Amritpal Singh: अमृत पाल सिंह ने ऐसा क्या कर दिया, जिसकी वजह से पंजाब पुलिस उसके पीछे पड़ गई है। उस पर एनएसए लगा दिया गया है। क्या वाकई उसने देश विरोधी बातें कही हैं? या उसके बयां से सौहार्द बिगड़ रहा है? इस बीच पता चला है कि वो बाइक से भागा है। पंजाब से लेकर उत्तराखंड तक उसकी तलाश की जा रही है। उसने हुलिया बदल लिया है। सूत्रों का कहना है कि आतंकी रिंदा से अमृतपाल का लिंक है। जिसने उसे बाइक से भगाया, उसकी पहचान पप्पल प्रीत सिंह के रूप में हुई है। प्रीत का आईएसआई से संबंध है। वहीं, हरविंदर रिंदा पाक में है।
Amritpal Singh: अमृतपाल सिंह का आतंकी रिंदा से कनेक्शन!
Amritpal Singh: अमृत पाल सिंह ने ऐसा क्या कर दिया, जिसकी वजह से पंजाब पुलिस उसके पीछे पड़ गई है। उस पर एनएसए लगा दिया गया है। क्या वाकई उसने देश विरोधी बातें कही हैं? या उसके बयां से सौहार्द बिगड़ रहा है?
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अमृत पाल सिंह का रिंदा से कनेक्शन
22 Mar 2023 (अपडेटेड: Mar 22 2023 9:32 AM)
उधर, मंगलवार को हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस ने तमाम जानकारियां दी। जस्टिस एनएस शेखावत ने कहा था कि आरोपी पर एनएसए क्यों लगाया गया? ये पूरा आपरेशन प्लानड था। आखिर अमृतपाल क्यों अरेस्ट नहीं हुआ? 80 हजार पुलिस कर्मी क्या कर रहे थे? इस पर AG विनोद घई ने कहा था, ' हमने जान बूझ कर फोर्स का इस्तेमाल नहीं किया। ये संवदेनशील मुद्दा है। इस पर कोर्ट में खुलासा नहीं कर सकते हैं। हम उसे अरेस्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।'
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इससे पहले खबर आई थी कि अमृतपाल सिंह ने अपना हुलिया बदल लिया है। पुलिस पुलिस ने एक कार जब्त की है। इसमें अमृतपाल के कपड़े (चोला) और कुछ हथियार बरामद किए हैं। उधर, उसके दो और साथियों कुलवंत सिंह और गुर औजला पर NSA लगाने की तैयारी हो रही है। कुल 7 लोगों के खिलाफ एनएसए लगाया गया है। इसके अलावा 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि जिन 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है, उन लोगों ने अमृतपाल को भागने में लॉजिस्टिक प्रोवाइड करवाया।
कौन है अमृत पाल सिंह ?
भिंडरवाले के नक्शे कदम पर चलने वाला अमृतपाल सिंह 'वारिस पंजाब दे' संगठन का मुखिया है। अमृतसर ज़िले के जल्लूखेड़ा गांव में जन्मे अमृतपाल सिंह की उम्र तीस साल की है। तरसेम सिंह का बेटा अमृतपाल 19 बरस की उम्र में ही भारत से दुबई चला गया था और पूरे दस साल दुबई में ही रहा। भारत आते ही उसका रंग रुप और रुआब सब बदल गया और दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे का प्रमुख बन गया।
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