बंदूकधारी ने अकेले ही रची थी ट्रंप पर हमले की साजिश, FBI ने बताया 'घरेलू आतंकवाद' का मामला

अमेरिका की टॉप एजेंसी FBI ने शुरुआती जांच के बाद पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले को 'घरेलू आतंकवाद' का मामला बताया है। FBI सूत्रों का कहना है कि ट्रंप को जान से मारने की प्लानिंग बंदूकधारी हमलावर ने अकेले ही रची थी। इस षड़यंत्र में उसके साथ कोई भी और शामिल नहीं था।

Trump after attack. Gunman Thomas Matthew Crooks (Inset)

Trump after attack. Gunman Thomas Matthew Crooks (Inset)

• 02:38 PM • 15 Jul 2024

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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FBI ने ट्रंप पर हमले को बताया 'घरेलू आतंकवाद'

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कहा हमलावर ने अकेले ही की थी प्लानिंग

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किसी और के साजिश में शामिल होने के नहीं मिले सबूत

Trump Assasination Attempt: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले की जांच करने वाली FBI (Federal Bureau of Investigation) ने कहा है कि एजेंसी इस हमले की जांच "घरेलू आतंकवाद" (Domestic Terrorism) के एंगल से कर रही है। FBI ने ये भी कहा कि शुरुआती तफ्तीश के बाद ऐसा मालूम होता है कि चुनाव रैली में रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार (Republican Presidential Candidate) डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर गोली चलाने वाले बंदूकधारी ने ये काम अकेले ही किया। 20 साल के नर्सिंग होम असिस्टेंट थॉमस मैथ्यू क्रुक्स (Thomas Matthew Crooks) ने पेंसिल्वेनिया (Pennsylvania) में एक चुनावी रैली में भाषण देते वक्त ट्रंप पर आठ राउंड गोलियां चलाईं थीं। इस हमले में ट्रंप बाल-बाल बच गये मगर एक गोली उनके दाहिने कान को चीरती हुई निकल गई। शूटर को सुरक्षा में लगे स्नाइपर्स ने गोली मार दी मगर एफबीआई को अभी तक हमले के पीछे का मकसद पता नहीं चल पाया है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमले की घटना को लेकर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में किसी भी तरह की हिंसा को खारिज किया। उन्होंने अमेरिकी नागरिकों से नवंबर 2024 के राष्ट्रपति चुनावों से पहले देश में राजनीतिक गर्मी को शांत करने की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया। 

FBI: हमलावर ने अकेले ही की थी प्लानिंग

एफबीआई ने कहा कि आतंकवाद विरोधी और आपराधिक जांच एजेंसियां ​​ट्रंप पर हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए मिलकर काम कर रही हैं। एफबीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, "अभी तक कि जांच से ऐसा लगता है कि हमलावर ने ये पूरी प्लानिंग खुद ही की थी, उसके साथ कोई और शामिल नहीं था हालांकि जैसे जैसे जांच आगे बढ़ेगी घटना से जुड़े नये पहलू सामने आने की उम्मीद है।" इस घटना की एफबीआई हत्या की कोशिश और घरेलू आतंकवाद अधिनियम के तहत भी जांच कर रही है। शुरुआती जांच में पाया गया है कि बंदूक एआर शैली 556 राइफल- हमलावर के पिता ने खरीदी थी और इसे कानूनी तौर पर खरीदा गया था। अधिकारियों ने कहा कि हमलावर की गाड़ी में "एक संदिग्ध उपकरण" भी पाया गया था, जिसे BDS (Bomb Disposal Squad) की जांच के बाद सुरक्षित पाया गया।

