खाटू श्याम मंदिर में छिपे 2 आतंकी, सूचना पर पहुंचे कमांडो, मॉकड्रिल में ATS ने ढेर किया, बताई पूरी कहानी

Khatu Shyamji Temple: राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्यामजी मंदिर में मंगलवार को एक अलग ही दृश्य देखने को मिला, जब हथियारों से लैस एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) के कमांडो अचानक मंदिर परिसर में पहुंचे.

एहतियात के तौर हुई मंदिर में हुई मॉकड्रिल

एहतियात के तौर हुई मंदिर में हुई मॉकड्रिल

03 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 3 2024 8:07 PM)

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Khatu Shyamji Temple: राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्यामजी मंदिर में मंगलवार को एक अलग ही दृश्य देखने को मिला, जब हथियारों से लैस एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) के कमांडो अचानक मंदिर परिसर में पहुंचे. इस घटना ने वहां मौजूद श्रद्धालुओं को आश्चर्यचकित कर दिया, जब उन्होंने देखा कि कमांडो ने मंदिर कमेटी के कार्यालय परिसर में दो डमी आतंकियों को ढेर कर दिया. यह सब इतना अचानक में हुआ था कि मंदिर में उपस्थित लोग हक्के-बक्के रह गए और उन्हें कुछ समय के लिए यह समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है.

आतंकी छिपे होने की मिली जानकारी

यह घटना तब हुई जब एटीएस को सूचना मिली कि खाटू श्यामजी मंदिर में आतंकी छिपे हुए हैं और उन्होंने मंदिर कमेटी के कर्मचारियों को बंधक बना लिया है. खाटू श्यामजी मंदिर राजस्थान का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करने आते हैं. इतनी बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एटीएस ने 3 सितंबर को एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया. इस मॉक ड्रिल (mock drill) का उद्देश्य था यह सुनिश्चित करना कि यदि कभी ऐसी वास्तविक परिस्थिति उत्पन्न होती है, तो एटीएस और अन्य सुरक्षा बल किस प्रकार से प्रतिक्रिया देंगे.

दो डमी आतंकियों को ATS ने किया ढेर

मिली जानकारी के अनुसार, जैसे ही एटीएस को मंदिर में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली, टीम ने पूरी तैयारी के साथ मंदिर परिसर में प्रवेश किया. सुनियोजित तरीके से कार्रवाई करते हुए, एटीएस के कमांडो ने मंदिर कमेटी के कार्यालय परिसर में प्रवेश किया और वहां छिपे दो डमी आतंकियों को मार गिराया. इन डमी आतंकियों के पास से दो राइफलें और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए. इस मॉक ड्रिल के दौरान, मंदिर में मौजूद श्रद्धालु एक बार के लिए सकते में आ गए, क्योंकि उन्हें यह अहसास नहीं था कि यह केवल एक अभ्यास था और कोई वास्तविक खतरा नहीं था.

एहतियात के तौर हुई मंदिर में हुई मॉकड्रिल

हालांकि, जब एटीएस की मॉक ड्रिल के बारे में श्रद्धालुओं को जानकारी दी गई, तो उन्होंने राहत की सांस ली. एटीएस के एसआई हरिकिशन यादव ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का आयोजन एहतियात के तौर पर किया गया था. उनका कहना था कि ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए और सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से इस तरह के अभ्यास का आयोजन किया जाता है. इस प्रकार के अभ्यास से सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया क्षमता में वृद्धि होती है और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकती है.

इस घटना ने न केवल सुरक्षा बलों की तत्परता को उजागर किया बल्कि आम जनता में भी सुरक्षा को लेकर विश्वास पैदा किया. खाटू श्यामजी मंदिर जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों पर इस तरह के सुरक्षा अभ्यासों की आवश्यकता है, ताकि किसी भी संभावित खतरे का समय रहते मुकाबला किया जा सके और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. मंदिर में हुई इस मॉक ड्रिल से यह संदेश भी मिलता है कि सुरक्षा बल किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार हैं और वे आम नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं.

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