Kisan Delhi Chalo March: मंगलवार को किसानों के दिल्ली चले नारे के तहत किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। सोमवार की बीती रात तीन केंद्रीय मंत्रियों और किसान संगठनों के बीच चली बैठक बेनतीजा रही। साढ़े पांच घंटे तक सरकार अन्नदाताओं को समझाने की हर मुमकिन कोशिश करती रही लेकिन अपनी मांगों को लेकर अड़े किसान किसी भी हाल में टस से मस होने को राजी ही नहीं थे।
Farmers Protest: दिल्ली के सारे बॉर्डर हो गए सील, इंटरनेट SMS सर्विस बंद, NCR में रहने वालों का इम्तिहान
Kisan Delhi Chalo March: किसानों के दिल्ली मार्च को देखते हुए पुलिस ने दिल्ली के सभी बॉर्डर को सील कर दिया और इंटरनेट सेवा बंद कर दी है
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किसानों का दिल्ली कूच, 2500 ट्रैक्टर के साथ दिल्ली आने की तैयारी
13 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 16 2024 2:00 PM)
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किसानों का आर पार की जंग का ऐलान
बैठक बेनतीजा रहने के बाद किसान नेताओं ने आर-पार की जंग का ऐलान करते हुए कह दिया कि, दिल्ली कूच होकर रहेगा। किसानों के इस ऐलान के बाद गाजीपुर, सिंघु, संभू, टिकरी समेत सभी दिल्ली से लगते बॉर्डरों को छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने भी साफ कर दिया है कि, किसानों की आड़ में उपद्रवियों ने अगर कानून व्यवस्था में खलल डालने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। किसानों के इस अंदोलन के मद्देनज़र हरियाणा और पंजाब के साथ साथ दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट और एसएमस सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
NCR वालों के लिए इम्तिहान
ऐसे में दिल्ली एनसीआर में रहने वालों के लिए इम्तिहान का दिन है। क्योंकि पंजाब. हरियाणा और यूपी से किसान दिल्ली आने वाले हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य अन्य मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन की ये नई किश्त है। किसानों को मनाने के लिए करीब पांच घ्ंटे लंबी वार्ता चली। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अर्जुन मुंडा इस बैठक में शामिल थे। लेकिन किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी चाहते थे। इसी पर बात बिगड़ गई। उसके बाद किसान नेताओं ने आर-पार की जंग का ऐलान करते हुए कह दिया कि, दिल्ली कूच होकर रहेगा। गाजीपुर, सिंघु, संभू, टिकरी समेत सभी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं, पुलिस ने भी साफ कर दिया है कि, किसानों की आड़ में उपद्रवियों ने अगर कानून व्यवस्था में खलल डालने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
बेनतीजा बैठक
किसानों के दिल्ली मार्च के आह्वान को देखते हुए राजधानी दिल्ली पुलिस ने पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था को चौकस कर दिया है। इतना ही नहीं कई इलाकों में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। इससे पहले किसानों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच चंडीगढ़ में बातचीत हुई जो देर रात बेनतीजा खत्म हो गई। पांच घंटे की इस बैठक में कोई नतीजा सामने नहीं आया जिससे इस आंदोलन को आगे टाला जा सके। बैठक के बाद किसानों का कहना है कि उनका दिल्ली कूच जारी रहेगा।
सरकार के मन में खोट
MSP को लेकर किसान किसी भी तरह का समझौता करने को राजी नहीं हैं। किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मांग पर तनिक भी गंभीर नहीं है। जबकि किसान मजदूर मोर्चा का कहना है कि सरकार के लिए हमारी मांगों की कोई कीमत नहीं है। क्योंकि सरकार के मन मे खोट है, असल में वे हमें कुछ नहीं देना चाहते।
दिल्ली मार्च के बाद भारत बंद का आह्वान
बताया यही जा रहा है कि किसान मंगलवार की सुबह 10 बजे से आगे बढ़ना शुरू कर देंगे। इसके अलावा 16 फरवरी को किसानों ने भारत बंद का भी आह्वान किया है। दिल्ली पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक 13 फरवरी के 'दिल्ली चलो मार्च' में करीब 20 हजार किसान 2500 ट्रैक्टर्स से दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर सकते हैं। हरियाणा और पंजाब के कई बॉर्डर इलाके में मार्च के शुरू होने से पहले ही प्रदर्शनकारी मौजूद हैं। ये प्रदर्शनकारी किसी भी तरह से दिल्ली में दाखिल होने को तैयार हैं। किसान प्रदर्शनकारी छोटी-छोटी टुकड़ियों में ट्रैक्टर और ट्रॉली के साथ मौजूद हैं।
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