बच्ची को गले से दबोचा और हाथ-पैर खा गया! बहराइच में भेड़ियों के हमले में अब तक 10 लोगों की मौत

Bahraich Wolf Attack News: बहराइच का प्रशासन भेड़ियों के आतंक से परेशान है। बीते कुछ महीनों में इस तरह के हमलों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। भेड़ियों का ताजा शिकार बनी है 3 साल की एक मासूम। भेड़िया उसे मां के पास से उठा कर ले गया और जब तक गांववाले भेड़िये का पीछा कर बच्ची को उसके चंगुल से छुड़ा पाते वो उस मासूम के हाथ और पांव खा चुका था।

CrimeTak

• 02:46 PM • 02 Sep 2024

follow google news

न्यूज़ हाइलाइट्स

point

बहराइच में भेड़ियों के हमले में 10वीं मौत

point

इस बार शिकार बनी 3 साल की मासूम

point

सीएम योगी ने दिये अधिकारियों को निर्देश

समर्थ श्रीवास्तव के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

UP News: यूपी के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों ने कहर बरपा रखा है। वो आए दिन किसी न किसी को अपना शिकार बना रहे हैं। अब भेड़िए ने शिकार बनाया है 3 साल की मासूम को। बच्ची की मौत हो गई है। हालांकि प्रशासन ने 'ऑपरेशन भेड़िया' चला रखा है। अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा भी जा चुका है, लेकिन अब भी दो भेड़िए बचे हुए हैं। ये दोनों ही अब लोगों को निशाना बना रहे हैं। अब तक 9 बच्चों समेत कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है।

ऐसे हुआ हादसा

ताजा मामला रविवार का है। रविवार रात आदमखोर भेड़िये हरदी थाना इलाके के गरेठी गुरुदत्त सिंह गांव में घुस गए। देर रात करीब साढ़े तीन बजे मीनू अपनी सबसे छोटी बच्ची को दूध देने के बाद सो गई। घात लगाकर बैठा भेड़िया इसी के बाद आया और बच्ची को उठा कर ले गया। बच्ची को उसने गले से दबोचा, जिसकी वजह से उसकी आवाज तक नहीं निकली। गांववालों ने जब तक पीछा कर भेड़िये के चंगुल से बच्ची को छुड़ाया बच्ची की मौत हो चुकी थी। भेड़िया उसके हाथ और पैर खा चुका था।

कितने भेड़िए दो या तीन?

प्रशासन दावा कर रहा है कि अब इस इलाके में सिर्फ दो भेड़िये बचे हैं क्योंकि चार को पकड़ा जा चुका है, लेकिन मृतक की मां मीनू ने बताया कि बीती रात ही तीन भेड़िये थे, जिनमें से आगे वाला बच्ची को दबोच कर ले जा रहा था और बाकी के दो भेड़िये उसके पीछे-पीछे चल रहे थे। ये भेड़िये औसतन 12 घंटे में एक बार हमला कर रहे हैं। महसी इलाके में ही कोटिया की 60 साल की बुजुर्ग कमला देवी की हालत भी दिल दहला देने वाली है। कमला देवी पर भी भेड़ियों ने इसी बीच हमला किया। इस हमले में कमला देवी लहूलुहान हो गई लेकिन उनकी जान बच गई। कमला देवी को इलाज के लिये नजदीकी सीएचसी ले जाया गया। मगर हालत ज्यादा गंभीर हो जाने पर बाद में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

बहराइच के 35 से ज्यादा गांवों में भेड़ियों का आतंक!

भेड़ियों का खौफ बहराइच जिले के 35 से ज्यादा गांवों में है। बहराइच में इन भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी की लगभग 25 टीमें लगी हुई हैं। महसी तहसील क्षेत्र में 12 टीमें लगाई गई हैं। PAC जवानों की दो कंपनियां भी स्थानीय पुलिस के साथ तैनात है। महसी तहसील क्षेत्र में बीते छह महीने में भेड़िये के हमले की यह 7वीं घटना है। इसमें 9 बच्चों समेत एक महिला की मौत हुई है। 


भेड़ियों के हमले को लेकर सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। अब तक हुए हमलों पर एक नजर डालते हैं।

1- 10 मार्च की रात 11:30 बजे मिश्रनपुरवा में बाहर टिनशेड में मां की गोद से बच्ची को भेड़िया छीन कर ले गया था। गन्ने के खेत में खून से लथपथ उसके कपड़े मिले थे।

2 - 23 मार्च रात 1:30 बजे ग्राम महसी के नयापुरवा गांव में आंगन से मां की गोद में सो रहे डेढ़ साल के छोटू को भेड़िया उठा कर ले गया था। बाद में उसका बिना सिर के शव मिला था। 

3 - 17 जुलाई की रात 10:30 बजे मां के साथ सो रहे मक्कापुरवा के एक साल के अख्तर रजा इसका शिकार बना था। सुबह गन्ने के खेत में उसका शव मिला था।

4 - 27 जुलाई को तड़के 3:30 बजे नकवा निवासी खुले बरामदे में सो रही राकेश की दो साल की बेटी प्रतिभा भेड़िये का शिकार बनी थी।

5 - 3 अगस्त की रात 2 बजे कोलैला गांव में बिना पल्ले के कमरे में सो रहे किशन (8) को भेड़िया उठा ले गया था। उसका शव खेत में मिला था।

6- 17 अगस्त को रात 10:45 बजे महसी के सिगिया नसीरपुर में कमरे के बाहर खुले में चारपाई पर मां सुनीता के साथ सो रही चार वर्षीय संध्या को भेड़िया उठा कर ले गया था।

7- 22 अगस्त की रात साढ़े 11 बजे भटौली गांव में बाहर बरामदे में अपनी दादी के पास सो रही 8 वर्षीय खुशबू को भेड़िया ले गया था। सुबह उसका शव बरामद हुआ था।

8-  45 वर्षीय रीता देवी भी भेड़िया का शिकार हुई थी। वो कुम्हारन पुरवा, महसी गांव की रहने वाली थी। 

9-  27 अगस्त को दीवान पुरवा में रहने वाला पांच साल का अयांश भी भेड़िये का शिकार हुआ था।

10- ढाई वर्षीय अंजली अब भेड़िये का शिकार हुई है। उसका परिवार थाना हरदी इलाके में रहता था।

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp