'ऑन्टी की रसोई' से पुलिस ने दिया पनीर और नान का ऑर्डर, पर पकड़ में आ गए 'बंटी और बबली'

Team Arrests Forgery Accused Couple: दिल्ली पुलिस ने एक रेस्टोरेंट से पनीर और नान मंगवाया लेकिन उसके हाथ आ गई बंटी बबली को वो जोड़ी जो चकमा देकर गोवा में छुपी थी।

ऑन्टी की रसोई से पनीर और नान का ऑर्डर और पकड़े गए बंटी बबली

ऑन्टी की रसोई से पनीर और नान का ऑर्डर और पकड़े गए बंटी बबली

08 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 16 2024 1:10 PM)

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Delhi Police Team Arrest रेस्टोरेंट से ऑर्डर करने पर क्या मिलता है? ये सवाल सुनते ही कोई भी बुरी तरह चौंक सकता है और कह सकता है कितना मूर्खतापूर्ण सवाल है। रेस्टोरेंट से खाना ही ऑर्डर किया जाता है। लेकिन अगर हम कहें कि रेस्टोरेंट के ऑर्डर से सालों से फरार ‘बंटी और बबली’ मिल जाते हैं, तो यकीनन आप चौंक जाएंगे। लेकिन ऐसा ही हुआ है, कम से कम दिल्ली पुलिस की एक टीम के साथ। 

बेहिसाब ऑर्डर और बढ़ती 'भूख'

असल में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की एक टीम ने गोवा में डेरा डाल रखा था। टीम में छह लोग थे। हरेक की अपनी अपनी पसंद और अपना अपना जायका। लिहाजा गोवा में जिस होटल में ये लोग ठहरे हुए थे, वहां के आस पास के कई होटलों और फूड ज्वाइंट्स से ये लोग बेहिसाब खाने पीने का सामान मंगवाते रहे। कभी शाही पनीर और नान तो कभी डीलक्स थाली। ये टीम लगातार खाना मंगवाती जा रही थी। और इतना खाना मंगवा लिया कि खाते नहीं बन रहा था। मगर इनकी ‘भूख’ मरने का नाम ही नहीं ले रही थी। लिहाजा जैसे ही इन लोगों को किसी नए रेस्टोरेंट का पता चलता वहां खाने का ऑर्डर कर देते थे। ये सिलसिला लगातार जारी था। 

गोवा में ऑन्टी की रसोई तक पहुँची पुलिस

टीम की ‘भूख’ 

गोवा जैसी जगह पर ये लोग ज़्यादातर वहां से खाना ऑर्डर कर रहे थे जहां इन्हें किसी नॉर्थ इंडियन खाने के बारे में पता चलता। ये सिलसिला लंबे समय तक चलता रहा मगर न तो इस टीम की ‘भूख’ खत्म हुई और न ही इनका ऑर्डर देने का सिलसिला। तब इस टीम ने खाने का ऑर्डर देने का अपना तौर तरीका बदला। अब इन लोगों ने नॉर्थ गोवा के उन फूड ज्वाइंट्स पर नज़र दौड़ानी शुरू की जहां कहीं भी ‘रसोई’ लिखा नज़र आता था। कुछ ऐसी ‘रसोई’ भी इनकी नज़र में आईं जहां से होम डिलीवरी का कोई इंतजाम नहीं था। लिहाजा इन लोगों ने उन्हीं ‘रसोई’ वाले रेस्टोरेंट तलाशे जहां से खाना डिलीवरी किया जाता हो। 

आन्टी की रसोई’ 

इसी ऑर्डर के सिलसिले के बीच जब इन लोगों ने पांचवां ऑर्डर एक ‘आन्टी की रसोई’ से किया। और इस ऑर्डर की डिलीवरी के साथ ही दिल्ली पुलिस की टीम ने छककर डकार ली और एक कपल को गिरफ्तार कर लिया जो बीते चार साल से दिल्ली पुलिस को चकमा देकर गोवा में छुपा हुआ था। 

धरे गए बंटी और बबली

उसी आन्टी की रसोई से पुलिस ने एक शातिर ठग कपल को गिरफ्तार किया। जिस पर एनबीएफसी यानी नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनी के साथ चार करोड़ से ज़्यादा की धोखाधड़ी करने का आरोप है। और ये कपल चार साल पहले पुलिस की आंखों में धूल झोंककर नॉर्थ गोवा में छुपकर ऑन्टी की रसोई चला रहा था। 

पुलिस मस्ती के लिए नहीं गई थी गोवा

अब पुलिस की पकड़ में 48 साल का विकास शांडिल्य और उसकी पत्नी 43 साल की मीनाक्षी थी। असल में पुलिस की ये टीम यूं ही गोवा मौज मस्ती करने के लिए नहीं आई थी। बल्कि पुलिस को भनक लगी थी कि जिस शातिर ठग कपल की उन्हें तलाश है, वो नॉर्थ गोवा में कहीं छुपा हुआ है और किसी रसोई के नाम से रेस्टोरेंट चला रहा है। 

