प्यार का जाल फेंककर फंसाती है ये बाला, फिर ऐंठे 33 लाख रुपए, मीठी-मीठी बातें करके कइयों की जेब कर चुकी है खाली

Faridabad: फरीदाबाद शहर में एक बिल्डर को एक महिला और उसके सहयोगियों ने हनीट्रैप में फंसाकर दुष्कर्म के झूठे आरोप में जेल भिजवाने का मामला सामने आया है।

CrimeTak

• 11:23 AM • 29 Sep 2024

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Faridabad: फरीदाबाद शहर में एक बिल्डर को एक महिला और उसके सहयोगियों ने हनीट्रैप में फंसाकर दुष्कर्म के झूठे आरोप में जेल भिजवाने का मामला सामने आया है। इस मामले में महिला ने बिल्डर से लगभग 33 लाख रुपये वसूल किए, बावजूद इसके बिल्डर को लगभग पांच महीने जेल में रहना पड़ा। बाद में, हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद, पीड़ित ने तत्कालीन गृहमंत्री अनिल विज से शिकायत की, जिसके आदेश पर एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया। एसआईटी की जांच के आधार पर, पुलिस ने 17 महीने बाद महिला और उसके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

घटना का प्रारंभ और परिचय

यह मामला 7 जुलाई 2023 का है, जब पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि वह भवन निर्माण का कार्य करते हैं। पहले वह ग्रीनफील्ड में रहते थे, लेकिन अब वह अपने भाई के परिवार के साथ किसी अन्य स्थान पर निवास कर रहे हैं। पीड़ित का कहना है कि ग्रीनफील्ड में उनके पड़ोसी मुकेश नरवत के साथ उनके परिवारों का अक्सर आना-जाना रहता था। 10 दिसंबर को मुकेश नरवत भी उनके सगाई समारोह में मेहमान के रूप में शामिल हुआ था। इसी दौरान पीड़ित ने मुकेश को बैंक्वेट हॉल दिलाने की बात की थी।

बैंक्वेट हॉल की तलाश में अनजाने में उलझना

पीड़ित ने बताया कि 25 दिसंबर 2022 को मुकेश नरवत और उसके दोस्त रिंकू ने उन्हें क्राइन इंटिरियर्स मॉल में बुलाया। बातचीत के दौरान, तीनों ने मूवी देखने का प्लान बनाया, लेकिन मुकेश ने आखिरी वक्त पर मूवी देखने से मना कर दिया। इस तरह, पीड़ित ने रिंकू के साथ मूवी देखने का निर्णय लिया। इसके बाद, जुलाई 2023 में अचानक पीड़ित के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हो गया, जिससे वह बहुत घबरा गए।

गिरफ्तारी और कानूनी परेशानियाँ

महिला थाना सेंट्रल में दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के नौ दिन बाद, यानी 25 जुलाई 2023 को पुलिस ने पीड़ित को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उसे एक युवती के सामने पेश किया, जिसने दुष्कर्म की बात स्वीकार कर ली। हालांकि, पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वह उस युवती को जानता नहीं था, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। इस दौरान, मुकेश नरवत ने थाने में ही केस को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित से 50 लाख रुपये की मांग की।

न्याय की तलाश और गृहमंत्री से शिकायत

पीड़ित ने कानून पर भरोसा रखा और मुकेश की मांग को ठुकरा दिया, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल में रहने के बाद, उन्हें पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट से 17 नवंबर 2023 को जमानत मिली। जेल से बाहर आने के बाद, उन्होंने अपने दोस्त सुनील की मदद से एक गैर सरकारी संस्था की संचालिका दीपिका से संपर्क किया और अपनी दास्तान सुनाई। दीपिका ने पीड़ित को पंचकूला ले जाकर तत्कालीन गृहमंत्री अनिल विज से मिलवाया, जहां उन्होंने मामले की पूरी जानकारी दी।

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