सीबीआई ने क्यों गिरफ्तार किया अरविंद केजरीवाल को? केजरीवाल पर लगे ये हैं तीन बड़े आरोप

Delhi CM Arvind Kejriwal Latest News Updates: सीबीआई ने केजरीवाल को गिरफ्तार करने के पीछे कई आधार गिनवाए हैं। इनमें से तीन आरोप ऐसे हैं जिनकी केजरीवाल के वकीलों के पास फिलहाल कोई काट नहीं है।

CrimeTak

• 01:52 PM • 26 Jun 2024

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Delhi CM Arvind Kejriwal Latest News Updates: सीबीआई ने केजरीवाल को गिरफ्तार करने के पीछे कई आधार गिनवाए हैं। कैसे शराब नीति बदलने का प्लान दिमाग में आया, क्यों आया, किन-किन लोगों का फायदा पहुंचा और कैसे अपराध हुआ, इसको लेकर सीबीआई ने विस्तार से रिमांड अर्जी में लिखा है। जो आरोप ईडी ने केजरीवाल को अरेस्ट करते वक्त दिए थे, वो ही आरोप सीबीआई ने भी लगाए हैं।

दरअसल, केजरीवाल शराब नीति को प्राइवेट हाथों में सौंपना चाहते थे। इसके लिए साउथ कैंप के नेता उनसे मिल रहे थे। केजरीवाल ने खुद रिश्वत की रकम अपने एकाउंट में नहीं ली, लेकिन उनके सहयोगी Kickbacks  (रकम ) ले रहे थे। केजरीवाल की जानकार नेता यानी कविता रिश्वत मांग रही थी, रिश्वत की रकम आई भी, नीति भी लागू हुई, साउथ के वैंडरों को फायदा भी पहुंचा और गोवा इलेक्शन में ये पैसा इस्तेमाल भी हुआ। सब कुछ केजरीवाल की गाइडेंस में हो रहा था।

आरोप नंबर 1

दिल्ली की नई शराब नीति में CBI द्वारा केजरीवाल से पूछताछ और गिरफ्तारी के पीछे की प्रमुख वजह यह है कि केजरीवाल उस कैबिनेट का हिस्सा थे, जिसने उस नई शराब नीति को मंजूरी दी थी। इसके अलावा इस मामले में कई गवाहों के बयान, केजरीवाल से गवाहों की मीटिंग, केजरीवाल के होटल में रुकने के सबूत, पैसों का लेन-देना, फोन रिकार्ड्स, बैंक डिटेल्स और अन्य दस्तावेजों को आधार बनाया गया है।

आरोप नंबर 2

वैंडरों से की मुलाकात

शराब नीति साउथ ग्रुप के हिसाब से बनी, इसकी एवज में रिश्वत मिली, जिसका इस्तेमाल गोवा इलेक्शन में हुआ

CBI का पहला आरोप है कि कथित अवैध रिश्वत लेने के बाद तत्कालीन आबकारी नीति 2021-22 में लाभ देने के लिए बदलाव किए गए। दूसरा आधार ये है कि शराब के थोक विक्रेताओं के लिए लाभ के मार्जिन को पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया। इस मामले में 16 मार्च 2021 को एक शराब कारोबारी से संपर्क किया गया कि केजरीवाल शराब नीति को लेकर मिलना चाहते हैं। 16 मार्च 2021 को liquor baron मांगूंटा रेड्डी से मुलाकात हुई। इसको लेकर मांगूंटा रेड्डी का बयान मौजूद है। शरद रेड्डी की मुलाकात भी केजरीवाल से हुई थी। वो भी इस मामले के आरोपी थे, जो बाद में सरकारी गवाह बन गए। के कविता और रेड्डी 20 मार्च 2021 को फिर मिले। कविता द्वारा 50 करोड़ रुपए पार्टी फंड में देने की बात कही गई। 25 करोड़ का भुगतान भी हुआ। ये सब कुछ दिल्ली के सीएम की गाइडेंस में हो रहा था। 