डीलक्स थाली के पीछे छुपा था बंटी बबली का राज

पुलिस की टीम और ऑर्डर की भरमार

इस शातिर जोड़ी को गिरफ्तार करने वाले एक पुलिस अफसर के मुताबिक टीम के लोग नॉर्थ गोवा में जिस होटल में रुके हुए थे वहां से ये ऑन्टी की रसोई वाला रेस्टोरेंट करीब 4 किलोमीटर के फासले पर था। टीम ने वहां डेरा डालने के साथ ताबड़तोड़ तरीके से खाना मंगवाना शुरू कर दिया। शुरू शुरू में तो ये सब काम यूं ही रेंडम तरीके से चल रहा था। मगर फिर एक प्लानिंग के तहत खाना ऑर्डर करना शुरू किया।

डिलीवरी बॉय का पीछा

अपनी प्लानिंग के बारे में पुलिस अफसर ने बताया कि जैसे ही ऑर्डर देने डिलीवरी बॉय वहां पहुँचता और खाना देने के बाद वापस जाने लगता, हमारी टीम का कोई न कोई उस डिलीवरी बॉय का पीछा शुरू कर देता, और हम उस रेस्टोरेंट तक आसानी से पहुँच जाते जहां से खाना आता था। हमारे चार ऑर्डर खाली जा चुके थे, लेकिन हमें बड़ी ही धीरज से ये काम अंजाम करना था। इसलिए हमने पांचवां ऑर्डर जब किया तो जैकपॉट लग गया। 

NBFC से लोन 

पुलिस अफसर ने फिर इस शातिर जोड़ी की करोड़ों की घपलेबाजी वाली करतूतों का खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक इस जोड़ी ने सीवा एपेरेल्स नाम की एक कंपनी बनाई थी। और उस कंपनी के नाम से NBFC से लोन अप्लाई किया। इन लोगों ने लोन के लिए जिस प्रॉपर्टी को गिरवी रखा था उसकी कीमत 5 करोड़ से ज्यादा बताई थी। 31 अगस्त 2017 को 4.11 करोड़ रुपये का लोन पास हो गया। लोन लेने वाली उस कंपनी में विकास के अलावा उसका भाई गौरव, विकास की पत्नी मीनाक्षी और उनकी मां को पार्टनर के तौर पर दिखाया गया था। और लोन के लिए जो प्रॉपर्टी गिरवी रखी गई थी वो रूप नगर में थी। 

किश्त की रिकवरी और खुला राज

कुछ दिनों तक तो सब कुछ ठीक चलता रहा लेकिन कुछ अरसे बाद ही महीने की किश्त पहुंचनी बंद हो गई। जब NBFC ने लोन की किश्त रिकवरी के लिए तैयारी की तो एक सनसनीखेज खुलासा सामने आया। खुलासा ये था कि जिसकंपनी के एवज में 4.11 करोड़ का लोन लिया गया था, उसके सारे दस्तावेज ही नकली और बोगस थे। इतना ही नहीं कंपनी में पार्टनर के तौर पर जिस जिस के नाम लिखे गए थे उनके बारे में भी गलत शलत जानकारी ही लिखी गई थी। कोई भी दस्तावेज ठीक था ही नहीं। धोखाधड़ी के इस किस्से का खुलासा होते ही एनबीएफसी की तरफ से पुलिस में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। ये भी खुलासा हुआ कि विकास और मीनाक्षी ने दस्तावेजों पर जो दस्तखत किए थे वो भी नकली थे। पुलिस की तफ्तीश में ये भी खुलासा हुआ कि जिस गौरव को विकास ने अपना भाई बताकर पेश किया था वो तो विकास का भाई था ही नहीं। 

रसोई रेस्टोरेंट का पूरा सच

दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की टीम दिल्ली और उसके आस पास ही विकास और मीनाक्षी की तलाश कर रही थी, तभी उन्हें किसी से ये खबर लगी कि जिस विकास और मीनाक्षी को ये लोग दिल्ली में ढूंढ़ रहे हैं वो गोवा में गुलछर्रे उड़ा रहे। साथ ही ये भी खबर लगी कि इस शातिर जोड़ी ने गोवा में रसोई के नाम से एक नॉर्थ इंडियन रोस्टोरेंट खोला है। 

ऐसे हाथ लगी बंटी बबली की जोड़ी

अब इतने बड़े गोवा में एक शातिर जोड़ी को तलाश करना मुश्किल टास्क था। तब दिल्ली पुलिस ने प्लान किया कि एक टीम गोवा में ही रुके और फिर उसी तरीके से इस बंटी बबली की जोड़ी को दबोचने में कामयाबी मिली। 

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