Cash For Query: सरकार से सवाल उठाने के चक्कर में सवालों में घिरी महुआ मोइत्रा अब और भी ज़्यादा गहरी फंसती दिखाई पड़ रही हैं। तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ संसद की एथिक्स कमेटी ने अपनी जांच के बाद करीब 500 पेज की रिपोर्ट तैयार की है। मुमकिन है कि एथिक्स कमेटी की पैनल आज ही अपनी रिपोर्ट का फाइनल ड्राफ्ट तैयार भी कर दी और उसे लोकसभा सचिवालय को भेज भी दिया जाए। लेकिन जो कुछ अब तक छन छन कर सामने आया है वो तृणमूल कांग्रेस की सांसद का सपना छन्न से तोड़ भी सकता है, क्योंकि उस 500 पेज की रिपोर्ट में संसद की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की जा सकती है।
जाने वाली है महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता? एथिक्स कमेटी की 500 पेज की रिपोर्ट तैयार!
Cash For Query: तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ संसद की एथिक्स कमेटी ने अपनी जांच के बाद करीब 500 पेज की रिपोर्ट तैयार की है।
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Cash For Query मामले में महुआ मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट तैयार
09 Nov 2023 (अपडेटेड: Nov 9 2023 10:25 AM)
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एथिक्स कमेटी ने दिए 11 आधार
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस रिपोर्ट में एथिक्स कमेटी ने 11 ऐसे आधारों का जिक्र किया है जो एक से बढ़कर एक हैं और सदस्यता रद्द की मांग करने के लिए पर्याप्त आधार हो सकते हैं। महुआ मोइत्रा पर सबसे संगीन इल्जाम यही है कि उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को ब्लैकमेल किया। एथिक्स कमेटी चाहती है कि सरकार महुआ मोइत्रा और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन देन की जांच करे। क्योंकि इस पूरे मामले में मनी ट्रेल एक बहुत बड़ा सबूत हो सकता है।
सवालों के चक्कर में सवालों में घिरी
कैश फॉर क्वारी मामले में सवाल उठाने के मुद्दे पर महुआ मोइत्रा अब सवालों में पूरी तरह से घिरी दिखाई दे रही हैं। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने का इल्जाम लगाया था। और दुबे की इसी शिकायत की वजह से संसद की एथिक्स कमेटी ने इस सिलसिले में जांच की और महुआ मोइत्रा को बुलाकर पूछताछ भी की थी। और अपनी 500 पेज की रिपोर्ट तैयार की है। खुलासा यही है कि ये कमेटी अपनी सिफारिशों को अंतिम रूप देने के बाद महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश भी कर सकती है।
कारोबारी को ब्लैकमेल किया!
सूत्रों से पता चला है कि इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में मोइत्रा के खिलाफ एक्शन लेने के लिए 11 ऐसे आधार भी गिनाये हैं जिनके आधार पर किसी भी सदस्य की संसद सदस्यता आसानी से जा सकती है। सबसे संगीन इल्जाम तो यही है कि महुआ मोइत्रा ने कारोबारी हीरानंदानी को ब्लैकमेल किया
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