मामला असम के सोनितपुर के तेजपुर के एक एग्जाम सेंटर का है । यहां पर 19 साल की एक लड़की एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए पहुंची थी। 15 सितंबर को Agricultural Entrance examination की परीक्षा थी जिसे असम एग्रीकल्चर यूनीवर्सिटी आयोजित कराती है। लड़की को परीक्षा के लिए सेंटर मिला था गिरजानंद चौधरी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेकनॉलजी।
शॉर्ट पहनकर इम्तिहान देने गई लड़की की टांगों पर लपेटा पर्दा,पिता को भेजा पैंट खरीदने बाज़ार
Assam में एग्जाम देने आयी लड़की को शार्ट स्कर्ट्स की वजह से रोका गया, लड़की की टांगों पर लपेटा पर्दा,पिता को भेजा पैंट खरीदने बाज़ार, देश में घट रही ताज़ा ख़बरे, Crime news in Hindi and more on CrimeTak
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19 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)
लड़की अपने पिता के साथ बिस्वानाथ चरियाली से तेजपुर परीक्षा देने के लिए पहुंची थी। लड़की के मुताबिक जब वो परीक्षा केन्द्र में दाखिल हुई तो उसे किसी भी तरह की कोई परेशानी पेश नहीं आई। मुख्य गेट पर उसके दस्तावेज चैक किए गए और फिर उसे अंदर जाने दिया गया।
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लड़की के मुताबिक परेशान तब शुरु हुई जब वो परीक्षा देने के लिए अपने परीक्षा हॉल की ओर जा रही थी। रास्ते में उसे एक शख्स मिली जिसने उसे रुकने के लिए कहा और साइड में खड़ा कर दिया जबकि बाकी छात्र अपने-अपने एग्जाम हॉल में जा रहे थे।
लड़की का कहना है कि उसके पास उसका एडिमड कार्ड, आधार कार्ड, फोटोकॉपी और बाकी सब दस्तावेज मौजूद थे लेकिन उन्होंने लड़की के दस्तावेज चैक करने के बजाय उसे बताया कि परीक्षा में छोटी ड्रेस पहनकर आने की मनाही है।
लड़की ने कहा कि ये बात एडमिट कार्ड पर क्यों नहीं लिखी गई ताकि उसे मालूम होता कि शॉर्ट पहनकर परीक्षा में बैठना मना है। लड़की ने परीक्षा करा रहे लोगों के सामने अपनी बात भी रखी कि छोटी ड्रेस पहनना कौन सा गुनाह है और कई लड़कियां छोटी ड्रेसें पहनती हैं।
लड़की ने अपने पिता की बात भी परीक्षा आयोजित कराने वाले स्टॉफ से कराने की कोशिश की लेकिन पहले तो उन्होंने बात ही करने से इंकार कर दिया। काफी बोलने के बाद उन्होंने लड़की के पिता से बात की और कहा कि वो अपनी बेटी के लिए बाजार से पैंट खरीद कर लाएं । उसी के बाद उसको परीक्षा में बैठने दिया जाएगा।
लड़की के पिता बाजार में पैंट खरदीने के लिए गए लेकिन उन्हें इतनी सुबह कोई पैंट नहीं मिल पाई।
लड़की के पिता ने स्टॉफ को बताया कि उन्हें पैंट नहीं मिल पा रही है जिसके बाद लड़की को एग्जाम में बैठने की अनुमति तो मिली लेकिन कुछ ही देर में उसके पास दो लड़कियां खिड़कियों पर टांगने वाले पर्दों के साथ पहुंची और उन्होंने वो पर्दे उस लड़की को अपनी टांगों पर लपेटने के लिए कहा।
इसके बाद लड़की ने बाकी परीक्षा अपनी टांगों पर पर्दे लपेट कर दी। लड़की के मुताबिक वो उसकी जिंदगी का सबसे बुरा दौर था।
वहीं परीक्षा केन्द्र के प्रिंसिपल अब्दुल बकी अहमद के मुताबिक इस पूरे प्रकरण की जानकारी उन्हें नहीं है क्योंकि वो उस वक्त परीक्षा केन्द्र में मौजूद नहीं थे। दूसरी बात ये कि परीक्षा कराने के लिए असम एग्रीकल्चर यूनीवर्सिटी ने उनका कॉलेज परीक्षा केन्द्र के लिए लिया था जिसमें सारा स्टॉफ यूनीवर्सिटी की ओर से ही तैनात किया गया था।
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