केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India ) की स्टूडेंट विंग कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (Campus Front of India ) के खिलाफ तफ्तीश के दौरान मिले कई इनपुट के आधार पर कार्रवाई को अंजाम देते हुए बुधवार सुबह सात बजे ही केरल के चार लोकेशन पर छापेमारी शुरू कर दी। एक अखबार में छपी खबरों के मुताबिक छापेमारी के दौरान ED की टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों और सबूतों को इकट्ठा किया, ED के केरल के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक पिछले काफी वक्त से ऐसे तीन से चार युवक जांच एजेंसी के रडार पर थे, जो विदेश में काम करते थे और वहां से लौटने के बाद उनके संपर्क के माध्यम से लाखों-करोड़ों रुपये इस संस्था को प्रदान करवाया गया। इनकी भूमिका बेहद संदिग्ध है, लिहाजा उन युवकों से संबंधित इनपुट को खंगालने के बाद उन युवकों के विदेश से केरल में आने के बाद उस सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है।
केरल में PFI के 4 ठिकानों पर ED की छापेमारी!
केरला (Kerala) में ED ने पॉपुलर फ्रंट इंडिया (Popular front India) के 4 ठिकानों पर हुई छापेमारी, विदेश से मिले कुछ नए इनपुट्स के आधार पर हुई थी कार्यवाही,Get more latest Kerala crime news on Crime Tak
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08 Dec 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:10 PM)
ED के दिल्ली मुख्यालय में पीएफआई से जुड़े एक मामले को पिछले साल दर्ज किया गया था, उसके बाद उस मामले में ही तफ्तीश के दौरान यूपी में पीएफआई और उसकी स्टूडेंट विंग CFI से संबंधित इनपुट मिले थे, जिसके बाद तमाम कार्रवाई शुरू हुई थी। फरवरी महीने में CFI से जुड़े आरोपपत्र लखनऊ की ED की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में दायर की गई थी। ED के अधिकारियों के मुताबिक इस आरोपपत्र में पीएफआई और उसकी स्टूडेंट विंग कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI ) के पांच सदस्यों के बारे में विस्तार से उसके खिलाफ लगे आरोप और उससे जुड़ी तमाम सबूतों के बारे में जानकारी कोर्ट को दी गई थी।
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आरोपपत्र के मुताबिक CFI के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अतिकुर रहमान, CFI के जनरल सेक्रेटरी मसूद अहमद, पत्रकार और PFI/CFI सदस्य सिद्धिकी कप्पन और मोहम्मद आलम इस मामले में आरोपी है। ED की तफ्तीश में जांचकर्ताओं को ये पता चला कि उन चारों को जो फंड के.ए.रऊफ शेरिफ के ज़रिए मुहैया कराया गया था। के.ए.रऊफ शरीफ (K. A. Rauf Sherif ) CFI के नेशनल जनरल सेक्रेटरी होने के साथ साथ पीएफआई के भी सदस्य हैं, जिसे इसी मसले में ED ने पिछले साल 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। ED के मुताबिक के.ए.रऊफ शेरिफ को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो देश छोड़कर भागने की तैयारी में जुटा हुआ था।
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