकिन ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट पर सल्फास को अभी भी धड़ल्ले से बिना किसी रोक-टोक के बेचा जा रहा है.

क्या है पूरा मामला?

ये मामला है दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मसूरी थाना एरिया का. यहां के मसूरी गांव में रहने वाले 24 वर्षीय वाहिद कैब चलाते थे. इनकी 4 साल पहले शादी हुई थी. इस समय करीब ढाई साल का एक बेटा है. बताया जा रहा है कि कुछ पारिवारिक उलझनों को लेकर पिछले कई दिनों से वो परेशान थे.

इस वजह से डिप्रेशन में आ गए थे. रोजाना की तरह शुक्रवार को भी वो कैब लेकर घर से निकले थे. शुक्रवार रात करीब 9 बजे घर के बाहर खड़ी अपनी गाड़ी में बैठे रहे. काफी देर बाद भी कैब से बाहर नहीं निकले तो परिवार के लोगों ने देखा. इस पर वो बेहोशी की हालत में मिले. कैब के अंदर से ही फ्लिपकार्ट (Flipkart) का एक पैकेट मिला. फ्लिपकार्ट डिलीवरी पैकेट के साथ सल्फास पाउडर के दो पाउच पैकेट मिले. जिसमें से एक कटा हुआ था.

वाहिद के बड़े भाई शाहिद ने CRIME TAK को बताया कि... 24 सितंबर की रात करीब 9 बजे वाहिद के फोन से मैसेज आया. उस मैसेज में लिखा था कि भाई जल्दी से मेरे पास आ जाओ. मैं घर के पास में कार में हूं. इस मैसेज को पढ़ते ही उसे फोन किया तो उसने बस इतना कहा कि जल्दी आ जाओ, हालत खराब है. उस समय मैं मसूरी से दूर साहिबाबाद में था. इसलिए रिश्तेदारों और दोस्तों को मौके पर भेजा. सभी ने मिलकर उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया. तब तक मैं भी अस्पताल पहुंच गया.

वहां रात करीब 2 बजे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. शनिवार सुबह मसूरी थाने की पुलिस को जानकारी दी गई. इस पूरे मामले में फ्लिपकार्ट ऑनलाइन कंपनी पर सवाल है कि जो सल्फास किसी मेडिकल दुकान पर नहीं मिलती है और कहीं भी ऐसे नहीं मिलती उसे इस कंपनी ने कैसे बेचा.

शाहिद ने आरोप लगाया कि अगर ऑनलाइन कंपनी जहर नहीं बेचती तो आज मेरा भाई जिंदा होता. अब इस मामले को हमलोग उठाएंगे और पुलिस में एफआईआर दर्ज कराएंगे. 25 सितंबर को तो पोस्टमॉर्टम हुआ और अभी परिवार के लोग सदमे में हैं. लेकिन जल्द ही ऑनलाइन कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे ताकि कोई दूसरा इस तरह से जहर नहीं मंगा सके.

इस बारे में गाजियाबाद के मसूरी थाना प्रभारी ने बताया कि परिवार के लोगों ने पहले ऑनलाइन जहर मंगाने के बारे में जानकारी नहीं दी थी. लेकिन अब परिवारवाले फ्लिपकार्ट के खिलाफ कोई लिखित शिकायत देते हैं तो एफआईआर दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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