झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. सुनील तिवारी को यूपी के इटावा से गिरफ्तार किया गया है. तिवारी की गिरफ्तारी के लिए रांची पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी.
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी रेप केस में गिरफ्तार
Jharkhand के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी Rape केस में UP के इटावा से गिरफ्तार हुए, Read all the latest crime stories in Hindi, crime news and criminal cases on CrimeTak
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13 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)
सुनील तिवारी के खिलाफ रांची के अरगोड़ा थाने में 16 अगस्त को दुष्कर्म, छेड़छाड़ और एसटी-एससी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी.
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सुनिल पर युवती ने आरोप लगाया था कि सुनील तिवारी ने शराब के नशे में उसके साथ रेप किया था. युवती के मुताबिक वो सुनील तिवारी के घर पर काम करती थी. वो हमेशा मुझको चॉकलेट देते थे.
एक दिन घर में अकेला पाकर उन्होंने गलत हरकत की, जिसका मैनें विरोध किया. इसके बाद उसके साथ मारपीट की गई. खुद को बचाने के लिए युवती छत पर जा छिपी, लेकिन सुनील तिवारी वहां पर भी आ गए और उसके साथ रेप किया.
घटना के बाद उन्होंने फोन कर युवती से माफी मांगी और पैसे का लालच देकर चुप रहने को कहा. , युवती चुप रही और किसी को बताने में डर रही थी जिसका फायदा उठाते हुए सुनील तिवारी ने इसके बाद दोबारा युवती के साथ छेड़छाड़ की.
सुनील तिवारी अपने काले कारनामों से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका भी दायर की थी. जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था. वहीं रांची के अरगोड़ा थाने में ही बाल श्रम से जुड़े एक मामले को लेकर भी सुनील तिवारी पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसके बाद से ही वो फरार हो गए थे.
आपको बता दें कि खूंटी की रहने वाली 18 वर्षीय युवती सुनील तिवारी के घर में मेड़ का काम करती थी. उसने सुनील तिवारी पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया है. ये भी कहा गया है कि सुनील उसके साथ मारपीट करते थे और जान से मारने की धमकी भी देते थी.
युवती ने इस पूरी वारदात की जानकारी अपनी फैमली को दी थी. जिसके बाद उसके परिवार ने उसे पुलिस के पास जाने का हौसला दिया जिसके बाद लड़की ने पुलिस के पास जाने का फैसला किया. युवती द्वारा लिखित शिकायत देने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी थी. पुलिस ने युवती की मेडिकल जांच करवा कर उसका बयान भी दर्ज करवाया था.
बैरहाल ये मामला हाईप्रोफाइल है देखते हैं कब तक सुनील तिवारी को इसकी सजा होती है. झारखंड सरकार पीड़ित लड़की को न्याय दिलवा पाती है या नहीं.
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