अपनी याचिका में मृतक अंकित की मां गीता ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इस मामले में आरोपों के घेरे में है तिहाड़ जेल के सुपिरीटेंडेंट नरेन्द्र मीणा ।
मेरे बेटे को जेलर ने मारा : अंकित गुर्जर की मां, कोर्ट ने कहा : आरोपों का जवाब दें तिहाड़ DG
Court issues notice to DG Tihar in Ankit Gurjar murder case
ADVERTISEMENT
06 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)
अंकित की मां के मुताबिक अंकित से एक लाख रुपये मांगे गए थे । जब उसने ये रुपये नहीं दिए तो उसके साथ बहुत ही बेरहमी से मारपीट की गई जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
ADVERTISEMENT
याचिका के मुताबिक जेल सुपरिटेंडेंट नरेन्द्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर कत्ल की इस वारदात को अंजाम दिया है। गीता के मुताबिक इस मामले की खबर जैसे ही तिहाड़ जेल से छूटे कैदी ने उनको दी।
3 और 4 अगस्त की दरम्यानी रात को ही परिवार ने हरि नगर पुलिस स्टेशन को इसकी इत्तिला दी थी लेकिन थाने में तैनात पुलिसवालों ने उनकी कोई मदद नहीं की।
परिवार के मुताबिक उन्होंने थाने में फोन कर बताया था कि अंकित को जेलर नरेन्द्र और उसके साथियों ने पीटा है और वो बुरी तरह से जख्मी है । अगर उसे इलाज नहीं मिला तो वो मर जाएगा बावजूद इसके पुलिसवालों का कहना था कि तिहाड़ में चिकित्सा सुविधाएं उसको मुहैया हो जाएंगी और परिवार को घबराने की जरुरत नहीं है।
परिवार के मुताबिक अगर अंकित को वक्त रहते इलाज मिलता तो शायद उसकी जान बच सकती थी लेकिन जानबूझकर उसका इलाज नहीं कराया गया ताकि उसकी मौत हो जाए।
अब मौत के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन अंकित की सेल मे बंद कैदियों पर हत्या का आरोप लगा रहा है जबकि असली दोषी जेलर नरेन्द्र मीणा है।
परिवार ने कोर्ट से इस बात की भी गुहार लगाई है कि अंकित की सेल के पास लगे सीसीटीवी की फुटेज को सहज कर रखा जाए क्योंकि इस मामले के आरोपी फुटेज को डिलीट कर सकते हैं । अगर उस दिन रात 8 बजे से रात 1 बजे की फुटेज मिलती है तो साफ हो जाएगा कि अंकित की हत्या जेलर नरेन्द्र मीणा ने अपने साथियों के साथ मिलकर की है।
याचिका का निपटारा करते हुए कोर्ट ने ना केवल तिहाड़ के डीजी को हाजिर होने का नोटिस जारी किया है बलकि हरि नगर थाने के एसएचओ को भी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। इस मामले की सुनवाई अब शनिवार को दोपहर दो बजे होगी।
ये पहला मामला नहीं है जब तिहाड़ जेल प्रशासन सवालों के घेरे में आया है । पहले भी तिहाड़ में कैदियों की मौत होती रही हैं और सवाल उठते रहे हैं लेकिन आजतक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ADVERTISEMENT