मनीष चौरसिया की रिपोर्ट
Baby Ariha Shah : जर्मनी में 7 महीने की बच्ची अरिहा को कस्टडी में, अब 2 साल होने वाला है, गुजराती मां-बाप को PM से उम्मीद
जर्मनी में फंसी बच्ची अरिहा की मां धरा ने प्रधानमंत्री को भेजी राखी, अरिहा को जल्द वापस लाने की अपील'.
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crime news
21 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 21 2023 7:50 PM)
Baby Ariha Shah : जर्मनी में फंसी बच्ची अरिहा शाह (Ariha Shah) को वापस लाने के लिए अरिहा की मां और उसका परिवार लगातार कोशिश में हैं. अरिहा को वापस लाने के लिए आज फिर एक नई मुहिम की शुरुआत की गई. रक्षाबंधन आने वाला है ऐसे में अरिहा की मां धरा ने ये तय किया है कि वह देश के सभी सांसद को अरिहा की तरफ से राखी भेजेंगी. देश के सभी (लोक सभा व राज्य सभा) 800 सांसद को ये राखी भेजी जाएगी. धरा इस राखी को अहमदाबाद से लेकर आईं है. धरा का कहना है कि हमारे यहां राखी को 'रक्षा पोटली' कहते हैं। इस रक्षा पोटली के जरिए हम अरिहा की रक्षा करने के लिए देश के सभी सांसदों से अपील करते हैं.
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धरा प्रधानमंत्री को भी रक्षा पोटली यानी राखी भेज रही हैं. राखी के साथ प्रधानमंत्री को अरिहा की एक फोटो भेजी जा रही है. इस फोटो के पीछे एक संदेश भी लिखा गया है. इस संदेश में अरिहा प्रधानमंत्री की कुशलता और तरक्की की कामना करती है और उनसे खुद को भारत वापस लाए जाने की रिक्वेस्ट करती है. अरिहा की मां धरा ने बताया कि इस मुहिम की शुरुआत दिल्ली के एक एनजीओ 'प्रयास' से हुई। धरा ने प्रयास एनजीओ के अमोद कंठ को राखी बांधी। प्रयास बच्चों के लिए काम करने वाली एक एनजीओ है। अमोद कंठ जी ने जर्मनी एंबेंसी को इस संबंध में ईमोल भी लिखा है। ये एनजीओ धरा के केस को भारत ट्रांसफर करवाने की कोशिश कर रहा है।
क्या हुआ था अरिहा के साथ
आपको बता दें कि ढाई साल की बेबी अरिहा को जर्मनी में उसके माता पिता से तब ले लिया गया था जब वो सिर्फ 7 महीने की थी। अरिहा को चोट लगने पर बर्लिन की चाइल्ड केयर सोसायटी ने बच्ची को अपनी कस्टडी में ले लिया था। असल में उस समय बच्ची को सेक्सुअल अब्यूज करने का दावा किया गया था. लेकिन जांच रिपोर्ट में ये दावा गलत साबित हुआ था. अरिहा की मां धरा और पिता भावेश तब से लगातार भारत सरकार से मामले में दखल देने की रिक्वेस्ट कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ भी धरा की दो बार मीटिंग हो चुकी है लेकिन अभी तक अरिहा को देश वापस लाने का कोई रास्ता नहीं निकला है।
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