एयरपोर्ट रेंज के थानों के 25 पुलिसकर्मियों, SHO और ATO को हटाया गया!
दिल्ली पुलिस के 27 पुलिस अफसर एक साथ हटे, आदेश से मचा हड़कंप, डीसीपी की सिफारिश पर हुआ एक्शन
एक तरफ दिल्ली के थानों में लगातार सीबीआई की छापेमारी चल रही है, दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस आयुक्त की तरफ से एक बड़ी कार्रवाई की गई है। एयरपोर्ट रेंज के अंदर आने वाले थानों के 27 पुलिसवालों को हटा दिया गया है। ये पहली मर्तबा है, जब इतनी बड़ी संख्या में पुलिसवालों को हटाया हो।
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ऊषा रंगनानी, डीसीपी, एयरपोर्ट
05 Aug 2024 (अपडेटेड: Aug 5 2024 9:33 PM)
न्यूज़ हाइलाइट्स
दिल्ली पुलिस के 27 पुलिस अफसर हटे
डीसीपी की सिफारिश पर हुए एक्शन
आदेश से दिल्ली पुलिस में मचा हड़कंप
New Delhi: एक तरफ दिल्ली के थानों में लगातार सीबीआई की छापेमारी चल रही है, दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस आयुक्त की तरफ से एक बड़ी कार्रवाई की गई है। एयरपोर्ट रेंज के अंदर आने वाले थानों के 27 पुलिसवालों को हटा दिया गया है। ये पहली मर्तबा है, जब इतनी बड़ी संख्या में पुलिसवालों को हटाया हो। इसमें IGI Airport थाने के SHO (इंस्पेक्टर)और ATO (इंस्पेक्टर) को भी हटाया गया है। ऐसा डीसीपी एयरपोर्ट ऊषा रंगनानी की सिफारिश पर हुआ है।
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डीसीपी एयरपोर्ट ऊषा रंगनानी ने खुद माना है कि कुछ पुलिसवालों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत थी, इसलिए उनको हटाया गया। उन्होंने कहा कि 50 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के नाम दिए गए थे, जो 3-4 साल से ज्यादा रेंज के थानों में तैनात हैं। इनमें से अभी 25 का ट्रांसफर हुआ है। ATO को पद पर बने हुए चार साल से ज्यादा हो गए थे, लिहाजा उनका ट्रांसफर किया गया है।
आरोप है कि आइजीआई एयरपोर्ट पर पुलिसकर्मियों द्वारा अव्यवस्था फैलाने व अवैध गतिविधियां में लिप्त होने की शिकायत मिलने पर डीसीपी की सिफारिश पर पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने ये कदम उठाया है। IGI एयरपोर्ट थाने के एसएचओ विजेंद्र राणा को तत्काल प्रभाव से थाने से हटाकर पांचवीं बटालियन व एटीओ राज कुमार यादव को तीसरी बटालियन में भेज दिया है।
इसके अलावा एयरपोर्ट रेंज के अंदर आने वाले थानों में करीब तीन-चार साल से अधिक समय से जमे 25 एएसआई व हवलदार को भी वहां से तत्काल प्रभाव से हटा कर उन्हें अलग-अलग जिले व यूनिटों में भेजा गया है।
जानकारी मिली है कि इंस्पेक्टर विजेंद्र राणा को छह माह पहले ही एसएचओ लगाया गया था। एटीओ राज कुमार यादव पहले एयरपोर्ट थाने में सब इंस्पेक्टर थे। उन्हें उसी थाने का एटीओ बना दिया गया था। एटीओ राज कुमार यादव को 29 जुलाई को तीसरी बटालियन में भेज दिया गया। एसएचओ के आयुक्त के समक्ष पेश होने के बाद उन्हें 31 जुलाई को पांचवीं बटालियन में भेज दिया गया।
CBI की छापेमारी से पुलिस परेशान
इस साल अब तक करीब 30 से 40 पुलिसकर्मियों को सीबीआई रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर चुकी हैं। इनमें इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल तक शामिल हैं। इससे दिल्ली पुलिस की छवि पर बुरा असर पड़ रहा है। इनमें अधिकतर पुलिसकर्मी अब तक तिहाड़ जेल में ही बंद है। कइयों को जमानत नहीं मिल पाई है। हर माह पांच से छह थानों में सीबीआई के छापे पड़ रहे हैं। इसको लेकर सीनियर अधिकारियों के बीच मीटिंग भी हुई थी।
हाल के कई केसों में हुआ सीबीआई एक्शन!
जुलाई महीने में सीबीआई ने कई थानों पर रेड की थी। सीबीआई ने रिश्वतखोरी के दो अलग-अलग मामलों में दिल्ली पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर और दो हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है। हौज खास थाने में तैनात एसआई युद्धवीर सिंह यादव को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह कथित तौर पर 2.5 लाख रुपये की रिश्वत ले रहा था। दूसरे मामले में, पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र में तैनात हेड कांस्टेबल सुधाकर और राजकुमार को कुल 50,000 रुपये की रिश्वत राशि में से 10,000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। कुछ ही दिन पहले गोविंदपुरी थाने में तैनात एक हवलदार को भी रिश्वत की रकम के साथ पकड़ा गया था। इससे पहले दिल्ली के ज्योति नगर थाने के एक इंस्पेक्टर को भी रिश्वत लेते सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किया था। इसी महीने की शुरुआत में सीबीआई ने 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में नार्थ जिले के नारकोटिक्स सेल में तैनात दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। दोनों पर तिहाड़ जेल में बंद एक आरोपी को रिहाई में मदद करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप था। कुछ भी हो, जिस तरह से सीबीआई की सक्रियता बढ़ी है, उससे एक बात साफ है कि दिल्ली पुलिस के कुछ कर्मी करप्ट हैं और इसकी शिकायतें सीबीआई को लगातार मिल रही है। इससे अधिकारी परेशान हैं, यही वजह है कि इस मुद्दे को लेकर सीनियर अधिकारियों के बीच बैठक भी हुई है।
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