नितिन देसाई की खुदकुशी का खुल गया राज, ऑडियो क्लिप में चार नाम, बॉडीगार्ड ने उठाया पर्दा

nitin chandrakant desai dies by suicide: बॉलीवुड के जाने माने आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई की खुदकुशी की खबर ने सभी को चौंका दिया है। लेकिन अब उनकी सुसाइड पर से पर्दा उठ गया।

आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई की खुदकुशी का खुला राज

आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई की खुदकुशी का खुला राज

02 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 2 2023 4:05 PM)

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Nitin Desai Dies by Suicide: बॉलीवुड के जाने माने आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई की खुदकुशी की खबर ने फिल्म इंडस्ट्री के साथ साथ पूरे हिन्दुस्तान के फिल्म के शौकीन लोगों को झकझोर कर रख दिया। सच कहा जाए तो इस मायावी दुनिया का ये ऐसा भयावय सच है जिसे कोई भी अपने हलक से नीचे उतारने को तैयार ही नहीं है। 

आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई की खुदकुशी ने बॉलीवुड को झकझोर दिया

ब्लॉक बस्टर फिल्मों के सेट डिजाइनर

बताया जा रहा है कि देवदास, लगान, जोधा अकबर और हम दिल दे चुके सनम जैसी ब्लॉक बस्टर फिल्मों के लिए सेट डिजाइन करने वाले अपने लिए एक भी ऐसा कमरा तक नहीं तैयार कर सके जहां अपने दुख और तकलीफों के साथ बसर कर सकते। उनके हालात इस कदर बोझिल हो गए कि उन्हें जिन्दगी से ज़्यादा मौत सस्ती लगने लगी और उन्होंने आत्महत्या कर ली। 

आर्थिक तंगी की वजह से सुसाइड

खबरों का खुलासा है कि नितिन देसाई ने आर्थिक तंगी की वजह से अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। बुधवारकी सुबह जब उनके स्टूडियो के बॉडीगार्ड ने बंद कमरे की खिड़की से झांका तो उनका शव कमरे के पंखे से झूल रहा था। जिस बात ने सभी को बुरी तरह झकझोरा वो ये थी कि आने वाली 9 तारीख को नितिन देसाई अपना 58वां जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहे थे। मगर अफसोस उस खुशी के दिन के आने से पहले ही मनहूस खबर ने पूरी इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया। 

हर बड़े डायरेक्टर की फिल्म के लिए बनाए सेट

नितिन देसाई के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने बॉलीवुड की हर बड़ी हस्ती के लिए खासतौर पर हर बड़े डायरेक्टर की फिल्म के लिए सेट डिजाइन किए। विधू विनोद चोपड़ा, राजकुमार हिरानी, संजय लीला भंसाली और आशुतोष गोवारिकर उनमें सबसे प्रमुख नाम हैं। नितिन देसाई ने 1989 में विधू विनोद चोपड़ा की फिल्म परिंदा से एक आर्ट डायरेक्टर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी उसके बाद वो लगातार कई सुपरहिट फिल्मों के लिए सेट डिजाइन करते रहे। यहां तक कि टीवी के सबसे चर्चित शो बिग बॉस का सेट भी नितिन देसाई ने ही तैयार किया है। साल 2005 में नितिन देसाई ने मुंबई के पास करजत में 52 एकड़ में अपना एक स्टूडियो तैयार किया था। 

एक ऑडियो ने खोले कई राज़, सामने आए चार नाम

नितिन देसाई की खुदकुशी के सिलसिले में जो कुछ खुलासे अब तक सामने आए हैं वो और भी ज़्यादा चौंकाने वाले हैं। असल में नितिन देसाई की आत्महत्या के बाद जो शुरुआती जांच का सिलसिला शुरू हुआ उसमें एक ऑडियो भी सामने आया है। ये ऑडियो असल में खुद उनके मोबाइल से हासिल हुआ है। उस ऑडियो में चार नामों का जिक्र है जिनके बारे में कहा जा रहा है कि पुलिस जल्दी ही उन चारों को पूछताछ के लिए अपने पास बुला सकती है। इसके अलावा पुलिस ने उस ऑडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए भी भेज दिया है ताकि इस बात का पुख्तातौर पर पता लगाया जा सके कि इस ऑडियो के साथ किसी तरहकी कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई। नितिन देसाई के मोबाइल से ही ये बात भी साफ हो सकी है कि एक रोज पहले ही वो दिल्ली से लौटे थे। लेकिन अभी तक ये बात साफ नहीं हो सकी कि दिल्ली में वो किस किस से मिले थे और किस सिलसिले में। 

250 करोड़ रुपये का था कर्जा

सूत्रों से ये बात भी सामने आई है कि नितिन देसाई पर 180 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया था। लेकिन ब्याज की वजह से ये रकम अब 250 करोड़ हो गई थी। खुलासा हैकि नितिन देसाई ने जिस कंपनी से ये कर्ज लिया था उसने वसूली के लिए लीगल कदम उठाए थे। इतना ही नहीं एनडी स्टूडियो का एक बड़ा हिस्सा रिकवरी के तौर पर जब्त करने के लिए कंपनी ने रामगढ़ कलेक्टर को एक चिट्ठी भी लिखी गई थी।

नितिन देसाई को मिले इनाम उनकी काबिलियत के गवाह हैं

कौन थे नितिन देसाई- 

नितिन देसाई का पूरा नाम- नितिन चंद्रकांत देसाई

नितिन देसाई का जन्म- 9 अगस्त 1965, 

नितिन देसाई का जन्म स्थान- मुलुंड, मुंबई महाराष्ट्र 

नितिन देसाई का पेशा- पटकथा लेखन, निर्देशक, सेट डिजाइनिंग

नितिन देसाई की फिल्मी सफर- 36 साल 

नितिन देसाई को सम्मान- चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार

  • सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन फिल्म- हम दिल दे चुके सनम
  • चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार -  लगान, हम दिल दे चुके सनम, देवदास, डॉक्टर बाबा साहब अम्बेडकर
  • आईफा बेस्ट ऑर्ट डायरेक्टर अवार्ड- फिल्म जोधा अकबर
  • छह फिल्मों के लिए बेस्ट ऑर्ट डायरेक्शन का स्क्रीन अवार्ड
  • ज़ी सिने अवार्ड 2005
  • स्टार गिल्ड अवार्ड 2009
  • इंटरनेशनल इंडिन फिल्म अकादमी अवार्ड 2008, 2009
  • 49वां राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड
  • 48वां फिल्म फेयर अवार्ड 
  • ग्लोबल इंडियन फिल्म एंड टीवी हॉनर 2011

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