Khesari Lal Yadav: खेसारी लाल यादव की मुश्किलें बढ़ीं, पत्नी का भी आया नाम, कानूनी लफड़े में फंसे, क्या है पूरा मामला

khesari lal yadav: भोजपुरी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता खेसारी लाल यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि उनके खिलाफ चेक बाउंस के मामले में चार्जशीट फाइल हो चुका है।

CrimeTak

• 04:36 PM • 15 Sep 2024

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khesari lal yadav: भोजपुरी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता खेसारी लाल यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि उनके खिलाफ चेक बाउंस के मामले में चार्जशीट फाइल हो चुका है। यह मामला तब शुरू हुआ जब खेसारी लाल यादव ने जमीन खरीदने के बाद एक चेक दिया था, जो बाउंस हो गया। छपरा व्यवहार न्यायालय के एडीजे राकेश कुमार की अदालत में खेसारी लाल के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दिया गया। मामले की सुनवाई के लिए अदालत ने 19 सितंबर की तारीख तय की है। इस सुनवाई में खेसारी लाल ने अदालत में उपस्थित होकर अपने पक्ष के साक्ष्य भी प्रस्तुत किए। 

खेसारी लाल यादव पर चेक बाउंस का आरोप

यह मामला रसूलपुर थाना क्षेत्र के निवासी मृत्युंजय पांडे द्वारा दर्ज कराया गया था। पांडे ने खेसारी लाल की पत्नी चंदा देवी को 22 लाख 7000 रुपये में 18 धुर जमीन बेची थी। इस खरीद-फरोख्त में खेसारी लाल ने 4 लाख रुपये नकद दिए थे, लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं मिलने के कारण उन्होंने 18 लाख रुपये का चेक होल्ड कर दिया था। जब चेक का भुगतान नहीं हुआ, तो मृत्युंजय पांडे ने 16 अगस्त 2019 को रसूलपुर थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई। इस मामले की जांच और सुनवाई के बाद, अदालत ने खेसारी लाल के खिलाफ आरोप पत्र पेश कर दिया। 

जमीन खरीद विवाद से शुरू हुआ मामला

हालांकि, इस मामले में खेसारी लाल को कुछ राहत मिल सकती है, क्योंकि पीड़ित मृत्युंजय पांडे ने अब इस मामले में सुलहनामा पेश कर दिया है। इससे यह संभावना बन रही है कि खेसारी लाल की कानूनी परेशानियां कम हो सकती हैं। सुलहनामा का अर्थ है कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है, जो इस मामले को अदालत से बाहर निपटाने में मदद कर सकता है। 

खेसारी लाल ने पेश किए अपने साक्ष्य

खेसारी लाल यादव ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने जमीन का दाखिल खारिज न होने के कारण बैंक से पैसा रोका था। उनके बैंक खाते में पर्याप्त धनराशि थी, और उनका दावा था कि बैंक में 50 लाख रुपये मौजूद थे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि दाखिल खारिज की प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तो वह खुद जमीन मालिक के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराएंगे। 

पीड़ित द्वारा सुलहनामा प्रस्तुत

यह मामला अब अदालत में है, और 19 सितंबर को होने वाली सुनवाई के बाद ही साफ हो पाएगा कि खेसारी लाल यादव को कानूनी राहत मिलती है या उनकी परेशानियां और बढ़ती हैं। अभिनेता ने यह स्पष्ट किया है कि उन्होंने किसी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं की है, और यदि जमीन की कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तो वह कानूनी कार्रवाई करने को तैयार हैं।

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