15 अप्रैल की रात 10 बजकर 38 मिनट पर महज 40 सेकंड के भीतर ही तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ तरीके से गोली चलाते हुए अतीक और उसके भाई अशरफ को मौत के घाट उतार दिया। इस सनसनीखेज़ वारदात का गवाह बना समूचा हिन्दुस्तान...क्योंकि ये सब कुछ हुआ था कैमरों के सामने और वो भी LIVE।
यानी शक की कोई गुंजाइश नहीं थी कि अतीक और अशरफ पुलिस की पहरेदारी में मौत के घाट उतार दिए गए थे। क्योंकि दोनों को बेहद नज़दीक के गोली मारते हुए देखा गया था। इसके बाद तीनों हमलावरों को ज़मीन पर लेटे हाथ उठाए और पुलिसवालों के जरिए दबोची हुई हालत में देखा गया। तीनों हमलावर हथियार छोड़कर पुलिस के कब्जे में आ चुके थे। और पुलिस तीनों को वहां से ले जाकर अपनी आगे की कार्रवाई में लग गई। इस घटना के बाद खबरों की दुनिया में खलबली मच चुकी थी। अतीक और उसके भाई को गोली से उड़ाने के इस किस्से को हर खबरनवीस अपने अपने चश्मे से देखने की कोशिश में लग गया...और अतीक के साथ उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर पूरी खबर की चीरफाड़ शुरू हो गई। सारा ध्यान इस वारदात के होने और उसके पीछे की कहानी को टटोलने में लग गया।
मगर इसी बीच एक बात सवाल बनकर कुछ लोगों की जुबान पर तैरने लगी। सवाल बड़ा वाजिब था। अब इन तीनों हमलावरों का क्या होगा जिन्होंने पुलिस के घेरे में आकर दो माफिया सरगनाओं को गोली से उड़ा दिया और सरेआम क़ानून की धज्जियां उड़ाकर रख दी...साथ ही अपनी हरकत से उत्तर प्रदेश की पुलिस और उसके बंदोबस्त को भी सवालों के घेरे में ले जाकर खड़ा कर दिया।
अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारों का अब ये होगा अंजाम, जानकर चौंक जाएंगे?
Atiq and Ashraf prayagraj : अतीक अहमद और अशरफ को मौत के घाट जिन लोगों ने उतारा, अब उन हमलावरों का क्या अंजाम होगा..ये सवाल अब बड़ी ही खामोशी से लोगों की जुबान पर तैरने लगा है। और ऐसी ही खुसर फुसर पर कान लगाएं तो जो बातें कहीं जा रही हैं वो हैरान
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गोली लगने की घटना से ठीक पहले पुलिस की हथकड़ियों में जकड़े अतीक और अशरफ
16 Apr 2023 (अपडेटेड: Apr 16 2023 3:42 PM)
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अगर कानून की नज़र से देखें तो अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले तीनो हमलावरों को अब पुलिस उनके अंजाम तक पहुँचाने की कोशिश करेगी और हत्या के पीछे छुपे मकसद और मंशा का पता लगाकर उसके मुताबिक तीनों को उनके किए की सज़ा दिलाने की कोशिश करेगी। इतना ही नहीं पुलिस उन तीनों हमलावरों के सीने में छुपे उन राज का भी पता लगाने की कोशिश करेगी जिससे ये भी साफ हो सके कि इन हमलावरों ने कैसे और किसके इशारे पर इस संगीन वारदात को अंजाम तक पहुँचाया।
लेकिन अगर इस वारदात के बाद हो रही खुसर फुसर पर कान लगाएं तो हमें कुछ और भी बातें सुनाई पड़ जाती हैं...जैसे कुछ लोग ये कहते मिल जाएंगे कि अब इन हमलावरों का भी वही अंजाम होगा जो आमतौर पर ऐसे अपराधियों का होता है। लेकिन जिस तरफ ये इशारा है वो बेहद खतरनाक है क्योंकि कहा तो यहां तक जा रहा है कि अब अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतारने वालों के दिन गिने चुने ही बचे हैं और जल्दी ही उन्हें भी किसी न किसी एनकाउंटर में मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
क्योंकि सियासी गलियारों से उठती आवाज में ऐसे सुर सुनाई देने लगे हैं जिनका इशारा इन हमलावरों की आने वाले दिनों और उनके अंजाम से जुड़ा हुआ है। बहुजन समाज पार्टी से सांसद और उत्तर प्रदेश के दूसरे माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफज़ाल अंसारी ने कहा है कि अब इन हमलावरों का भी एनकाउंटर कर दिया जाएगा।
अफजाल अंसारी ने सवाल उठाया है कि कहीं ऐसा न हो कि प्रयागराज में 15 अप्रैल की रात को हुई घटना की जांच की जिम्मेदारी किसी केंद्रीय जांच एजेंसी को न दे दी जाए...और जब तक जांच रिपोर्ट आए तब तक सारा खेल ही खत्म हो जाए...और जिन लोगों ने अतीक और उसके भाई को मौत के घाट उतारा, उन्हें भी हमेशा हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया जाए। इससे होगा ये कि न तो सच सामने आ पाएगा और न ही इस वारदात का कोई ज़िंदा सबूत जिसे अंदर की बात पता हो।
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