3 मई की रात जिस वक़्त समूचा यूक्रेन पूरी तरह से नींद के आगोश में था... अचानक रात के सन्नाटे को चीरते हुए सैकड़ों सायरन चीखने लगे... और इससे पहले यूक्रेन के लोगों की नींद खुल पाती....काली चादर से ढका आसमान मौत की आग बरसाने लगा...आसमान से फाइटर प्लेन बम बरसा रहे थे...तो समंदर की तरफ से रूसी के जंगी जहाज और सबमरीन मिसाइलें दाग रहे थे...आसमान और समंदर से किए गए इन रूसी हमलों से यूक्रेन बुरी तरह से दहल उठा...एक दो नहीं...रूस की सेना ने करीब करीब 100 से ज़्यादा क्रूज मिसाइलों को यूक्रेन के शहर पर हमले के लिए दागा। रूस ने क्रूज मिसाइलों से जबरदस्त हमला किया था, काला सागर से यूक्रेन के खेरसन शहर पर भयंकर हमला किया गया, रूस के जंगी जहाजों और सबमरीन से मिसाइलें दागी गईं और यूक्रेन की आसमानी सीमा लांघकर फाइटर जेट ने बम बरसाए। बुधवार को यूक्रेन का खारसेन शहर ताबड़तोड़ हमलों से दहल उठा।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन बोले योगी की जुबान, यूक्रेन से कहा 'मिट्टी में मिला देंगे'
Russian-Ukraine War: रूस ने यूक्रेन के शहर खेरसॉन पर हमला किया जिसमें अभी तक 23 लोगों की मौत हो गई जबकि 48 से ज़्यादा घायल हैं।
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रूस ने चौतरफा हमला करके यूक्रेन के शहर खेरसॉन को पूरी तरह से दहलाया
04 May 2023 (अपडेटेड: May 4 2023 2:38 PM)
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जिस वक़्त रूस की तरफ से मिसाइलों और बम वर्षक विमानों से बम बरसाए गए तो खेरसन शहर के एक हाइपर मार्केट में शॉपिंग कर रहे तीन लोग मौके पर ही मारे गए। खारसेन में ये हमले ऐसे वक्त पर हुए, जब यूक्रेन पर रूस ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है...रूसी सरकार की ओर से कहा गया है कि यूक्रेन ने आतंकवादियों की तरह रूसी राष्ट्रपति की हत्या करने के लिए ड्रोन भेजे... उसे इसकी क़ीमत चुकानी पड़ेगी। रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर किए गए जानलेवा हमले के बाद रूसी सरकार तिलमिला गई है… यूक्रेन के इस हमले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की को मिट्टी में मिला देने की अपील की है।
रूसी बम और मिसाइलों का निशाना बने रेलवे स्टेशन और सुपरमार्केट...
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, खारसेन में हुए हमलों में 23 लोगों की मौत हो गई. जबकि 48 लोग घायल हुए हैं। रूस की ओर से किए गए इन हमलों को बदले के तौर पर देखा जा रहा है। सवाल यही उठता है कि आखिर रूस ने ये हमला क्यों किया और क्या क्रेमलिन पर जिस ड्रोन अटैक की बात की जा रही थी, वो सही है। या फिर रूस की इसमें कोई चाल दिखती है।
क्योंकि 3 मई को रात के अंधेरे में अचानक रूसी राष्ट्रपति की तमाम सुरक्षा बंदोबस्त को भेदकर दो ड्रोन उस भवन के आसमान पर पहुंचते हैं जिसके ऊपर से परिंदा भी पर नहीं मार पाता...और अचानक धमाका नज़र आता है...ये रूसी राष्ट्रपति भवन 'क्रेमलिन' पर हमला कहा गया? ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस पर ड्रोन से हुआ हमला? रूस के रडार सिस्टम ने मार गिराए दो ड्रोन।
बताया जा रहा है कि जिस समय ये हमला हुआ हुआ उस समय व्लादिमीर पुतिन क्रेमलिन में नहीं थे।
रूस की तरफ से बताया गया है कि इस हमले में कुल दो फाइटर ड्रोन्स शामिल थे। और इन दोनों ड्रोन का मकसद क्रेमलिन की उस इमारत को निशाना बनाना था.... जहां राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन रहते हैं। इसी ग्रैंड क्रेमलिन में ही रूस की संसद भी है...
मिली जानकारी के मुताबिक़, रूस के रडार Warfare System ने दोनों Drones को उस व़क्त टारगेट किया, जब वो क्रेमलिन परिसर के ऊपर उड़ रहे थे।
क्या होते हैं फाइटर ड्रोन-
असल में फाइटर ड्रोन एक तरह से खतरनाक मिसाइल की तरह होते हैं जो पूरी तरह से एक्सप्लोसिव डिवाइस से लैस होते हैं...इन ड्रोन में ऐसे Blades लगे होते हैं, जो टारगेट को आसानी से खत्म कर कर सकते हैं। लेकिन इस हमले में जिन फाइटर Drones का इस्तेमाल हुआ, उन्हें लेकर अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।और रूस ने अभी सिर्फ इतना ही बताया है कि जिन Drones को उसने नष्ट किया, वो दोनों Drones फाइटर Drones थे और दोनों ही पुतिन पर हमला करने के इरादे से क्रेमलिन के ऊपर उड़ान भर रहे थे...।
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