Andman Gangrape: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पुलिस ने सामूहिक बलात्कार (GangRape) के एक मामले में फरार हो चुके श्रम आयुक्त (Labour Commissioner) आर एल ऋषि के बारे में सूचना देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की बुधवार को घोषणा की। इस मामले में पूर्व मुख्य सचिव (Ex Chief Secretory) जितेंद्र नारायण पर कई संगीन आरोप लगाए गए हैं।
IAS जितेंद्र नारायण अब बचकर कहां जाओगे, SIT को मिले हैं 20 लड़कियों के घर पर लाने के सबूत, पता देने वाले को मिलेगा इतना इनाम
Andman Gangrape: पूर्व मुख्य सचिव समेत दो फरार अधिकारियों और एक कारोबारी के बारे में सूचना देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की गई है।
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03 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:29 PM)
Gangrape Case: इसी सिलसिले में पुलिस अधिकारियों को संदीप सिंह उर्फ रिंकू नाम के एक कारोबारी की भी तलाश है। बताया जा रहा है कि 46 के ऋषि और 38 साल के संदीप सिंह की तस्वीरें और उनके बारे में तमाम जानकारियां पुलिस ने ट्वीटर पर साझा की है।
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SIT Probe: पुलिस के मुताबिक अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में अप्रैल और मई में 21 साल की एक लड़की को सरकारी नौकरी का झांसा देकर तत्कालीन मुख्य सचिव के आवास पर ले जाया गया था और फिर जितेंद्र नारायण और आर एल ऋषि ने उसके साथ बारी बारी बलात्कार किया गया था।
इसकी रिपोर्ट किए जाने के बाद आरोपों की जांच के लिए पुलिस की एक विशेष जांच दल यानी एसआईटी का गठन किया गया था। बताया जा रहा है कि इस सिलसिले में जिस कारोबारी की तलाश पुलिस को है वो इस वारदात में इन दोनों अधिकारियों का सहयोगी था।
Gangrape Case: गैंगरेप के सिलसिले में पिछले महीने एक अक्टूबर को FIR दर्ज की गई थी। उस वक़्त जितेंद्र नारायण दिल्ली वित्तीय निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में तैनात थे। इस रिपोर्ट के दर्ज होने की इत्तेला मिलने के बाद सरकार ने जितेंद्र नारायण को 17 अक्टूबर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
एसआईटी ने मामले में नारायण से दो दिन तक पूछताछ की। इस सिलसिले में एसआईटी ने एक पुलिस इंस्पेक्टर से भी पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि जितेंद्र नारायण पर सिर्फ गैंगरेप का ही मामला दर्ज नहीं है बल्कि उसमें मानव तस्करी का भी मामला दर्ज किया गया है। लिहाजा अब पूर्व मुख्य सचिव की मुश्किलें हद से ज़्यादा बढ़ गई हैं।
Gangrape Case: नारायण पर ये भी आरोप लगाया गया है कि ये सिलसिला सिर्फ एक लड़की के साथ गैंगरेप का नहीं है। बल्कि उनके आवास पर कई बार कई लड़कियों को लाया गया और उन्हें नौकरी का झांसा देकर उनका यौन शोषण किया गया।
एसआईटी को मिले सबूतों में दावा किया जा रहा है कि पीड़ित लड़की ने श्रम आयुक्त ऋषि के साथ साथ एक होटल के मालिक और एक पुलिस इंस्पेक्टर का भी नाम लिया है। एसआईटी को अब तक जो सबूत हाथ लगे हैं उसके मुताबिक जितेंद्र नारायण के मुख्य सचिव रहते हुए उनके आवास पर कम से कम 20 महिलाओं को लाया गया और सभी का शोषण किया गया।
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