Delhi Murder News: दिल्ली पुलिस को 9 जुलाई को खबर मिली थी कि 32 साल का योगेश कुमार अचानक घर से गायब हो गया है। योगेश परिजनों से कहकर गया था कि वो नौकरी से लिए इंटरव्यू देने जा रहा है। पुलिस नें जांच शुरु की तो पता चला कि योगेश के गायब होने के बाद अगले दिन योगेश के पिता के पास एक अनजान नंबर से फोन आया जिसमें कॉलर ने योगेश को जिंदा सही सलामत वापस भेजने के लिए 20 लाख रुपए की मांग की। जांच के दौरान टीम ने शिकायतकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों से गहन पूछताछ की ताकि किसी के साथ पिछली दुश्मनी के बारे में कोई सुराग मिल सके। लापता योगेश के दोस्तों की जानकारी एकत्र की गई। पुलिस की टीम सभी संभावित तकनीकी सुरागों और सबूतों को जोड़ कर उनका विश्लेषण कर रही थी।
सेक्स करने से किया इनकार तो दोस्त ने दोस्त की गोली मारकर हत्या की, लाश सूटकेस में रख बहा दी!
Delhi Murder News: दिल्ली पुलिस ने कत्ल के मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है, दोस्त ने दोस्त को किडनैप किया और सेक्स करने की कोशिश की।
ADVERTISEMENT
लाश सूटकेस में रख बहा दी
03 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 3 2023 9:00 PM)
17 जुलाई को फिर से फिरौती का फोन आया
ADVERTISEMENT
जिस मोबाइल फोन से फिरौती की कॉल आई थी उसे भी सर्विलांस पर लगाया गया। अभी पुलिस जांच कर ही रही थी कि 17 जुलाई को फिर से फिरौती का फोन आया और कॉलर ने इस बार योगेश के पिता से 15 लाख रुपए की मांग की। मोबाइल की लोकेशन मिलने पर पुलिस ने पालिका बाजार, कनॉट प्लेस, दिल्ली और जीआईपी मॉल के अलावा गुरुग्राम में छापेमारी की। आखिर में पता चला कि कॉलर जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था। फिरौती के लिए कॉल के लिए इस्तेमाल किए गए नंबर सुपौल, बिहार के पाए गए। पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के रिवर्स विश्लेषण पर काम करना शुरू किया तो पता चला कि 09 जुलाई को पीड़ित योगेश ने प्लाजा मॉल, सेक्टर 16 द्वारका से पिज्जा खरीदा था और उसने पिज्जा का बिल ऑनलाइन चुकाया था।
सफेद रंग की स्विफ्ट कार का राज़
पुलिस टीम को प्लाजा मॉल द्वारका में योगेश का आखिरी सीसीटीवी फुटेज भी मिला, जब वह एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार से ड्राइवर साइड से काली पोशाक पहने एक युवा लड़के के साथ बाहर निकल रहा था। आखिरी बार उन्हें वहां पिज्जा खाते हुए देखा गया था। पुलिस टीम ने गहराई से जांच की तो स्विफ्ट कार के पेट्रोल टैंक के कैप पर एक निशान बना हुआ था। जीके पुलिस स्टेशन की टीम ने द्वारका सेक्टर 16 से न्यू अशोक नगर तक रिवर्स रूट पर सीसीटीवी फुटेज का डिटेल्ड एनालिसिस करना शुरू किया। पुलिस को पता चला कि योगेश को आखिरी बार शशांक सिंह के साथ देखा गया था। शशांक सिंह एमबीए का छात्र था।
यौन संबंधों की मांग को लेकर नाराजगी
पुलिस ने शशांक से पूछताछ शुरु की। लगातार पूछताछ करने पर वह टूट गया और खुलासा किया कि उसकी मृतक योगेश से मुलाकात दिल्ली में एक पार्टी में हुई थी। इसके बाद उनकी एक-दूसरे से मुलाकातें होने लगीं। मृतक योगेश बेरोजगार था और अपने बेहतर रोजगार के लिए शशांक से मिलता जुलता था। 09 जुलाई को शशांक ने मृतक योगेश को उसकी सी.वी. सहित मूलचंद पर नौकरी के लिए बुलाया। इसके बाद वे दोनों द्वारका सेक्टर 16 गए जहां मृतक योगेश ने एक मॉल से पिज्जा खरीदा। उन्होंने बीयर भी ली और द्वारका सेक्टर 14 स्थित सुनसान जगह की ओर चले गए। जब उन्हें एकांत जगह मिली तो शशांक ने अपनी कार रोक दी। शशांक सिंह को यौन संबंधों की मांग को लेकर नाराजगी थी, जिससे वह काफी नाराज था।
योगेश के शव को एक सूटकेस में पैक किया
शशांक ने अपनी पिस्तौल निकाली और उसे गोली मार दी। इसके बाद उसने योगेश के शव को एक सूटकेस में पैक किया और द्वारका सेक्टर 14 बी के पास एक मुख्य नाले में फेंक दिया। उसने अपनी कार साफ की और खून से सनी कार की चादरें और अन्य सामान यमुना नदी में फेंक दिया। 12 जुलाई को उसने अपनी पिस्तौल भी यमुना नदी में फेंक दी। इसके बाद उसने एक फर्जी सिम कार्ड खरीदा और पुलिस जांच को गुमराह करने के लिए मृतक योगेश के परिवार को फिरौती के लिए कॉल किया। पार्टियों के दौरान लोगों पर प्रभाव डालने के लिए उसने बिहार के अपने एक दोस्त से पिस्तौल खरीदी थी।
ADVERTISEMENT