जंगल में रात की पार्टी में क्या हुआ? दोस्तों ने कारोबारी के बेटे की क्यों की हत्या!

Amroha Bussinesman : उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के कारोबारी के बेटे की हत्या की सनसनीखेज वारदात दहला देती है क्योंकि उस रात जंगल की शराब पार्टी में क्या हुआ कि दोस्तों ने हत्या कर दी।

सांकेतिक तस्वीर

सांकेतिक तस्वीर

01 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 1 2024 1:45 PM)

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Amroha Murder: उत्तर प्रदेश के अमरोहा के एक कारोबारी है प्रदीप मित्तल। उनका बेटा यश मित्तल ग्रेटर नोएडा की एक निजी यूनिवर्सिटी बेनेट यूनिवर्सिटी में बीबीए की पढ़ाई कर रहा था। माता पिता से दूर रह रहा यश मित्तल रोज ही अपने घरवालों से वीडियो कॉल करता था। 

पहले कॉल की फिर फिरौती मांगी

26 फरवरी को सुबह वीडियो पर बात होने के बाद यश का कोई फोन घरवालों के पास नहीं पहुँचा तो घरवालों ने उसे कॉल किया। मगर उसका फोन ही नहीं उठा। तब उसके दोस्तो को कॉल करके घरवालों ने पता लगाया लेकिन यश का कहीं कोई अता पता ही नहीं चला। बल्कि उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल जरूर मिली जिसमें उनसे कहा गया था कि बेटे को सही सलामत चाहते हो तो दस करोड़ रुपये फिरौती की रकम दे दो। 

थाने तक पहुँची बात

घबराए घरवाले भागे भागे यूनिवर्सिटी पहुँचे और यूनिवर्सिटी के वॉर्डन और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुलाकात की ताकि यश का कुछ अता पता लग सके। जब प्रदीप मित्तल को अपने बेटे के बारे में कुछ भी पता नहीं चला तो वो दौड़े दौड़े दादरी थाने जा पहुँचे। और अपने लापता बेटे की कहानी थानेदार को सुनाई। 

सीसीटीवी ने किया खुलासा

बेटे के गायब होने की शिकायत पुलिस के पास लिखा दी गई। तब पुलिस ने सबसे पहले यूनिवर्सिटी और उसके आस पास के तमाम सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए। तो एक सीसीटीवी में यश नज़र आ गया। यश फोन पर बात कर रहा था और एक कार की तरफ बढ़ रहा था। फोन पर बात करते करते यश अपनी ही मर्ज से एक कार में सवार हो गया और कार वहां से रवाना हो गई। 

सीडीआर ने दे दिया सुराग

सीसीटीवी से यश का सुराग मिलने के बाद पुलिस ने यश के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली। CDR को खंगालते समय पुलिस को कुछ ऐसे नंबर नज़र आए जिन पर पुलिस को शक हुआ। उन नंबरों में से एक नंबर अमरोहा का ही निकला। अमरोहा के रहने वाले रचित का वो नंबर था। तब पुलिस ने रचित को पकड़ा और पूछताछ शुरू की। 

सवाल सुनकर लड़खड़ाया

पुलिस को रचित की बात में भरोसा नहीं हुआ तो उससे कई बार पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान रचित कई बार अपनी पटरी से उतरा। तो पुलिस का शक गहरा गया। लिहाजा पुलिस ने कड़ाई से सवाल जवाब करने शुरू किए। पुलिस की सख्ती देखकर रचित टूट गया और उसके बाद उसने जो खुलासा किया, उसने पुलिस के साथ साथ यश के माता पिता को भी हैरान कर दिया। 

पार्टी का बनाया प्लान

रचित ने ही पुलिस को बताया कि पार्टी के बहाने से ही यश को यूनिवर्सिटी से बाहर बुलाया गया था। और फिर हम सब यानी रचित नागर शुभम, सुमित, सुशांत और शिवम यश को साथ लेकर अमरोहा के जंगलों में चले गए। वहां दोस्तों के संग जमकर पार्टी की गई। इसी बीच वहां किसी बात पर उनका झगड़ा हो गया तो दोस्तों ने ही मिलकर यश मित्तल का गला दबा दिया। उसी झगड़े में यश मित्तल की मौत हो गई। इसके बाद सारे दोस्तों ने मिलकर यश की लाश को वहीं खेतों में गड्ढा खोदकर जमीन में दबा दिया और वहां से सब अपने अपने घर चले गए। 

पुलिस एनकाउंटर तीन दबोचे

रचित के कबूलनामे के बाद पुलिस उसके बाकी बचे तीनों दोस्तों की तलाश में निकली लेकिन तीनों ही अपने अपने घरों से नदारद पाये गए। पुलिस ने तीनों की पहचान के लिए उनकी तस्वीरें नोएडा और ग्रेटर नोएडा के तमाम थाना और चौकी में पहुँचा दिए थे। इसी बीच पुलिस को इत्तेला मिली कि एक कार में तीन लड़के संदिग्ध लग रहे हैं। पुलिस ने जब डाढ़ा गोल चक्कर के पास उन्हें रोकने की कोशिश की तो तीनों वहां से भागने की फिराक में लग गए। तब पुलिस ने उनका पीछा किया। तो एक लड़के ने पुलिस पर फायर कर दिया। तब पुलिस ने घेरा लगाकर तीनों को पकड़ने की कोशिश की और दो फायर भी किए। एक गोली एक लड़के को लगी। और इससे पहले वो लोग वहां से फरार हो पाते पुलिस ने अपना घेरा कस लिया और तीन लड़कों को पकड़ लिया। तीनों की पहचान सुमित, सुशांत और शिवम के तौर पर हुई जबकि शभम चौधरी पुलिस की पकड़ से दूर बना हुआ है। 

ग्रेटर नोएडा में एनकाउंटर में घायल एक आरोपी

अब तक का सच ये है

पुलिस ने जब इन चारों से यश की हत्या और फिरौती मांगे जाने के बारे में पूछा तो पुलिस को इन लड़कों ने अभी तक यही बताया कि मामूली बहस के दौरान उनका यश के साथ झगड़ा हो गया था और इसी झगड़े के दौरान हुई हाथापायी में उसका गला दब गया जिससे उसकी मौत हो गई। उन लड़कों ने पुलिस को बताया कि यश के मरने के बाद सभी घबरा गए। लेकिन अपनी करतूत को छुपाने के लिए शुभम ने ही ये सुझाव दिया था कि लाश को छुपा देते हैं, और खामोशी से सब भाग जाते हैं। वैसे भी यश को हम लोग जबरदस्ती तो लाए नहीं थे इसलिए हमारा कहीं से कोई नाम नहीं आएगा। 

अभी पूरा सच सामने आना बाकी

पुलिस ने लड़के की बताई गई जगह से यश मित्तल की लाश बरामद करके उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इसके अलावा शुभम की तलाश करने के साथ साथ अभी लड़कों का मुंह खुलवाकर पूरी सच्चाई जानने की कोशिश में लगी हुई है। 

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