Bhopal Gas Leak: मध्य प्रदेश (MP) की राजधानी (Capital) भोपाल को एक बार फिर 1984 की उस सर्द रात की खौफनाक दहशत (Fear) याद आ गई जब भोपाल में क्लोरीन गैस (Chlorine Gas) लीक होने के बाद अफरा तफरी मची। लोगों में दहशत का आलम ये था कि लोग घर बार छोड़कर सड़कों पर भागते दिखाई दिए।
भोपाल में लीक हुई क्लोरीन गैस, अफरा तफरी में लोग जान बचाने घरों से भागे, गैस कांड की दहशत में याद आई 1984 की वो रात
Bhopal Gas Leak: भोपाल में फिर लोगों को 1984 की गैस कांड की याद आई जब एक वाटर प्लांट में रखे सिलेंडर से क्लोरीन गैस के रिसने से लोगों में अफरा तफरी मची Get Crime story, क्राइम न्यूज़ Crime Tak पर
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27 Oct 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:29 PM)
भोपाल की एक बस्ती में दीपावली के अगले रोज की रात अचान हड़कंप मच गया क्योंकि उस इलाक़े में क्लोरीन गैस लीक हो रही थी। लोगों को सांस लेने में तकलीफ के साथ साथ आंखों में जलन भी महसूस हुई।
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फौरन अफरा तफरी मच गई। दहशत में लोग घरों से निकलकर सड़क पर इकट्ठा हो गए। इस गैसकांड की खबर को प्रशासन तक पहुँचने में भी ज़्यादा देर नहीं लगी। फौरन ज़िला कलेक्टर और नगर निगम के तमाम आला अफसर मौके पर जा पहुँचे।
इसी बीच सांस लेने में तकलीफ की वजह से तीन लोगों को फौरन अस्पताल में दाखिल करवाया गया। बताया जा रहा है कि क्लोरीन गैस लीकेज भोपाल की मदर इंडिया कॉलोनी के पास हुई। ये घटना बुधवार की रात को हुई।
गनीमत ये थी कि उस वक़्त बस्ती में ज़्यादातर लोग जग रहे थे। जिसकी वजह से हादसा और ज़्यादा संगीन होने से बच गया। घरों से निकलकर सड़कों पर आ गए लोगों ने फौरन ही इलाक़े में मची अफरा तफरी और सांस लेने में तकलीफ के साथ साथ आंखों में जलन के बारे में इत्तेला ज़िला प्रशासन को दी।
Bhopal News Hindi: एहतियात को तौर पर प्रभावित इलाक़े में पानी की सप्लाई रोक दी गई ताकि क्लोरीन की लीकेज का असर ज़्यादा न हो। इसी बीच नगर निगम की टीम ने शुरुआती जांच में ये पता लगा लिया कि ये लीकेज बस्ती के पास बने वाटर फिल्टर प्लांट से हुआ।
असल में उस प्लांट में रखे क्लोरीन के एक 900 किलो के सिलेंडर का नॉजल खराब हो गया ता। जिससे गैस लीक होकर ठंडी हवा की वजह से नीचे ही बैठ गई और बस्ती में फैल गई। जिसके असर में आए लोगों की आंखों में जलन के साथसाथ उन्हें सांस लेने में तकलीफ महसूस हुई। नगर निगम की टीम ने फौरन ही उस सिलेंडर की लीकेज को बंद किया।
Bhopal Gas Leak Case: इसी बीच घटना के बारे में खबर मिलते ही गैस राहत मंत्री विश्वास सारंग और भोपाल की महापौर मालती राय भी मौके पर पहुँची और अस्पताल में भर्ती प्रभावित लोगों को भी देखने पहुँची। जबकि कांग्रेसी नेता कमलनाथ ने इस मामले की जांच कराने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
इस घटना के सामने आने के बाद एक बार फिर भोपाल में 1984 की 2 और 3 दिसंबर की दरम्यानी रात की वो दहशत लोगों की जुबान पर छा गई जब यहां गैस कांड ने जबरदस्त तबाही मचाई थी। यूनियन कार्बाइड में हुए उस हादसे में हजारों लोगों की जान चली गई थी जबकि आज भी 38 साल बाद उस गैस कांड का असर आसानी से देखा जा सकता है।
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