Hathras Stampede Horror: 2 जुलाई की शाम हाथरस के फुलरई गांव में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ को लेकर सबसे पहला और सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा था कि आखिर इस हादसे का असली कसूरवार कौन है? इससे पहले पुलिस और दूसरी एजेंसियों की तरफ से की जा रही तफ्तीश किसी नतीजे पर पहुँच पाती, इस पूरी घटना पर अब साजिश का साया नज़र आने लगा है। इस घटना के पूरे 24 घंटे तक पूरी तरह से अंतर्ध्यान हो चुके बाबा भोले उर्फ नारायण साकार हरि तो अभी तक किसी को दिखे नहीं अलबत्ता उनका एक बयान जरूर सामने आ गया है। और उस बयान पर गौर किया जाए तो इस संगीन हादसे के लिए किसी साजिश की तरफ इशारा किया जा रहा है।
'बाबा भोले' का 'अंग्रेजी' में लिखा Letter आया सामने, गहरी साजिश की तरफ है इशारा, ये है बाबा का Plan B!
Hathras Horror : हाथरस के फुलरई गांव में बाबा भोले के सत्संग के समापन के वक्त मची भगदड़ की घटना के बादसे ही बाबा नदारद है। लेकिन 24 घंटे के बाद अचानक बाबा का एक संदेश आकाशवाणी की तरह जमाने के सामने आ गया और उसमें शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना का इजहार तो है ही लेकिन अपने बचाव का प्लान बी भी बाबा ने जाहिर कर दिया और पूरी घटना को एक साजिश बताने की कोशिश की है।
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• 08:41 AM • 04 Jul 2024
बाबा का Plan B
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यानी साफ है कि बाबा कम शब्दों में ज्यादा बात कहने की कोशिश में हैं। इसके साथ ही पूरे घटनाक्रम पर कुछ इस तरह से पर्दा डालने की कोशिश शुरू हो गई है जिससे सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। यानी ये भी कहा जा सकता है कि बाबा ने अब अपने प्लान बी पर भी काम करना शुरू कर दिया है।
English में लिखा संदेश
हाथरस की भगदड़ के करीब 24 घंटे बीतने के बाद अचानक बुधवार की शाम खुद को परमात्मा के नजदीक बताने वाले भोले बाबा तो नहीं प्रकट हुए अलबत्ता उनका एक बयान जरूर उजागर हो गया। मजे की बात ये है कि अपने भक्तों के साथ शुद्ध हिन्दी और खड़ी बोली में बात करने वाले बाबा भोले का ये संदेश अंग्रेजी में लिखा हुआ है। भोले बाबा ने कहा कि भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की लिए प्रभु/परमात्मा से प्रार्थना करते हैं। इसके बाद बाबा ने अपनी असली बात कही और सत्संग में मची भगदड़ के लिए आसामाजिक तत्वों पर आरोप लगा कर सीधे तौर पर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की है।
बाबा कहां है किसी को नहीं पता
हालांकि जिस समय ये भगदड़ का हादसा हुआ बस तभी से पुलिस से लेकर पब्लिक तक अपने भोले बाबा को ढूंढ़ रही है। मगर भगदड़ से ऐन पहले बाबा अपने कई नजदीकी और भरोसेमंद चेलों के साथ अपने कारों के काफिले के साथ फुलरई गांव से निकले थे। मगर वो कहां गए, किसी को अभी तक पता नहीं है। अलबत्ता 24 घंटे के बाद जब बाबा की तरफ से भेजा गया शोक संदेश सामने आया उससे यही बात समझ में आई कि बाबा ने अब कानूनी लड़ाई की तैयारी भी पूरी कर ली थी।
अब काम आ रही है 'खुफियागीरी'
ऐसा लगता है कि पुलिस के खुफिया विभाग में काम करने के दौरान जो हुनर सीखे अब उनका इस्तेमाल सूरज पाल सिंह उर्फ एसपी सिंह ने करना शुरू कर दिया है। ये बात जगजाहिर है कि सूरज पाल सिंह जाटव पहले पुलिस महकमें के LIU में काम करते थे। ऐसे में उन्हें दुनिया की आंखों से बचकर रहने का हुनर अच्छी तरह से आता है। इस खौफनाक हादसे की खबर तो बाबा भोले को भी हो ही गई थी। जाहिर है उन्हें इसके खतरनाक नतीजों का भी अंदाजा होने लगा है, शायद इसीलिए सूरज पाल सिंह ने अपना प्लान बी तैयार करके ये शोक संदेश जारी कर दिया ताकि गरम हो चुके इस माहौल को कुछ हद तक ठंडा किया जा सके।
SC Lawyer ए पी सिंह को वकील मुकर्रर किया
बाबा भोले उर्फ नारायण साकार हरि ने बाकायदा सुप्रीम कोर्ट के जाने माने वकील डॉक्टर ए पी सिंह को अपना वकील अधिकृत किया इस अपील के साथ कि दो जुलाई को सत्संग के समापन के वक्त जो भगदड़ मची उसके पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ है लिहाजा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए उनके मुकदमें की पैरवी डॉक्टर एपी सिंह करेंगे।
ये इशारा किसकी तरफ है?
ऐसे में एक सवाल तो उठता ही है कि क्या भोले बाबा को पता है कि वो कौन से असामाजित तत्व हैं जिन्होंने साजिशन उनके सत्संग की महिमा को मिट्टी में मिलाने की कोशिश की और इस भगदड़ का आयोजन कर डाला?
सभी को है बाबा का इंतजार
इसके अलावा भी कई सवाल बाबा भोले उर्फ नारायण साकार हरि का इंतजार कर रहे हैं, इसके अलावा उनका इंतजार तो यूपी पुलिस भी कर रही है। जो 121 लोग बाबा के चरणों की धूलि लेने के चक्कर में मिट्टी में मिल गए, इंतजार तो उनके परिजनों को भी है। और इससे भी बड़ा वो सवाल इंतजार कर रहा है कि आखिर अपने भक्तों को यूं तड़पता हुआ छोड़कर बाबा भोले अपने चेलों और सेवादारों के साथ वहां से क्यों भाग खड़े हुए?
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