ISRAEL HAMAS WAR : इजराइल और हमास के बीच जबसे जंग शुरू हुई है तभी से एक नाम बार बार सामने आ रहा है, जिसको लेकर एक अजीब सा तनाव बना हुआ है। ये नाम है हिजबुल्लाह का। हिजबुल्लाह लेबनान का संगठन है और दावा किया जा रहा है कि पीछे के दरवाजे से ये भी जंग में शामिल हो चुका है। खबरें ये भी आईं हैं कि इजराइली सैन्य ठिकानों पर हिजबुल्लाह हमले भी कर चुका है। अब तक हिजबुल्लाह की गोलियों से इजराइल के पांच सैनिक मारे जा चुके हैं जबकि खुद हिजबुल्लाह अपने 13 लोगों को गंवा चुका है।
हिजबुल्लाह के लिए इजराइल का TIT FOR TAT PLAN, जंग के 13 दिन और 5000 से ज्यादा मौत
ISRAEL HAMAS WAR TIT FOR TAT PLAN: हमास के साथ छिड़ी जंग के दौरान इजराइल ने लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह से निपटने के लिए जैसे को तैसा वाला प्लान बनाया है।
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इजराइल ने अब लेबनान की सीमा पर हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाना शुरू किया
19 Oct 2023 (अपडेटेड: Oct 19 2023 8:25 AM)
13 दिनों से ये जंग जारी
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बीते 13 दिनों से ये जंग जारी है। और जंग के दौरान लेबनान का ये आतंकी संगठन हिजबुल्लाह भी रह रहकर इजराइल के खिलाफ एंटी टैंक मिसाइलें दाग रहा है। इतना ही नहीं बुधवार को तो बाकायदा हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने जमकर गोलियां भी बरसाईं। तब इजराइल ने जैसे को तैया वाली तर्ज पर हिजबुल्लाह को जवाब दिया और हिजबुल्ला के कई ठिकानों को निशाना बनाया।
हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला
IDF की तरफ से कहा गया है कि कुछ घंटों के दौरान ही इजलाइल की सेना ने लेबनान की सीमा पर हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया। और सेना के प्रवक्ता के मुताबिक लेबनान की सीमा पर रेश हानिकारा में हिजबुल्लाह ने अपना बड़ा बेस बना रखा है और वहीं से वो लगातार एंटी टैंक मिसाइलें दाग रहा है। इजराइली सेना ने उन्हीं ठिकानों पर टारगेट किया है। इन 13 दिनों की जंग में अब तक दोनों तरफ से 5000 से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं। मध्य गाजा के अल अहली अस्पताल में रॉकेट अटैक में 500 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं। हमले का इल्जाम इजराइल पर है लेकिन इजराइल सरासर इस हमले से इनकारकर रहा है बल्कि इस टोपी वो इस्लामिक जेहादी संगठन पर डालने की फिराक में लगा है। अपने खुफिया सूत्रों का हवाला देकर इजराइल और उसकी सेना ये बताना चाहते हैं कि फिलिस्तीनी संगठन ने ये हमला किया और धोखे से निशाना अस्पताल बन गया।
दो फाड़ में बंटी दुनिया
इस घटना के सामने आने के बाद अब दुनिया सन्न रह गई। और दो फाड़ में बंटी दुनिया इस नरसंहार को देखकर अब समझ ही नहीं पा रही है कि आखिर वो किसका साथ दे और किसका नहीं। लेकिन इजराइल के इस हमले की दुनिया के हरेक हिस्से से कोसने और अफसोस जाहिर करने की खबरें आ रही हैं। इस बीच बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का इजराइल पहुँचने का प्रोग्राम भी प्रभावित हो गया। क्योंकि इस एक हमले ने उनके सारी प्लानिंग पर रायता फैला दिया। ये प्लानिंग इजराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मिडिल ईस्ट के लिए बनाई थी। आइडिया कुछ ऐसा था कि हमास पर हमले की आड़ में इस इलाके में अमेरिका को अपनी घुसपैठ करने का मौका मिल जाएगा। जिसके जरिए वो पूरे इलाके के अरब वर्ल्ड पर अपना एक बाद फिर दबदबा बनाने की कोशिश करेगा। बाइडन की विजिट का दिखावा तो ये था कि वो और उनका देश यानी अमेरिका इस संकट के समय इजराइल के साथ खड़ा है।
अरब देश आए फिलिस्तीन के साथ
सऊदी अरब, यू ए ई, बहरीन, मिस्र, जॉर्डन और तुर्की ने गाजा के अस्पताल पर हुए हमले के लिए इजराइल को कुसूरवार माना है। इस हमले में सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे गए हैं। बहरीन ने इस हमले के बाद सीज फायर की अपील की है।
क्रोध दिवस की अपील
उधर लेबनान के हिजबुल्लाह ने गाजा पट्टी के अस्पताल में रॉकेट के हमले की निंदा करने के लिए ‘क्रोध दिवस’ की अपील की है। हिजबुल्ला ने इस हमले को नरसंहार बताया है और इजराइल को दोषी करार दिया है। हिजबुल्लाह ने इस हमले के लिए नरसंहार शब्द का प्रयोग किया है और इसे बेहद क्रूर अपराध की संज्ञा दी है।
WHO ने कड़े शब्दों में निंदा की
इस बीच गाजा पट्टी के अल अहली अरब अस्पताल पर इजराइल के हमले की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कड़े शब्दों में निंदा की है। WHO की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अस्पताल में मरीजों का इलाज चल रहा था। वहां मरीजों की देखभाल करने वाले और कई विस्थापित लोगों ने आश्रय लिया था। हालांकि अभी तक वहां कितनी मौत हुई हैं इसका सही सही अंदाजा नहीं लग सका है।
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