ये वारदात बेंगलुरु के मगड्डी रोड इलाके में सामने आई है। यहां पर घर के मालिक हालागेरी शंकर अपने परिवार के साथ रहते थे जिनमें 51 साल की उनकी पत्नी भारती, 34 साल की बेटी सिंचाना 3 साल की बेटी के साथ रहती थी, 31 साल की बेटी सिंधु रानी अपने छह महीने के बेटे के साथ रहती थी और 25 साल का बेटा मधुसागर शामिल था। शंकर कन्नड़ अखबार चलाया करते हैं।
बेंगलुरु में 4 दिन तक 5 लाशों के बीच रही मासूम,एक ही परिवार के लोगों की सामूहिक खुदकुशी
9-month-old baby among 5 of family found dead
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18 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)
शंकर लगभग चार पांच दिन से घर से बाहर थे । शुक्रवार शाम करीब 6 बजे जब वो अपने घर वापस लौटे तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। शंकर ने दरवाजा खटखटाया, डोरबैल भी बजाई लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया। शंकर ने जब खिड़की में से झांककर देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। अंदर उन्हें एक लाश लटकी हुई नजर आई।
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शंकर ने इसकी इत्तिला पुलिस को दी जिसके बाद घर का दरवाजा तोड़ा गया । घर के अंदर का मंजर रौंगटे खड़े कर देने वाला था। अलग-अलग कमरों में शंकर की पत्नी, दो बेटियों और बेटे की लाश लटकी हुई थी जबकि छोटी बेटी के छह महीने के बेटे का बेजान जिस्म बैड पर पड़ा हुआ था। अंदाजा लगाया जा रहा है कि छह महीने के बच्चे की मौत भूख-प्यास की वजह से हुई होगी।
इन सभी लाशों के बीच रोती बिलखती तीन साल की बच्ची मौजूद थी। ये शंकर की बड़ी बेटी सिंचाना की बेटी थी जो पिछले चार दिन से बुरी तरह से सड़ रही लाशों के बीच घर में बंद थी। बच्ची को घर से निकालने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
अभी तक सामूहिक खुदकुशी की कोई ठोस वजह सामाने नहीं आई है लेकिन कहा जा रहा है कि परिवार के लोगों के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव था जिसकी वजह से सबने मिलकर खुदकुशी करने का कदम उठाया है। घर के मालिक शंकर भी चार-पांच दिन से घर से गायब थे।
जब वो घर से गायब हुए तो उन्होंने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था। ये वजह भी समझी जा रही है कि शंकर घर से किसी बात से नाराज होकर चले गए हों और इसी बात को लेकर बाकी परिवार के बीच इतनी हताशा आ गई कि उन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया।
हालांकि खुदकुशी की असली वजह शंकर से पूछताछ के बाद सामने आएगी। साथ ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ये बात भी सामने आ जाएगी कि परिवार के लोगों की मौत किस तरह से हुई।
एक साथ पांच-पांच लोगों की लाशें एक घर से मिलने से इलाके के लोग हैरान हैं। इसी तरह दिल्ली के बुराड़ी में भी एक ही परिवार के ग्यारह लोगों की लाशें फंदे पर लटकी हुई मिली थीं।
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