UP News: फिरोजाबाद में 12 साल पहले हत्या कर लाश को अपने ही घर के सीवर टैंक में दबा दिया था. ये काम इतनी सफाई से किया कि किसी को भनक तक नहीं लगी. पर अब 12 साल बाद हुई हत्या की घटना का खुलासा हो गया है. इस मामले में तीन आरोपियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरे की मौत हो चुकी है.
12 साल पहले मर्डर कर बॉडी को सीवर टैंक में छुप दिया था, अब इतने साल बाद सिर्फ एक गलती ने हत्या का राज खोल दिया
12 साल पहले हत्या कर लाश को अपने ही घर के सीवर टैंक में दबा दिया था. ये काम इतनी सफाई से किया कि किसी को भनक तक नहीं लगी.
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• 02:50 PM • 13 May 2024
12 साल बाद हत्या का खुलासा
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पुलिस ने बताया कि 13 फरवरी 2012 को एक युवक के लापता होने की सूचना मिली थी. पुलिस और परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. छिपे हुए सीवरेज टैंक में उसका शव भी नहीं मिला.
सीवर टैंक में हत्या कर छुपाया गया था शव
जिस घर से छोटेलाल का कंकाल मिला था वह उसके दोस्त सुनील का था. जिसे उसने 2015 में शिकोहाबाद में रहने वाले इलेक्ट्रीशियन उमेश चंद्र को बेच दिया था. सुनील की पत्नी पुष्पा और छोटा भाई नीरज अभी भी उसी मकान के दूसरे हिस्से में रहते थे. वहीं सुनील की 2018 में बीमारी से मौत हो गई.
कंकाल मिलने के बाद पुलिस को शक हुआ कि छोटेलाल की गुमशुदगी और हत्या में सुनील और उसके परिवार का हाथ है. इसलिए पुष्पा और नीरज से पूछताछ की गई, लेकिन वे पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते रहे.
थाना प्रभारी वैभव कुमार ने बताया कि 10 फरवरी 2012 को छोटेलाल की हत्या कर दी गई थी. सुनील छोटेलाल के साथ जुआ खेलने जाता था. इसी लत के चलते उन्होंने अपना घर और छोटे भाई नीरज का हिस्सा बेच दिया. जब इसकी जानकारी नीरज और सुनील की पत्नी पुष्पा को हुई तो वह छोटेलाल के घर पहुंच गई और गाली-गलौज की. इसके बाद उसने उसे अपने घर बुलाया. यहां उसकी पिटाई की गई. पिटाई के बाद उसकी मौत हो गई.
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