सवालों के घेरे में अमेरिकी सीक्रेट सर्विस 

अमेरिकी नेताओं की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अमेरिकी सीक्रेट सर्विस (US Secret Service), हमले के बाद कड़ी जांच के दायरे में आ गई है क्योंकि उनकी मौजूदगी के बावजूद बंदूकधारी उनके नेटवर्क से बचने और रैली स्थल के पास एक प्रमुख स्थान पर पहुंचने में कामयाब रहा। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने 22 जुलाई को गवाही देने के लिए सीक्रेट सर्विस के डायरेक्टर किम्बर्ली चीटल को बुलाया है। सदन के अध्यक्ष माइक जॉनसन ने कहा, "अमेरिकी लोगों को सच्चाई जानने का हक है।" हालांकि, सीक्रेट सर्विस ने उन आरोपों को खारिज कर दिया है जिसमें ट्रंप को बढ़ी सुरक्षा देने से Secret Service के इनकार करने की बात कही गई है। FBI के अधिकारियों ने ये भी कहा है कि हमलावर क्रुक्स के किसी खास विचारधारा से जुड़े होने या फिर दिमागी तौर पर बीमार होने जैसी बात भी अब तक सामने नहीं आई है। संदिग्ध के सोशल मीडिया अकाउंट पर किसी भी तरह की धमकी भरे पोस्ट भी नहीं मिले हैं। राज्य के मतदाता रिकॉर्ड के मुताबिक वह एक रेजिस्टर्ड रिपब्लिकन था और जब वह 17 साल का था, तब उसने डेमोक्रेटिक राजनीतिक कार्रवाई समिति को $15 का डोनेशन दिया था। गोलीबारी के वक्त वह एक नर्सिंग होम में Nutrition Assistant के तौर पर कमा कर रहा था।

जो बाइडेन ने की शांति की अपील

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को ओवल ऑफिस से राष्ट्र को संबोधित किया और नागरिकों से चुनाव से पहले देश में राजनीतिक माहौल को "शांत" करने की अपील की। बाइडेन ने किसी भी तरह की राजनीतिक हिंसा के कयासों को खारिज किया और जोर देकर कहा कि अमेरिका ऐसी घटनाओं को सामान्य तौर पर नहीं ले सकता। बाइडेन ने कहा, "अमेरिका में हम अपने मतभेदों को मतपेटी के जरिये सुलझाते हैं। गोलियों से नहीं।" डोनाल्ड ट्रम्प मिल्वौकी पहुँचे, जहाँ हर चार साल में आयोजित होने वाला रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन सोमवार को जबरदस्त सुरक्षा घेरे में शुरू हुआ। ट्रम्प को इस हफ्ते के आखिर में यहाँ एक चुनावी रैली में औपचारिक तौर से रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर नामित किए जाने की उम्मीद है।

हमले में मारे गये ट्रंप समर्थक को श्रद्धांजलि

पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने भी रिपब्लिकन अभियान को फिर से शुरू करने के लिए शांति और अमन की अपील की। उन्होंने मीडिया से कहा, "ये पूरे देश, यहाँ तक कि पूरी दुनिया को एक साथ लाने का एक मौका है। यह भाषण बहुत अलग होगा, दो दिन पहले के मुकाबले बहुत अलग होगा।" पेन्सिलवेनिया के गवर्नर जोश शापिरो ने कहा कि गोलीबारी में मारे गए ट्रम्प समर्थक, जिनकी पहचान पेंसिल्वेनिया के सरवर के 50 वर्षीय कोरी कॉम्पेरेटोरे के तौर पर हुई, अपने परिवार को गोलियों की बौछार से बचाने की कोशिश करते हुए मारे गए। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कॉम्पेरेटोरे के परिवार को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त की। बाइडेन ने एक्स पर लिखा, "जिल और मैं डोनाल्ड ट्रम्प की रैली में मारे गए पीड़ित के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं - वह एक पिता था जो अपने परिवार को गोलियों से बचा रहा था।" नवंबर 2024 में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प का मुकाबला डेमोक्रेट जो बाइडेन से होगा। राजनीति के एक्सपर्ट्स के मुताबिक, शूटिंग के बाद ट्रम्प की लोकप्रियता बढ़ गई है और उनके जीतने की उम्मीद साफ तौर पर बढ़ती दिखाई देती है।

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