यूपी के कासगंज में पुलिस कस्टडी में अल्ताफ की मौत का मामला गरमाता जा रहा है, घरवाले पुलिस पर पीट-पीट कर हत्या करने के आरोप लगा रहे हैं। जबकि पुलिस इसे सुसाइड का मामला बताने में लगी है। बकौल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अल्ताफ की मौत की वजह हैगिंग यानी लटकना बताया गया है। और वो भी उसकी जैकेट में लगी डोरी से, क्या इसपर यकीन किया जा सकता है?
युवक की थाने में मौत! पुलिस बोली- जैकेट की डोरी के जरिए नल से लटक कर लगा ली फांसी
altaf dies in police custody in kasganj
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10 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:09 PM)
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जैकेट में लगी डोरी से खुदकुशी
पुलिस का कहना है कि अल्ताफ़ ने अपने जैकेट की डोरी से अपने गले को कसा और बाथरूम की टोंटी से डोरी बांधकर ज़ोर लगाया जिससे उसका गला दब गया औ वो बाथरूम में ही गिर गया। पुलिस अल्ताफ को एक नाबालिग़ लड़की के लापता होने के मामले में मंगलवार सुबह पूछताछ के लिए थाने लाई थी। अल्ताफ़ घरों में टाइल लगाने का काम करते थे, उनके पिता चांद मियां का दावा है कि जब वो चौकी पर गए, तो उन्हें वहां से भगा दिया गया। इसके 24 घंटे बाद पुलिस ने बताया कि अल्ताफ ने फांसी लगा ली है।
क्या पुलिस ने अल्ताफ़ को टॉर्चर किया?
क्या पुलिस ने अल्ताफ़ के साथ मारपीट की या उसे टॉर्चर किया गया? इस सवाल पर पुलिस का कहना था कि 'अल्ताफ़ को हवालात में भी नहीं रखा गया था, उसे थाने में बाहर ही बिठाया गया था। पूछताछ के लिए बुलाए जाने के 15-20 मिनट के अंदर ही वो टॉयलेट गया था और वहां उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस पर मारपीट के आरोप बिल्कुल ग़लत हैं, लड़के को किसी भी तरह से टॉर्चर नहीं किया गया था।'
हालांकि इस मामले में 5 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनमें पुलिस इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह इंदौरिया, दरोगा चंद्रेश गौतम, विकास कुमार, हेड मुहर्रिर घनेंद्र और सिपाही सौरव सोलंकी शामिल हैं।
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