राजकोट अग्निकांड में 27 मौतों पर HC ने लिया संज्ञान, नगर निगम से पूछा- कैसे दी गई गेमिंग जोन को अनुमति?

Rajkot Fire: घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू कर दिया. आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं, जबकि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. हालांकि, आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है.

CrimeTak

26 May 2024 (अपडेटेड: May 26 2024 12:12 PM)

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Gujrat News: गुजरात के राजकोट स्थित टीआरपी गेम जोन में लगी भीषण आग में 9 बच्चों समेत 27 लोगों की जान चली गई है. गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने इस घटना में 27 लोगों की मौत की पुष्टि की है. इस मामले की सुनवाई हाई कोर्ट की विशेष शाखा के समक्ष हुई. सुनवाई जस्टिस बीरेन वैष्णव और देवेन देसाई की बेंच ने की. इस दौरान कोर्ट ने कहा कि यह मानव निर्मित आपदा है. आपको बता दें कि राज कोर्ट अग्निकांड में मासूम बच्चों की जान जाने के मामले में हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है.

राजकोट के गेम जोन में आग

घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू कर दिया. आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं, जबकि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. हालांकि, आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजकोट गेम जोन के संचालक और मालिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुभाष त्रिवेदी के नेतृत्व में 5 एसआईटी अधिकारियों की एक टीम इस मामले की जांच करेगी.

27 की मौत, मरने वालों में 12 बच्चे

घटना के बाद, राज्य के पुलिस महानिदेशक ने सभी पुलिस आयुक्तों और जिला पुलिस अधीक्षकों को राज्य के सभी खेल क्षेत्रों का निरीक्षण करने और फायर सेफ्टी परमिट के बिना चल रहे खेल क्षेत्रों को बंद करने का निर्देश दिया है. पुलिस महानिदेशक ने नगर पालिकाओं और अग्निशमन अधिकारियों के कोऑर्डिनेशन से यह प्रक्रिया सुनिश्चित करने को कहा है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, जिनमें छोटे बच्चे भी शामिल हैं, मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि बचाए गए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.''

'PM मोदी ने राजकोट अग्निकांड को लेकर की पोस्ट'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, "राजकोट में आग की घटना से बेहद व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायलों के लिए प्रार्थना. स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है."

मृतकों के परिवारों को 4 लाख और घायलों को 50 हजार का मुआवजा

राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस संबंध में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है जो पूरे मामले की जांच करेगा.

राजकोट के पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने बताया कि दोपहर में टीआरपी गेमिंग जोन में आग लग गई. बचाव कार्य जारी है और आग अब नियंत्रण में है. अब तक 20 शव बरामद किए जा चुके हैं जिन्हें आगे की जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है.

गेमिंग जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. पुलिस अधिकारी अधिक से अधिक शव बरामद करने की कोशिश कर रहे हैं और उसके बाद ही विस्तृत जांच शुरू होगी. इस मामले में लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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