आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने कभी भंडारे कराए तो कभी पुलिसवाले मंदिर गए! 27 सालों से इस तरह से चकमा देता रहा आरोपी!

Delhi News: पुलिस से बचने के लिए कत्ल का आरोपी साधू बन कर घूम रहा था तो आरोपी तक पहुंचाने के लिए पुलिस कभी भंडारे लगा रही थी तो कभी धार्मिक जगह के चक्कर काट रही थी। 

CrimeTak

01 May 2024 (अपडेटेड: May 1 2024 7:27 PM)

follow google news

हिमांशु के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट 

Delhi News:
पुलिस से बचने के लिए कत्ल का आरोपी साधू बन कर घूम रहा था तो आरोपी तक पहुंचाने के लिए पुलिस कभी भंडारे लगा रही थी तो कभी धार्मिक जगह के चक्कर काट रही थी। वहीं आरोपी 27 साल से दिल्ली पुलिस को चकमा दे रहा था। वो बार-बार अपने नाम बदलता, ठिकाने बदलता ताकि पुलिस उसे ट्रैक न कर पाए।

27 साल से था फरार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 27 साल से कत्ल के आरोप में फरार चल रहे टिल्लू नाम के एक 77 साल के बुजुर्ग शख्स को ऋषिकेश से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, टिल्लू के खिलाफ 1996 में दिल्ली के ओखला थाने में कत्ल का केस दर्ज हुआ था। पुलिस के मुताबिक, 4 फरवरी 1996 को ओखला में किशन लाल नाम के एक शख्स की खून से लथपथ लाश मिली थी। इसी किशन लाल के कत्ल के मामले में पुलिस को टिल्लू की तलाश थी।

अलग-अलग जगहों पर रहा आरोपी

केस दर्ज करने के कुछ साल तक तो पुलिस ने टिल्लू को कई जगहों पर तलाशा, खासतौर से टिल्लू के गृह नगर कानपुर और आसपास के इलाकों में लेकिन टिल्लू का कोई सुराग नहीं मिला। उस वक्त न तो सीसीटीवी हुआ करते थे और न ही मोबाइल फोन, इसलिए पुलिस को टिल्लू का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। बाद में कोर्ट ने टिल्लू को भगोड़ा घोषित कर दिया था। क्राइम ब्रांच के डीसीपी अमित गोयल के मुताबिक, उनकी टीम समय समय पर ऐसे भगोड़ों की तलाश करती रहती है। ऐसे में ही 2023 में पुलिस को जानकारी मिली की टिल्लू कन्याकुमारी में है। दरअसल पुलिस को टिल्लू के परिवार के कुछ मोबाइल नंबर मिले थे, उन नंबरों को जब पुलिस ने खंगाला तो पता लगा की एक मोबाइल की लोकेशन बार-बार बदलती रहती है। जांच में ये भी आया की ये नंबर ज्यादातर बंद रहता है।

पुलिस ने नंबर किया ट्रैक, इस तरह से पकड़ा गया आरोपी!

अब पुलिस ने इस नंबर को ट्रैक करना शुरू किया। कन्याकुमारी के बाद ये नंबर पूरी उड़ीसा में एक्टिव हुआ, फिर बंद हो गया। पुलिस को पता चला की टिल्लू ज्यादातर समय धार्मिक स्थानों पर ही रहता है और धर्मशाला में रुकता है। इस बीच क्राइम ब्रांच को पता चला की टिल्लू का नंबर ऋषिकेश में एक्टिव हुआ है। इसके बाद पुलिस टीम ऋषिकेश पहुंच गई। पुलिस के पास टिल्लू की कोई फोटो भी नहीं थी इसलिए पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू किया। लोगों के ज्यादा संपर्क में आने के लिए पुलिस ने ऋषिकेश में मंदिर के पास भंडारे भी लगाए। इस बीच पुलिस को पता चला कि टिल्लू घाट नंबर तीन के पास के है, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की। पहचान के बाद पुलिस ने टिल्लू को गिरफ्तार कर लिया। 

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp