3 महीने पहले हुआ था बीजेपी नेता का मर्डर..उसकी पत्नी ने किया सुसाइड, बोलती थी- मुझे पति के पास जाना है...

MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के एमजी रोड इलाके में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें बीजेपी नेता मोनू कल्याणे की पत्नी दीपिका कल्याणे ने आत्महत्या कर ली। यह घटना 25 सितंबर की सुबह हुई, जब दीपिका का शव उनके घर के एक कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला।

CrimeTak

• 04:28 PM • 25 Sep 2024

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MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के एमजी रोड इलाके में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें बीजेपी नेता मोनू कल्याणे की पत्नी दीपिका कल्याणे ने आत्महत्या कर ली। यह घटना 25 सितंबर की सुबह हुई, जब दीपिका का शव उनके घर के एक कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। तीन महीने पहले जून में उनके पति मोनू कल्याणे की हत्या कर दी गई थी, और अब उनकी पत्नी की आत्महत्या ने इस परिवार को एक और बड़ा झटका दिया है। पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे आत्महत्या के पीछे के सही कारणों का पता चल सके।

दीपिका कल्याणे की आत्महत्या

सुबह लगभग 9 बजे दीपिका के परिजन उन्हें एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, परिजनों ने बताया कि दीपिका का शव उनके कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया गया। फिलहाल पुलिस इस घटना की तहकीकात कर रही है, लेकिन अब तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही इस आत्महत्या के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। दीपिका की मौत ने शहर को स्तब्ध कर दिया है, खासकर क्योंकि उनके पति की हत्या कुछ ही महीनों पहले हुई थी।

मोनू कल्याणे का राजनीतिक कद और हत्या

मोनू कल्याणे एक जाने-माने बीजेपी नेता थे और उन्हें इंदौर की राजनीति में विशेष पहचान हासिल थी। वह विधानसभा इंदौर-3 में सक्रिय राजनीति करते थे और केंद्रीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बेहद करीबी माने जाते थे। मोनू की हत्या 23 जून की सुबह हुई थी, जब वह एक रैली की तैयारी के बाद अपने घर लौट रहे थे। उस समय, बाइक पर सवार दो हमलावरों ने उनसे बात करने के बहाने उन्हें गोली मार दी थी। उनके दोस्तों पर भी गोली चलाई गई, लेकिन वे बच निकले थे। घायल मोनू को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।

मोनू कल्याणे की हत्या का मामला

मोनू कल्याणे की हत्या के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की थी और 30 घंटे के अंदर ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों की पहचान अर्जुन और उसके साथी के रूप में हुई थी, जिन्होंने मोनू पर गोलियां चलाई थीं। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए उज्जैन, मंदसौर, भोपाल और अन्य स्थानों पर छानबीन की थी। आखिरकार, पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो सकी। इस हत्या के पीछे के कारणों को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन पुलिस जांच के बाद ही सच्चाई सामने आई।

दीपिका की आत्महत्या के पीछे के संभावित कारण 

मोनू की हत्या के बाद से दीपिका कल्याणे मानसिक रूप से काफी परेशान थीं। उनके पति की अप्रत्याशित मौत ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दिया था। इस त्रासदी के बाद, दीपिका ने खुद को एकांत में रख लिया और शायद इस घटना ने उन्हें मानसिक रूप से कमजोर कर दिया था। परिवार और करीबी लोगों का मानना है कि मोनू की मौत का गहरा प्रभाव दीपिका पर पड़ा, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।

**आत्महत्या के मामलों पर विचार:**  
दीपिका की आत्महत्या ने फिर से आत्महत्या के मामलों पर गंभीरता से सोचने का अवसर दिया है। जब परिवार के सदस्यों को इस तरह की त्रासदी का सामना करना पड़ता है, तो उन्हें मानसिक और भावनात्मक समर्थन की सख्त जरूरत होती है। ऐसे मामलों में समाज और परिवार का सहारा बेहद महत्वपूर्ण होता है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस की जांच के बाद ही इस आत्महत्या के सभी पहलुओं का खुलासा होगा, लेकिन फिलहाल यह घटना पूरे इंदौर में चर्चा का विषय बनी हुई है।

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