'IPS मिथिलेश' एक नंबर का झूठा, दो लाख में IPS बनने वाले की कहानी में नया खुलासा

Fake IPS Mithilesh Fraud Story Latest News Updates:  जमुई में फर्जी आईपीएस अधिकारी बनने वाले मिथलेश कुमार एक नंबर का झूठा निकला। अब उसकी कहानी में Twist आ गया है। जांच में ये बात सामने आई है कि मिथलेश ने खुद आईपीएस वर्दी सिलवाई थी।

CrimeTak

02 Oct 2024 (अपडेटेड: Oct 2 2024 11:47 AM)

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Fake IPS Mithilesh Fraud Story Latest News Updates: बिहार के जमुई में फर्जी आईपीएस अधिकारी बनने वाले मिथलेश कुमार एक नंबर का झूठा निकला। अब उसकी कहानी में Twist आ गया है। जांच में ये बात सामने आई है कि मिथलेश ने खुद आईपीएस वर्दी सिलवाई थी। उसने दो लाख रुपये देकर फर्जी आईपीएस बनने का दावा किया था, जो पूरी तरह झूठ निकला। यानी जो उसने ये कहानी बताई थी कि किसी मनोज कुमार ने उससे 2 लाख रुपए आईपीएस की नौकरी देने के लिए लिए थे, वो आरोप फर्जी निकला। 

आपको बता दें कि मिथलेश कुमार 20 सितंबर को आईपीएस की वर्दी में पकड़ा गया था। बाद में पुलिस ने उसे थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया था। 

मोबाइल लोकेशन से मिथलेश का झूठ पकड़ा गया

जमुई के एसडीपीओ सतीश सुमन ने कहा - खैरा इलाके के चार मनोज सिंह की पहचान मिथलेश कुमार से कराई गई, लेकिन मिथलेश ने उनकी पहचान उस व्यक्ति के रूप में नहीं की, जिसने ठगी की। जिस दिन मनोज सिंह को खैरा में पैसे देकर फर्जी आईपीएस बनने के लिए वर्दी लेने की बात कही थी, उस दिन मिथलेश कुमार का मोबाइल लोकेशन खैरा न होकर लखीसराय में था। इसको लेकर शक हुआ। जब पुलिस ने मिथलेश के मामा से बात की तो उन्होंने एकमुश्त दो लाख रुपये मिथलेश को देने की बात से इनकार कर दिया। जांच में मिथलेश ने मनोज सिंह के, जो दो मोबाइल नंबर दिए थे, वो भी इनएक्टिव मिले। 

उधर, मिथिलेश आजकल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने लगा है। पता चला है कि मिथलेश ने पटना के एक स्टूडियो में भोजपुरी में एक गाना शूट किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

क्या कहा था मिथिलेश ने?

मिथिलेश कुमार 10वीं पास हैं। 19 साल का मिथलेश कुमार लखीसराय जिला के हलसी थाना क्षेत्र के गोवर्धन बीघा गांव का रहना वाला है। मिथिलेश के मुताबिक, खैरा इलाके के मनोज सिंह नाम के एक व्यक्ति ने उसे पुलिस में नौकरी लगाने का ऑफर दिया था और इसके लिए उससे दो लाख तीस हजार रुपये की मांग की गई थी। इसके लिए मिथलेश ने अपने मामा से दो लाख रुपये लेकर मनोज सिंह को दिए ताकि उसकी नौकरी पुलिस में लग जाए। मिथिलेश के मुताबिक, इसके बाद मनोज सिंह ने उसके शरीर का नाप लिया और उसके दूसरे दिन बुलाकर उसे आईपीएस की वर्दी, आईपीएस का बैच और नकली पिस्टल दे दिया।

मिथलेश वर्दी पहनकर आरोपी मनोज सिंह से मिलने निकला ही था कि इतने में सिकंदरा चौक के पास पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। मिथलेश कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि मनोज सिंह ने उसे खैरा चौक पर वर्दी, लाइटर पिस्तौल और एक बैग देते हुए कहा था कि उसकी आईपीएस में नौकरी लग गई। मिथलेश ने पुलिस को बताया कि वह वर्दी पहनकर और कमर में लाइटर पिस्तौल रख कर अपनी बाइक से हलसी थाना जा रहा था,  मगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 

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