चाची से पूछा था, Rape क्या होता है? दो दिन बाद 14 साल की बच्ची का Gangrape, आरोपी पानी में डूबकर मरा

Assam Gangrape: असम के ढींग में एक 14 साल की बच्ची गैंगरेप का शिकार हो गई। बीती 22 अगस्त की शाम जब वो ट्यूशन से घर लौट रही थी तभी तीन दरिंदों ने उसको रास्ते में रोका और जंगल में ले जाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाकर उसे बुरी तरह जख्मी हालत में छोड़कर फरार हो गए। बच्ची की चाची ने बताया कि दो रोज पहले ही उस मासूम ने कोलकाता की खबर को सुनकर चाची से पूछा था, ये रेप क्या होता है?

CrimeTak

• 01:06 PM • 26 Aug 2024

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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गैंगरेप का मुख्य आरोपी तालाब में डूबकर मरा

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ट्यूशन से लौटते समय तीन लोगों ने किया गैंगरेप

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घरवालों ने आरोपियों को फांसी देने की गुहार लगाई

Assam Gangrape: छोटे और मासूम बच्चों में एक ललक होती है, उनके आस पास जो भी शब्द उन्हें मिलते हैं उनके बारे में वो किसी अपने से बड़े से ही पूछते हैं, और बड़े उसका मतलब बताकर बच्चों की उस ललक को सही तरीके से शांत कर देते हैं। लेकिन इसी चक्कर में असम में एक नाबालिक बच्ची गैंगरेप का शिकार हो गई। क्योंकि उस बच्ची ने दो रोज पहले ही अपनी चाची से पूछ लिया था कि ये रेप क्या होता है। बात वाकई सोचने की है। क्या कभी कोई सवाल किसी ऐसी संगीन वारदात की बुनियाद भी हो सकता है। लेकिन ऐसा हुआ है और वो भी पूर्वोत्तर भारत के राज्य असम में। 

गैंगरेप की शिकार बच्ची का था DSP बनने का सपना

जो बच्ची कल तक पुलिस की वर्दी पहनकर DSP बनने का सपना देख रही थी आज वही बच्ची इंसाफ की गुहार लगाती घूम रही है। खुलासा यही है कि पीड़ित बच्ची अपनी चाची और दादा-दादी के साथ रहती है। पिता की माली हालत ऐसी नहीं है कि वो ज्यादा अच्छे ढंग से अपनी बेटी की परवरिश कर सकें लिहाजा पिता ने अपने कलेजे के टुकड़े को बच्ची की चाची के पास इस गरज से भेज दिया था कि वहां वो अच्छे ढंग से पल भी जाएगी और पढ़लिख कर काबिल बन जाएगी। 

ट्यूशन से लौटते समय गैंगरेप 

असल में असम के ढिंग में बीती 22 अगस्त को अपने ट्यूशन से लौटते वक्त 14 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप की वारदात हुई। ये वारदात जहां हुई वो जगह उसके घर से महज आधार किलोमीटर दूर थी। बताया जा रहा है कि ये संगीन वारदात 22 अगस्त की शाम करीब 6 बजे हुई। उस वक्त उस मासूम को तीन हमलावरों ने अपना शिकार बनाया और फिर गैंगरेप की घटना को अंजाम देकर उसे घायल हालत में जंगल में बेहोशी की हालत में छोड़कर वहां से फरार हो गए। आस पड़ोस के लोगों ने उसकी तलाश की और उसे अस्पताल पहुँचाया। उसकी खराब हालत देखकर अस्पताल ने उसे नगांव मेडिकल कॉलेजके लिए रेफर कर दिया।

मुख्य आरोपी तालाब में डूबकर मरा

इसी बीच ये खुलासा सामने आया है कि गैंगरेप का मुख्य आरोपी तफजुल इस्लाम ने शनिवार को पुलिस हिरासत से भागकर एक तालाब में छलांग लगा दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार को ही गिरफ्तार किया गया था। उसे ‘क्राइम सीन’ का पता लगाने के लिए सुबह करीब साढ़े तीन बजे मौका-ए-वारदात पर ले जाया गया था। 

इस वारदात से टूट गई चाची

इस वारदात के खुलासे के बाद असम में विरोध प्रदर्शन की बाढ़ आ गई। लोग बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए जगह जगह धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं। इस घटना के बाद पीड़िता की चाची टूट गई हैं। रो रोकर उसका बुरा हाल है। वो अपनी बच्ची के लिए इंसाफ की मांग कर रही है। इंडिया टुडे के साथ बात करते हुए बच्ची की चाची ने कहा, मैं टूट गई हूं, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उस मासूम के साथ इतना भयानक हादसा हो जाएगा। बच्ची के साथ हुए गैंगरेप के बारे में चाची बेहद सदमे में है।

चाची से पूछा था रेप क्या होता है

इस वारदात का उसके दिलो दिमाग पर इस कदर असर हुआ कि वो यही कहती घूम रही है कि वो अपनी बच्ची की हिफाजत करने में नाकाम रही। पीड़िता की चाची ने कहा कि बिटिया ने दो दिन पहले ही पूछा था कि "चाची, बलात्कार क्या होता है?" क्योंकि उसे कोलकाता आर जी कर मेडिकल कॉलेज में हुई रेप और मर्डर की वारदात के बारे में पता चला था। वारदात के बाद अब पीड़ित की चाची ने अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। उनका तो यहां तक कहना है कि ऐसे घिनौने अपराध के लिए दोषियों को मृत्युदंड देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि बिटिया कहती थी कि एक दिन वह पुलिस उपाधीक्षक यानी DSP बनेगी।

वारदात के बाद सदमें में पूरा परिवार

इस खौफनाक वारदात ने न सिर्फ पीड़ित के सपनों को चकनाचूर किया, बल्कि उसके परिवार को भी सदमे और दुख की गहरी खाई में धकेल दिया है। उसके पिता की हालत बेहद खराब है। माली हालत से कमजोर पिता का रो रोकर बुरा हाल है। 10 हजार रुपये महीना कमाने वाला उस मासूम का पिता समझ ही नहीं पा रहा है कि अपनी आवाज उठाने और इंसाफ की गुहार लगाने के लिए वो किस दरवाजे पर जाकर दस्तक दे। परिवार ने मांग की है कि दोषियों को फांसी की सजा दी जाए और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा से उनकी सुरक्षा और पीड़िता की शिक्षा के लिए आवश्यक सहायता के लिए आगे आने की अपील की है

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