Atiq-Ashraf Murder: केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का कहना है कि विपक्ष ग़लत सवाल उठा रहा है। पत्रकारों पर हमारी सरकार बहुत भरोसा करती है पत्रकारों की कोई जाँच नहीं होती लेकिन जिस तरह से ये पत्रकार बन कर आए थे उससे ये हुआ।
Atiq Murder: केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का बयान: योगी सरकार को बदनाम करने के लिए की गई अतीक-अशरफ की हत्या
UP Crime: केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि मीडिया पर सरकार के भरोसे का हत्यारों ने उठाया फ़ायदा।
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जांच में जुटी पुलिस
17 Apr 2023 (अपडेटेड: Apr 17 2023 6:18 PM)
हत्या किसी की हो उसे जायज़ नहीं ठहराया नहीं जा सकता। हत्या क्यों की गयी, योगी सरकार को बदनाम करने के लिए हत्या की है जाँच के बाद जो भी सामने आएगा उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी।
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कार्ड डाले थे उससे क्या पता चलेगा कि कौन थे? अब सबकी जाँच होगी ऐसा कर दिया।विपक्ष को ये चाहिए था कि को लोग भी शामिल थे उनके ख़िलाफ़ जाँच में सहयोग करते कि ये बात सामने आए कि किसने ऐसा करवाया।
अतीक अहमद और अशरफ को मारने वाले हमलावर तीन लोग थे। अरुण मौर्या, लवलेश तिवारी और सन्नी। लेकिन तीनों ही हमलावर तीन अलग अलग शहरों या इलाकों से ताल्लुक रखते हैं। सनी हमीरपुर का रहने वाला है जबकि अरुण उर्फ कालिया कासगंज से ताल्लुक रखता है और लवलेश तिवारी का घर बांदा में है। यानी एक बात जो खटक सकती है वो ये कि आखिर ये तीनों अलग अलग शहर या इलाके के होने के बावजूद अतीक को मारने के एक मकसद से कैसे एक साथ मिले और कैसे मिलकर प्लानिंग की।
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