स्क्रीन पर चमकी बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़
नवाब मलिक पर 'अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद' से रिश्ता रखने का आरोप
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ईडी की गिरफ़्त में, अंडरवर्ल्ड से रिश्ता रखने का आरोप, पूर्व CM का संगीन आरोप, दाऊद से रिश्ता, अंडरवर्ल्ड से नज़दीकी, ED का शिकंजा, LATEST UNDERWORLD NEWS, CRIMETAK
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23 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)
LATEST NEWS: जिस समय उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनावों के दौरान चौथे चरण का मतदान किया जा रहा था, तभी अचानक टीवी की स्क्रीन पर बिग ब्रेकिंग न्यूज़ की चैप्टर प्लेट के साथ उद्धव के मंत्री नवाब मलिका की गिरफ़्तारी की ख़बर झलकने लगी।
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सियासत में दिलचस्पी रखने वाले अचानक बुरी तरह चौंक उठे कि जब पूरे देश में उत्तर प्रदेश के चुनावों में होने वाली तमाम हलचलों पर चप्पे चप्पे की ख़बरों को जानने की बेताबी थी, ऐन उसी वक़्त सियासत में हंगामा खड़ा करने वाली खबर मुंबई से सामने आई और उत्तर प्रदेश का चुनाव पीछे सरक गया।
वजह भी साफ है कि महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक की गिरफ़्तारी कोई मामूली गिरफ़्तारी नहीं थी। क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी का ये क़दम सीधे सीधे महाराष्ट्र सरकार पर करारी चोट भी थी। ऐसे में फोकस का शिफ्ट होना लाजमी था।
अंडरवर्ल्ड से रिश्ता रखने का संगीन इल्ज़ाम
LATEST UNDERWORLD NEWS: शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी NCP के प्रवक्ता नवाब मलिक पिछले काफी दिनों से केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ बढ़ चढ़कर बयान दे रहे थे। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय की काग़ज़ी कार्रवाई पर अगर नज़र दौड़ाएं तो पता चलता है कि नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड से रिश्ता रखने के जुर्म में और मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में गिरफ़्तार किया गया।
पिछले कुछ अरसे से प्रवर्तन निदेशालय ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने का सिलसिला शुरू किया था और दाऊद से रिश्ता रखने वाले तमाम लोगों को अपने शिकंजे में जकड़ा था।
पिछले ही हफ़्ते ED ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया था। और बताया जा रहा है कि इकबाल कासकर से पूछताछ के दौरान उसने नवाब मलिका का नाम लिया था। लिहाजा ED ने अंडरवर्ल्ड के साथ रिश्ता रखने के इल्ज़ाम में नवाब मलिक को पकड़ा है।
दाऊद के गुर्गों के ठिकानों पर ED की दबिश
UNDERWORLD NEWS IN HINDI: हालांकि ED के सूत्रों के मुताबिक NCP के नेता और महाराष्ट्र में उद्धव के मंत्री नवाब मलिक प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे तभी उन्हें गिरफ़्तार करना पड़ा। सूत्रों से ये भी पता चला है कि ED को इकबाल कासकर से उन तमाम ठिकानों की ख़बर मिली है जहां दाऊद इब्राहिम और अंडरवर्ल्ड के गुर्गों के ठिकाने हैं।
इतना ही नहीं मुंबई में दाऊद का धंधा किन किन हाथों से होता है, इसका पता भी प्रवर्तन निदेशालय लगातार लगा रहा है। इस बात की ख़बर केंद्रीय जांच एजेंसी को पहले से ही है कि मुंबई में दाऊद के गुर्गों और अंडरवर्ल्ड के ‘भाई’ लोगों ने अपने अपने धंधों की सूरत बेशक बदल दी लेकिन उसकी सूरत वही है।
अंडरवर्ल्ड पर कसने लगा ED का शिकंजा
MUMBAI CRIME NEWS : यानी रंगदारी की वसूली हो या सुपारी किलिंग या फिर सट्टा और हवाला का कारोबार, हर जगह से पैसा वसूल करके डॉन दाऊद तक ही पहुँचाया जाता है। इसके अलावा अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से ताल्लुक रखने वालों के ख़िलाफ़ भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने अपना शिकंजा मजबूती से कसाना शुरू कर दिया था।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड के साथ रिश्ता रखने का सनसनीखेज़ खुलासा पिछले साल ही किया था। लेकिन इस आरोप को सच की ज़मीन उस वक़्त मिल गई जब ये बात उजागर हुई कि नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम गैंग से ताल्लुक रखने वालों की ज़मीनें ख़रीदी हैं। ये बात खुलकर सामने आ गई कि ज़मीन दाऊद के उन गुर्गों की थी जिन पर मुंबई में सिलसिलेवार धमाका करने का इल्ज़ाम था।
करोड़ों की ज़मीन कौड़ियों के दाम में ख़रीदी
CRIME IN MUMBAI IN HINDI: देवेंद्र फडणवीस ने अपने आरोपों में जिन लोगों का ज़िक्र किया था उनके नाम सरदार शाह वली ख़ान और हसीना पारकर के बेहद क़रीबी सलीम पटेल का नाम खासतौर पर था। बताया जा रहा है कि नवाब मलिक के सलीम पटेल के साथ कारोबारी रिश्ते भी हैं। आरोप ये भी है कि दाऊद के नज़दीकी लोगों ने नवाब मलिक के रिश्तेदार की एक कंपनी को LBS रोड में मौजूद करोड़ों की ज़मीन कौड़ियों के दाम में बेच दी।
पूर्व मुख्यमंत्री का आरोप है कि कथित ज़मीन सरदार शाह वली ख़ान और सलीम पटेल ने बेची। जिस कंपनी को ये ज़मीन बेची गई उस कंपनी के साथ नवाब मलिक का बेहद नज़दीकी रिश्ता है। आरोप के मुताबिक कुर्ला के पास LBS रोड पर मौजूद क़रीब 3 एकड़ की ज़मीन महज़ 20 से 30 लाख रुपये में बेच दी गई। जबकि आज के वक़्त में इसी ज़मीन की बाज़ार में क़ीमत इससे दस गुने से भी ज़्यादा है, यानी 3.50 करोड़ से भी ज़्यादा।
ऐसे में माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री से मिले सुराग़ और सबूतों के साथ साथ दाऊद के भाई इकबाल कासकर से मिली जानकारी के बाद ही प्रवर्तन निदेशालय ने नवाब मलिक को क़ानून के शिकंजे में लिया है।
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