इमरजेंसी बैठक में फुल एंड फाइनल
नाटो हेडक्वार्टर में रूस के ख़िलाफ़ बाइडन का ये है नया 'प्लान', जंग पर फुल एंड फाइनल की लगी मुहर
रूस को झुकाने के लिए नाटो की नई रणनीति, जंग पर फुल एंड फाइनल की लगी मुहर, बाइडन ने फ्रंट फुट पर आकर संभाली ड्राइविंग सीट, Biden, Allies Aim to Project United Front Against Russia at NATO Meeting
ADVERTISEMENT
24 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:15 PM)
NATO SUMMIT: नाटो हेडक्वार्टर में हुई इमरजेंसी बैठक में यूक्रेन और रूस युद्ध में आगे क्या होने वाला है अब इस बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने फुल एंड फाइनल की मुहर लगा दी।
ADVERTISEMENT
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सबक सिखाने और रूसी सेना को यूक्रेन से खदेड़ने के लिए बाइडन का ‘प्लान रेडी’ है। नाटो की इस बैठक में इस बात पर भी फैसला हो गया कि अब रूस पर नाटो देश अटैक करेंगे या नहीं।
ऐसे में कहा जा सकता है कि जो अमेरिका अभी तक इस जंग से दूर दूर भाग रहा था अब युद्धभूमि में पुतिन को चारों खाने चित करने के लिए बाइडेन ने ड्राइविंग सीट संभाल ली हैं। यानी साफ हो गया कि पुतिन को चक्रव्यूह में फंसाने की रणनीति तैयार हो गई है।
पुतिन को कटोरा थमाने का प्लान
NATO SUMMIT: जो नई रणनीति तैयार हुई है उसमें सबसे महत्वपूर्ण ये है कि नाटो संगठन मिलकर रूस के न्यूक्लियर हथियारों को बेदम करने की रणनीति पर काम करेंगे। और एक बार नाटो का ये कदम कारगर साबित हो गया तो ये तय माना जा रहा है कि व्लादिमीर पुतिन के हाथों में कटोरा आ जाएगा और रूस पाई पाई को मोहताज हो जाएगा
यानी 24 मार्च को ब्रसल्स में महायुद्ध के मंडराते बादल के बीच नाटो की इमरजेंसी बैठक और जी-7 के साथ साथ यूरोपियन यूनियन की मीटिंग में कुछ ऐसा जरूर हुआ है जिससे मॉस्को में खतरे की घंटी बजनी शुरू हो गई है।
पुतिन की धमकी का तैयार हो गया जवाब
NATO SUMMIT:सवाल उठता है कि आने वाले वक्त में क्या होगा? आखिर रूस के ख़िलाफ कितना बड़ा और कड़ा फैसला लिया जा चुका हैं, इसको समझने से पहले इन बातों पर गौर करना निहायत ही जरूरी है।
असल में व्लादिमीर पुतिन एंड कंपनी ने अपना ब्रम्हास्त्र चल दिया। यानी उसने परमाणु हमले की तैयारी पूरी कर ली है। और शायद यही वो ताकत हैं जिसके दम पर पुतिन एंड कंपनी दुनिया को महायुद्ध के नाम पर डरा रही थी। लेकिन अब इसी धमकी का काउंटर करने की तैयारी हो चुकी है।
इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति बोलोडिमीर जेलेंस्की ने एक तरह से नाटो देशों की गैरत को ललकारते हुए कहा था कि अब दुनिया के पास आखिरी मौका हैं, अगर अब भी ये चांस हाथों से निकल गया तो समझिए पुतिन का बारूदी बुलडोजर पूरे यूरोप पर चलेगा।
डराने वाले को डराने की तैयारी
NATO SUMMIT: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को अच्छी तरह से पता है कि केमिकल बम से लेकर एटम बम तक का ख़तरा यूक्रेन के साथ साथ यूरोप पर भी मंडरा रहा है। लिहाजा इस तमाम संजीदा बातों को ग़ौर करते हुए जो बाइडन ने फ्रांटफुट पर खेलते हुए कुछ ऐसे फैसले कर लिए जिससे नाटो की मदद से वो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ख़िलाफ़ अपनी मुहिम को कामयाब कर सकेंगे।
नाटो के देशों ने महसूस किया है कि अपनी नई रणनीति को लागू करने के लिए ज़रूरी है कि जो दुनिया को डरा रहा है उसके भीतर ही डर पैदा कर दिया जाए। और इस बात के लिए अमेरिका ने नाटो के साथ मिलकर एक ऐसा प्लान तैयार किया है कि रूस जब तक इसका तोड़ निकालने के बारे में सोचेगा तब तक वो अपना सब कुछ हार चुका होगा।
ADVERTISEMENT