Chhattisgarh Wife Murder: छत्तीसगढ़ के जशपुर में महिला की हत्या के मामल में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। दरअसल जिस मौत को पुलिस एक हादसा मान रही थी तो एक सनसनीखेज कत्ल का मामला निकला। दरअसल संदीप यादव नाम के शख्स ने 10 फरवरी को एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमे बताया गया कि सुबह लगभग 5 बजे लगभग उसकी चाची मायके जाने के लिए निकली थी। चाची प्रमिला यादव उम्र 39 वर्ष पवन यादव के साथ में मारूती कार सी.जी. 04/एच.ए. 6339 में शंकरगढ़ के जगीमा गांव जा रही थी।
Chhattisgarh Wife Murder: फिल्मी स्टाइल में पत्नी की हत्या, पहले किया एक्सीडेंट, बच गई बीवी तो घोंट दिया गला!
Jashpur Nagar Crime: अर्जुन यादव कार को चलाते हुए कामारिमा घाट के पास ले गया और कार को धीरे करके खाई की तरफ मोड़ कर वह गाड़ी से कूद गया।
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जांच में जुटी पुलिस
27 Feb 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:37 PM)
इस कार को पवन यादव चला रहा था। इस दौरान कामारिमा घाट के पास कार का ब्रेक नहीं लगा और कार एक्सीडेंट का शिकार हो गई और गड्ढे में जा गिरी। इस हादसे में कार सवार महिला की मौत हो गई। इस मामले में पण्डरापाठ चौकी में रिपोर्ट दर्ज की गई और शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ऐई तो पता चला कि प्रमिला की मौत हादसे मे नहीं हुई बल्कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है।
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पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच शुरु की को हत्या के मामले की परतें खुलती चली गईं। शक के आधार पर पुलिस ने प्रमिला के पति और 2 भतीजों को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपी ने पुलिस को बताया कि प्रमिला अपने पति के चरित्र पर शक करती थी। इसी वजह से दोनो के बीच अक्सर लड़ाई-झगड़ा होता था। पत्नी के व्यवाहर से तंग आकर पति ने हत्या की प्लानिंग कर वारदात को अंजाम दिया। यह मामला बगीचा थाना अंतर्गत चौकी पण्डरापाठ क्षेत्र का है।
प्लानिंग के मुताबिक 9 फरवरी की रात उनके गांव खैरापाठ में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान अर्जून यादव अपने भतीजा पवन यादव एवं अलोक यादव से मिला। अर्जून यादव ने उन्हें बताया कि उसकी पत्नी प्रमिला यादव अक्सर इसके चरित्र पर शंका करती है और हमेशा लड़ाई-झगड़ा करती है जिससे वह परेशान हो गया है। इन्होंने हत्या का प्लानिंग बनाई कि 10 फरवरी को प्रमिला यादव अपने मायके जायेगी उसी दौरान कामारिमा घाट में वाहन का एक्सीडेंट कर उसे मरवा देंगें। जिसके बाद तीनों सहमत हो गये और अपने-अपने घर आ गये।
10 फरवरी की सुबह लगभग 04 बजे अर्जून यादव फोन कर पवन यादव एवं अलोक यादव को अपने पास बुलाया। प्रमिला यादव अलोक यादव, पवन यादव और अर्जून यादव सभी मारूती में सवार होकर अपने घर से निकले। अर्जुन यादव कार को चलाते हुए कामारिमा घाट के पास ले गया और कार को धीरे करके खाई की तरफ मोड़ कर वह गाड़ी से कूद गया। फिर पवन यादव एवं अलोक यादव भी कूद गये। उन्हें कूदता देखकर प्रमिला भी गाड़ी से कूद गई। वहीं कार रोड से लगभग 25 फीट नीचे पेड़ में खाई के पास जाकर टकरा गई। महिला हत्या के इस प्लानिंग में किसी तरह बच गई और वहां से भागने लगी तो अर्जून यादव ने उसे पकड़कर कार एवं खाई वाले जगह के पास ले गया। यहां मारपीट किया और अलोक यादव के पास रखे गमछा से प्रमिला यादव के गला में बांधकर एक तरफ को अर्जून यादव एवं दूसरी तरफ अलोक यादव ने खींचा और उसकी हत्या दी। हत्या के बाद केस को हादसे की शक्ल देने की साजिश रची गई थी।
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