मीटिंग हुई, पॉलिसी बनी, लागू हुई, रिश्वत आई

इससे पहले 19 मार्च को कविता ने रेड्डी को मिलने के लिए फोन कॉल पर समय और जगह तय की थी। विजय नायर को इस मुलाकात को कोऑर्डिनेट करने का जिम्मा सौंपा गया था, क्योंकि 19 मार्च को वो हैदराबाद में था। ये बैठक दिल्ली में हुई थी। Lockdown की वजह से एक प्राइवेट फ्लाइट से अभिषेक बोइनपल्ली और बुचीबाबू दिल्ली पहुंचे थे। इस मुलाकात के लगभग दो महीने बाद 25 मई 2021 को पॉलिसी आई थी। 

जिसने विरोध किया, उसे बाहर कर दिया गया - सीबीआई

CBI ने रिमांड अर्जी में आगे लिखा है कि कोविड का समय चल रहा था, इसलिए जल्दबाजी में यह काम किया गया। जीओएम के बीच कोई चर्चा नहीं हुई बल्कि सर्कुलर के ज़रिए ही सबके हस्ताक्षर लिए गए। सब जल्द से जल्द पॉलिसी लागू करना चाहते थे। कोई भी इंतज़ार नहीं करना चाहता था। अब बड़ा मुद्दा ये है कि इस मामले की कमान किसके हाथ में रही? इसका जवाब है कि सारा पैसा नकद दिया गया है। हम 44 करोड़ रुपये के बारे में पता लगा पाए हैं। यह भी पता लगा पाए हैं कि यह पैसा गोवा कैसे पहुंचा? वहां इसका इस्तेमाल कैसे किया गया? हमें पता चल गया कि चनप्रीत सिंह ने चुनाव के लिए, गोवा के प्रत्याशियों के लिए और यहां तक ​​कि सीएम के वहां रहने के लिए भी पैसे दे रहा था। पॉलिसी के लिए सार्वजनिक सुझाव मांगा गया और उन सुझावों से छेड़छाड़ की गई, वह मनगढ़ंत थे , हमारे पास इसके लिए पर्याप्त सबूत हैं। जब ऐसा हो रहा था तो कुछ अधिकारी ऐसे थे, जो हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं थे। जिस अधिकारी ने कहा था कि मैं हस्ताक्षर नहीं करूंगा, उसे बदल दिया गया।

अभी तक 4 चार्जशीट, 17 आरोपी

CBI ने कहा - अभी तक 4 आरोपपत्र दाखिल किए गए हैं, 17 आरोपी हैं, हम जांच के लगभग निष्कर्ष पर पहुंच चुके हैं। सीबीआई ने कहा कि केजरीवाल ने कहा था कि ये सारा आइडिया मनीष सिसोदिया का था। वो शराब को प्राइवेट लोगों के हाथों में देना चाहता था। सीबीआई ने कहा कि इस बात की भी तहकीकात गहनता से करनी है और दोनों आरोपियों को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करनी है। 

आरोप नंबर 3

रिश्वत की रकम से होटल बुक

गोवा में केजरीवाल के ठहरने का खर्च हवाला के जरिए चुकाया गया

CBI ने कहा - जब हमने जेल मे केजरीवाल से पूछताछ की तो वो सहयोग नहीं कर रहे थे इसलिए हमें उनको गिरफ्तार करना पड़ा। जब हमने पूछा कि क्या आप गोवा गए थे और आपके ठहरने का खर्च किसने उठाया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें याद नहीं है। गोवा में केजरीवाल के ठहरने का खर्च हवाला के जरिए चुकाया गया। हमें सह आरोपियों और डाक्यूमेंट्स के साथ केजरीवाल को कन्फ्रंट कराना है। सीबीआई- हम जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेंगे। हम जुलाई तक जांच पूरी कर लेंगे। हमें जल्द ही निष्कर्ष पर पहुंच जाएंगे। 

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