कानपुर के मसाला कारोबारी के घर से मिला 150 करोड़ से ज्यादा कैश, इस गलती से मिला सुराग

KANPUR / 150 CRORES RUPEES RECOVERED : कैश ही कैश, कितने रुपए मिले कारोबारी के ठिकानों से ? do read more and latest crime stories at crime tak website.

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24 Dec 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:11 PM)

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मुनीष पांडे के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

KANPUR / 150 CRORES RUPEES RECOVERED : यूपी में कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन के घर पर छापेमारी करके जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) के अधिकारियों ने 150 करोड़ रुपये से अधिक नकद बरामद किया। इस छापेमारी में डीजीजीआई के अलावा आयकर विभाग की टीम भी हिस्सा ले रही है। नोटों को गिनने के लिए एसबीआई के अफसरों की मदद ली जा रही है।

गौरतलब है कि गुरुवार को जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) इंटेलिजेंस की अहमदाबाद इकाई ने कानपुर के त्रिमूर्ति फ्रैग्रेंस प्राइवेट लिमिटेड (शिखर ब्रांड पान मसाला और तंबाकू उत्पादों के निर्माता) के गोदाम और कारखानों के अलावा गणपति रोड कैरियर्स के कार्यालय पर तलाशी अभियान शुरू किया था।

अधिकारियों के अनुसार, ट्रांसपोर्टर माल ले जाने के दौरान ई-वे बिलों को बनाने से बचने के लिए फर्जी कंपनियों के नाम पर बिल बनाता था। बिल की रकम 50 हजार रुपये से कम होती थी, ताकि ई-वे बिल की जरुरत ही न पड़े। डीजीजीआई ने कहा, 'ट्रांसपोर्टर इस तरह फर्जीवाड़ा करके नकद एकत्र कर रहा था और इसे निर्माता को सौंप रहा था।'

पीयूष जैन के घर पर छापेमारी के दौरान कागज में लिपटे भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई। डीजीजीआई के मुताबिक, भारतीय स्टेट बैंक, कानपुर के अधिकारियों की मदद से नकदी की गिनती की प्रक्रिया शुरू की गई है। नकदी की कुल राशि 150 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है। डीजीजीआई ने कहा कि टैक्स बकाया के रूप में अब तक 3.09 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है। डीजीजीआई ने कानपुर में व्यवसायी पीयूष जैन (उत्तर प्रदेश के कन्नौज में ओडोकेम इंडस्ट्रीज के भागीदार) के आवासीय परिसर पर छापेमारी की। पीयूष जैन पर आरोप है कि वह नकद पैसे लेकर परफ्यूमरी कंपाउंड की आपूर्ति कर रहे थे।

8 मशीनों से नोटों की गिनती जारी

इस छापेमारी को 24 घंटे से ज्यादा बीत गए हैं। घर के अंदर टीम बैठकर नोट गिनने का काम कर रही है। गुरुवार को नोट गिनने की 6 मशीनें बुलाई गई थीं, लेकिन यहां नोटों के बंडल इतने हैं कि मशीनें कम पड़ गई। इसके बाद दो और मशीनें बुलाईं गईं। 8 मशीनों की मदद से टीम नोट गिनने का काम कर रही है, लेकिन अब तक गिनती जारी है।

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