Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना गैंग का बढ़ गया भौकाल, सिंडीकेट बनाकर गैंग दे रहे पुलिस को चुनौती

लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना गैंग ने उड़ा दी पुलिस की नींद, गैंग का बनने लगा सिंडीकेट, दायरा बढ़ने लगा है गैंग का, Read more crime news in Hindi, crime story and video on CrimeTak.in

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07 Apr 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:16 PM)

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जेल में बंद गैंग का बन गया सिंडीकेट

LATEST CRIME NEWS: 6 मार्च को पंजाब में एक कबड्डी खिलाड़ी की हत्या और उससे पहले जालंधर के एक गांव में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल की हत्या के बाद पुलिस महकमे को जो बात समझ में आई उसने उसे बुरी तरह चौंका दिया। असल में ये दो गैंग के वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है। ये दो गैंग हैं नीरज बवाना और लॉरेंस बिश्नोई गैंग।

असल में अब कुख्यात बदमाशों का एक नया सिंडीकेट बनकर तैयार हो रहा है जिसकी वजह से पुलिस की नींद उड़ी है। ये सिंडीकेट दो ऐसे गिरोह के तैयार होने की खबर पुलिस महकमें को मिली है जिसके सरगना तो जेल की सलाखों में हैं मगर उनके गुर्गे उनके एक इशारे पर सरेआम क़त्ले आम मचा देते हैं। और इससे भी ज्यादा चौंकाने वाला पहलू ये है कि इन गिरोह की तमाम हरकतें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल तक हो जाती है। यही वजह है कि इन दोनों गिरोह की कारगुजारियां अब सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती बन गई है।

नीरज बवाना और लॉरेंस बिश्नोई के बीच ठनी

LATEST GANGWAR: असल में इन दिनों नीरज बवाना और लॉरेंस बिश्नोई का गैंग पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए नया सिरदर्द बन गए हैं। एक तो नीरज बवाना और लॉरेंस बिश्नोई दोनों ही इन दिलों जेल में बंद हैं, बावजूद इसके इनके धंधे में कोई कमी नहीं आई है। इनका गैंग बेरोक टोक उसी तरह से वारदात कर रहा है जैसे इनके बाहर रहने पर करता था।

आलम ये है कि ये दोनों बैठे तो जेल में रहते हैं मगर हत्या की सुपारी खुद चलकर इनके पास पहुँच जाती है। लेकिन पुलिस का सिरदर्द इसके बाद का है जब किसी वारदात को अंजाम देने के बाद इन दोनों ही गैंग के गुर्गे अपनी शान बघारते हुए वारदात को सोशल मीडिया पर या तो लाइव स्ट्रीम कर देते हैं या फिर उसका वीडियो वायरल कर देते हैं।

दोनों गैंग के बढ़ता दायरा

CRIME NEWS IN HINDI: पुलिस के सूत्रों की मानें तो इन दोनों ही गैंग में आपस में किसी तरह का कोई बैर नहीं है, लेकिन इलाक़े में अपने वर्चस्व को लेकर दोनों बेहद पक्के और ज़िद्दी हैं। पुलिस के लिए गनीमत की सिर्फ इतनी गुंजाइश है कि इन दोनों के इलाक़े अलग अलग हैं। जिसकी वजह से पुलिस को इन दोनों के बीच की दुश्मनी का खमियाज़ा नहीं उठाना पड़ता।

मगर एक जगह पर दोनों गैंग किसी न किसी सूरत में आमने सामने आकर खड़े हो जाते हैं। उत्तर भारत में इन दोनों के नामों का सिक्का चलता है। लेकिन इन दोनों गैंग में इस बात को लेकर ज़रूर ठनी हुई है कि दोनों में से किसका नाम ऊपर है। यानी दोनों में से किसकी TRP ज्यादा है।

जेल में बैठकर ले रहे हैं हत्या की सुपारी

GANG NEWS: STF के आईजी सतीश बलान के मुताबिक जेल में बंद इन दोनों ही गैंगस्टर्स का अलग ही भौकाल है। ये लोग जेल से हत्या की सुपारी तो दे ही रहे हैं बल्कि हत्या की वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करके न सिर्फ ज़िम्मेदारी लेते हैं बल्कि दहशत भी क़ायम करने की कोशिश करते रहते हैं।

