'IPS अधिकारी हूं...' वर्दी में बाइक से जा रहा था युवक, पुलिस ने टोका, फिर जो हुआ, कोई सोच नहीं सकता, हैरान कर देने वाला खुलासा

Bihar: जिले में एक फर्जी आईपीएस अधिकारी का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। सिकंदरा पुलिस ने एक युवक को बंधन बैंक के पास से गिरफ्तार किया, जो खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर घूम रहा था।

CrimeTak

• 10:36 AM • 21 Sep 2024

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Bihar: जिले में एक फर्जी आईपीएस अधिकारी का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। सिकंदरा पुलिस ने एक युवक को बंधन बैंक के पास से गिरफ्तार किया, जो खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर घूम रहा था। गिरफ्तारी के समय युवक के पास से एक नकली पिस्टल, एक पल्सर आरएस 200 बाइक और दो लाख रुपये का चेक भी बरामद किया गया। पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। युवक ने पुलिस को बताया कि वह मुख्य आरोपी मनोज सिंह के बहकावे में आकर यह सब कर रहा था। फिलहाल पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है और मुख्य आरोपी मनोज सिंह की तलाश की जा रही है।

फर्जी आईपीएस का पर्दाफाश

गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गोबर्धन बिगहा निवासी मिथिलेश कुमार के रूप में हुई है। पुलिस को उस पर शक तब हुआ जब वह पिस्टल और पुलिस की वर्दी में सड़कों पर घूमता हुआ देखा गया। पूछताछ के दौरान मिथिलेश ने बताया कि उसे मनोज सिंह नामक व्यक्ति ने पुलिस अधिकारी बनने का झांसा देकर दो लाख रुपये ठग लिए। मनोज ने मिथिलेश को एक नकली पिस्टल और पुलिस की वर्दी भी दी थी, जिससे वह खुद को आईपीएस अधिकारी साबित कर सके। पुलिस द्वारा की गई कड़ी पूछताछ में मिथिलेश ने मनोज सिंह की पूरी योजना का खुलासा किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वह एक बड़ी ठगी का शिकार हुआ है।

मुख्य आरोपी का नाम आया सामने

पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि आरोपी मनोज सिंह को गिरफ्तार किया जा सके। पुलिस को अभी तक मनोज सिंह का कोई ठोस सुराग नहीं मिला है, लेकिन उसे पकड़ने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। इसके साथ ही पुलिस यह जानने का भी प्रयास कर रही है कि मनोज सिंह और कितने लोगों को इस तरह ठग चुका है और उसके इस अपराध में कौन-कौन शामिल हो सकता है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है, ताकि इस तरह के अपराधों पर सख्ती से रोक लगाई जा सके।

पुलिस की जांच और आरोपी की तलाश

फर्जी आईपीएस के तौर पर गिरफ्तार मिथिलेश के हाव-भाव से यह भी प्रतीत होता है कि उसे पुलिस अधिकारी बनने का बचपन से शौक था, लेकिन उसकी यह चाहत ठगी का शिकार बनने पर ही पूरी हो सकी। मानसिक रूप से शायद वह इस धोखे को समझ नहीं पाया और मनोज सिंह के बहकावे में आकर उसकी ठगी का शिकार हो गया। मिथिलेश के इस पूरे घटनाक्रम ने समाज में फर्जीवाड़े और ठगी के मामलों पर एक नई बहस छेड़ दी है, जहां लोग अब सजग रहने और ऐसी धोखाधड़ी से बचने की सलाह दे रहे हैं।

युवक के हाव-भाव ने जताया शक

इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि आज भी हमारे समाज में कई लोग ऐसे हैं, जो गलत तरीके से दूसरों को ठगकर अपने स्वार्थ को पूरा करने का प्रयास करते हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से जहां समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश मिला है, वहीं लोगों को सतर्क रहने की भी आवश्यकता है।

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