बोगटुई नरसंहार मामले में सनसनीखेज़ खुलासा, CBI के हाथ लगा 'मास्टरमाइंड' जहांगीर शेख

Birbhum killings: बंगाल के बोगटुई नरसंहार मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने आखिरकार वारदात के मुख्य आरोपी को क़ानून की गिरफ्त में ले ही लिया। लेकिन इस मामले में जो खुलासा किया वो सनसनीखेज है

CrimeTak

08 Dec 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:31 PM)

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West Bengal Incident: पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले के बोगटुई नरसंहार (massacre) के बारे में जो नया खुलासा सामने आया है उसने सभी को बुरी तरह से दहलाकर रख दिया। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की इस संगीन वारदात की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी CBI कर रही है। और CBI ने इस मामले में जो ताज़ा खुलासा किया है वो न सिर्फ हैरतअंगेज है बल्कि बेहद सनसनीखेज़ भी।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बोगटुई नरसंहार मामले में CBI ने जहांगीर शेख को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। बताया जा रहा है कि जहांगीर ही नरसंहार की वारदात का असली मास्टरमाइंड है।

गौरतलब ये है कि इस नरसंहार में तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख भी उसमें मारे गए थे। और भादू शेख उसी जहांगीर शेख के भाई थे जो इस नरसंहार का शिकार हुए।

मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को ही जहांगीर शेख को गिरफ्तार किया गया था और अब उन्हें कोलकाता हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा।

मुमकिन है कि इस घटना के बारे में और बातों का खुलासा करने के लिए सीबीआई जहांगीर शेख की रिमांड भी मांगे। वैसे इस मामले को कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही CBI को जांच के लिए सौंपा गया था।

Birbhum killings: असल में इसी साल मार्च के महीने में 21 तारीख को बोगटुई गांव के रहने वाले बरशाल ग्राम पंचायत के मौजूदा उप प्रधान भादू शेख की बम मारकर हत्या कर दी गई थी। लेकिन इस वारदात का सबसे खौफनाक पहलू ये था कि उसी रात फिर गांव में आग लगा दी गई थी।

इस हत्याकांड के अगले रोज गांव से सात जले हुए शव बरामद हुए थे। जबकि दो लोगों को बुरी तरह झुलसी हुई हालत में रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।

इस घटना के सामने आने के बाद कोलकाता हाईकोर्ट ने इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने का आदेश दिया था। इस घटना की जांच के सिलसिले में सीबीआई की कई टीमों ने कई बार मौका-ए-वारदात का दौरा किया और वहां के हालात का जायजा लिया।

हैरानी की बात ये है कि 21 जून को सीबीआई ने इस मामले में अपनी चार्जशीट भी दाखिल कर दी थी। और उसी चार्जशीट में जहांगीर शेख को एक मात्र आरोपी बताया गया था। हालांकि केंद्रीय जांच एजेंसी ने इससे पहले ललन शेख को भी गिरफ्तार किया था।

Birbhum CBI Enquiry: अब ललन शेख के पकड़े जाने के बाद जहांगीर शेख की गिरफ्तारी से ये बात चारो तरफ फैल गई है कि बोगटुई नरसंहार मामले में सीबीआई की जांच अब अपनी पूरी रफ्तार पर हो रही है। हालांकि इस घटना के वक़्त इस नरसंहार को लेकर पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक हंगामा खड़ा हो गया था।

उसी सियासी हंगामों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उस गांव का कई बार दौरा किया। उस वक़्त केंद्रीय जांच दल ने भारतीय जानता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को जो रिपोर्ट दी थी उसके मुताबिक ये घटना इलाक़े के आसाजिक तत्वों और तृणमूल कांग्रेस के गुंडों की मिली भगत का नतीजा है जिसकी वजह से पुलिस मूकदर्शक बनीं सब देखती रही।

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