Noida Murder: नोएडा के बरौला गांव में पुरानी रंजिश के चलते चाकुओं से गोदने के बाद ई-रिक्शा चालक के शव को डेढ़ किलोमीटर तक घसीटा गया. हैरानी की बात तो यह है कि लोग चुपचाप घटना को देखते रहे. वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपी रविवार को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गए। मुख्य आरोपी ने अपने पिता पर हुए हमले का बदला लेने के लिए वारदात को अंजाम दिया था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
नोएडा में मेहंदी हसन को मारकर अनुज और नितिन ने बाइक से बांध 1.5 KM तक घसीटा, सब देखते रहे
Noida Murder: नोएडा के बरौला गांव में पुरानी रंजिश के चलते चाकुओं से गोदने के बाद ई-रिक्शा चालक के शव को डेढ़ किलोमीटर तक घसीटा गया.
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Crime Tak
22 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 22 2024 12:05 PM)
पुलिस के मुताबिक, बदायूं के इस्लानगर के मोहन नगला गांव का मेहंदी हसन पिछले 8 साल से बरौला गांव में अपने परिवार के साथ रह रहा था. वह ई-रिक्शा चलाकर अपने चार बच्चों का भरण-पोषण करता था. उनकी पत्नी नजमा घरेलू सहायिका हैं. वर्ष 2018 में मामूली विवाद में मेहंदी हसन ने बुलंदशहर के अगौता निवासी विनोद पर चाकू से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस मामले में मेहंदी कई महीनों तक जेल में भी रहे थे. फिलहाल ये मामला कोर्ट में चल रहा है.
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बरौला गांव में मेहंदी के घर के पास विनोद का बेटा अनुज और उसका चचेरा भाई भी रहता है। पिता पर हमले के बाद से अनुज के मन में ई-रिक्शा चालक मेहंदी से खुन्नस थी। रविवार रात करीब 8 बजे मेहंदी हसन अपनी पत्नी को ई-रिक्शा से घर ले गया और आराम करने लगा. करीब दो घंटे बाद मेहंदी दोबारा ई-रिक्शा लेकर निकला तो रास्ते में उसका अनुज और नितिन से विवाद हो गया। इसके बाद अनुज और नितिन ने मेहंदी पर चाकुओं से हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया.
जब वह मरणासन्न हालत में हो गई तो दोनों ने मेहंदी के पैर को बाइक के पीछे रस्सी से बांध दिया और गांव की मुख्य सड़क से खींचते हुए चौकी तक ले गए. घटना स्थल से करीब 1500 मीटर दूर पुलिस चौकी पहुंचते-पहुंचते मेहंदी की मौत हो गई। पूरी सड़क और चौकी पर खून के निशान साफ नजर आ रहे थे. पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया.
ग्रामीण मूकदर्शक बने रहे
आरोपी खून से लथपथ मेहंदी को गांव के बीच में बाइक से बांधकर घसीटते रहे। सैकड़ों ग्रामीणों ने इसे देखा लेकिन किसी को इसका विरोध करने का साहस तक नहीं हुआ। डर के मारे लोगों ने अपनी दुकानों के शटर गिरा दिये। इस घटना से पूरा गांव सहम गया। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी अनुज गांव के पास स्थित एक अस्पताल में काम करता है, जबकि नितिन दूध बेचता है. नितिन और अनुज हमेशा साथ रहते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी ने नशे में पूरी घटना को अंजाम दिया.
डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद करने के लिए रविवार तड़के पुलिस टीम आरोपियों के साथ मौके पर पहुंची। जब पुलिस आरोपियों को लेकर लौट रही थी तो आरोपियों ने पुलिस बल पर तमंचे से फायर कर भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से दोनों घायल हो गये.
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