असल में अपना अपना नाम बढ़ाने और उसकी पहुँच बढ़ाने की गरज से ही नीरज बवाना और लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इन दिनों सुपारी किलिंग का काम तेज़ कर दिया है। जिससे पुलिस के साथ साथ STF के लिए एक सिरदर्द पैदा हो गया है।

हाथ मिलाते गैंग ने पुलिस का निकाला पसीना

LATEST GANG SYNDICATE : अब ये गैंग जेल में बंद होकर किसके साथ मिलकर इस काम को अंजाम देता है। ये समझना अपने आप में बड़ा मुश्किल है। हालांकि इतना कठिन भी नहीं है, लेकिन इन गैंग का आपसी समीकरण बेहद उलझा हुआ और काफी जटिल है।

STF IG सतीश बलान ने इन गैंग के बारे में खूब जानकारी इकट्ठा की और जिस नतीजे पर पहुँचे उससे यही लगता है कि जेल के अंदर अलग तरह की सेटिंग ये गैंग कर रहे हैं। जो उनके बाहरी कामों में मददगार साबित होती है। सतीश बलान बताते हैं कि तिहाड़ में बंद नीरज बवाना ने गुरुग्राम के गैंगस्टर कौशल से हाथ मिलाया है और एक नया सिंडीकेट बना लिया। जबकि लॉरेंस बिश्नोई भी जेल में ही है लेकिन लाला जठेड़ी गैंग के साथ मिलकर वारदात अंजाम दे रहा है।

सिंडीकेट ने बढ़ाई गैंग की पहुँच

GANG SYNDICATE NEWS: इस सिंडीकेट का असर ये हो रहा है कि इन गैंग की पहुँच बढ़ गई। मसलन पहले नीरज बवाना का गैंग बाहिरी दिल्ली और दिल्ली के आस पास के इलाक़ों में आसानी से वारदात अंजाम देते थे लेकिन अब इनके गैंग की हद गुरुग्राम की हद तक जा पहुँची। उसी तरह से लॉरेंस बिश्नोई गैंग का दायरा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड के साथ साथ यूपी और बिहार तक फैल गया है।

गैंग के बीच छिड़ी इस जंग ने दहशत के साथ साथ पुलिस अफसरों को चिंता में डाल दिया है। इसी गैंगवॉर का नतीजा है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने पटौदी में गैंगस्टर कौशल चौधरी के क़रीबी शराब कारोबारियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करवा दी और हत्या की उस पूरी वारदात को सोशल मीडिया पर डालकर इसकी जिम्मेदारी भी ले ली।

जवाब में कौशल चौधरी ने पंजाब के बमबिहा गैंग के साथ मिलकर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी कबड्डी खिलाड़ी की हत्या करके उसे सोशल मीडिया के ज़रिए जमाने को बता दिया और खुलेआम लॉरेंस बिश्नोई को चैलेंज भी दे दिया।

पुलिस के सामने सिंडीकेट की उलझी पहेली

CRIME STORY IN HINDI:असल में ये बात तब अच्छी तरह खुलकर सामने आई जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और गुरुग्राम की STF के एक ऑपरेशन में एक गैंगस्टर का शॉर्प शूटर पकड़ा गया। उसने जब जुबान खोली तो पुलिस की आंखें खुली की खुली ही रह गई क्योंकि अब उनके सामने गैंग के नए सिंडीकेट की उलझी हुई पहेली थी।

उस शूटर के दावे पर यकीन किया जाए तो नीरज बवाना गैंग ने कौशल चौधरी के अलावा टेकचंद और पंजाब के देविंदर बमबिहा गैंग के साथ हाथ मिलाकर एक पूरा सिंडीकेट खड़ा कर लिया है। जबकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग की संपत नेहरा और काला जठेड़ी गैंग के साथ मिली भगत में वारदात को अंजाम दिया जा रहा है।

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