रूहीना और सुमैया हिंदू नाम रख लड़कों के साथ कर देती थी गजब कांड, फिर बनाती उनकी जिंदगी नर्क

UP News: मेरठ में हाल ही में एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें महिलाएं और पुरुष मिलकर लोगों को जाल में फंसाते थे. इस गैंग की कार्यप्रणाली इतनी चालाकी भरी थी कि उन्होंने कई लोगों को अपने जाल में फंसाया और उनसे लाखों रुपये ठगे.

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05 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 6 2024 2:06 PM)

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UP News: मेरठ में हाल ही में एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें महिलाएं और पुरुष मिलकर लोगों को जाल में फंसाते थे. इस गैंग की कार्यप्रणाली इतनी चालाकी भरी थी कि उन्होंने कई लोगों को अपने जाल में फंसाया और उनसे लाखों रुपये ठगे. इन घटनाओं से साफ होता है कि महिलाओं के मासूम चेहरे देखकर कोई भी धोखा खा सकता है, लेकिन इन महिलाओं के पीछे एक बेहद चालाक और खतरनाक गिरोह काम कर रहा था.

युवक का गैंग के जाल में फंसना

मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में रहने वाला एक युवक इस गैंग का शिकार बन गया. सब कुछ तब शुरू हुआ जब युवक को एक अज्ञात महिला का फोन आया. महिला ने कुछ जरूरी काम का हवाला देकर युवक से मिलने की बात की, लेकिन युवक ने शुरुआत में उसका फोन काट दिया. कुछ समय बाद, युवक ने खुद उस महिला को कॉल किया और उसके नंबर के स्रोत के बारे में पूछा. महिला ने बताया कि उसका नंबर उसकी सहेली रूहीना उर्फ सिमरन ने दिया है. इसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई और जल्द ही उनकी दोस्ती हो गई. महिला ने अपना नाम शालू शर्मा बताया और तीन सितंबर को वो युवक से मिलने मेरठ आ गई.

होटल में शारीरिक संबंध और फिर गिरोह का हमला

दिल्ली रोड रिठानी के पास स्थित व्यू बैली होटल में युवक ने महिला से मुलाकात की. दोनों ने वहां एक कमरा बुक किया और शारीरिक संबंध बनाए. जब वे होटल से बाहर निकले, तब महिला ने युवक को बताया कि उसके भाई और भाभी होटल के बाहर खड़े हैं. इस बीच, होटल के बाहर एक स्विफ्ट गाड़ी और बाइक खड़ी थी, जिनमें कुछ लोग पहले से इंतजार कर रहे थे. ये लोग युवक को जबरन गाड़ी में डालकर ले गए और उसे बुरी तरह से पीटा.

ब्लैकमेलिंग और 10 लाख की फिरौती

गाड़ी में बैठे हुए आरोपियों ने युवक से 10 लाख रुपये की मांग की. उन्होंने धमकी दी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो उसे जान से मार दिया जाएगा या फिर उस पर दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया जाएगा. युवक का मोबाइल उस समय बंद हो चुका था, इसलिए आरोपियों ने उसका सिम निकालकर अपने फोन में डाल लिया और उसी नंबर से युवक की पत्नी और उसके भाई को कॉल कर दिया. उन्होंने पत्नी और भाई से भी 10 लाख रुपये की मांग की और धमकाया कि अगर पैसे नहीं मिले तो युवक को जेल भेज देंगे.

पकड़े गए आरोपी

युवक ने बताया कि आरोपियों में एक व्यक्ति बाउंसर दीपक था, जो मेरठ के ग्राम डीलना का निवासी है. इसके अलावा, अनिकेत नामक व्यक्ति भी इस गैंग में शामिल था, जो सैनिक कॉलोनी कसेरु खेड़ा लालकुर्ती में रहता है. बाकी सभी आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं. आरोपियों ने युवक को सड़क पर छोड़ दिया और उसे चेतावनी दी कि अगर उसने जल्दी से पैसे नहीं दिए तो उसे दुष्कर्म के आरोप में फंसाकर जेल भेज देंगे और उसके परिवार को भी बदनाम कर देंगे.

पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी

युवक की शिकायत पर परतापुर पुलिस ने तुरंत कार्यवाही की और गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि इस गैंग का तरीका बेहद सोचा-समझा और सुनियोजित था. ये लोग वीडियो कॉल पर महिलाओं की मासूमियत का फायदा उठाकर लोगों को फंसाते थे. फिर उन्हें ब्लैकमेल करके लाखों रुपये वसूलते थे. पुलिस अब इस गिरोह के बाकी सदस्यों की भी तलाश कर रही है, ताकि उन्हें भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके.

 

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