World Crime News: खालिस्तान टाइगर फोर्स के आतंकी हरदीप निज्जर के कत्ल को लेकर भारत-कनाडा के बीच तनाव है और अब, कनाडा में भारत के A कैटेगरी गैंगस्टर सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा का कत्ल कर दिया गया है। वो पंजाब से साल 2017 में जाली पासपोर्ट तैयार करवा कर कनाडा फरार हुआ था। जानकारी के मुताबिक सुक्खा को कनाडा के विनीपिग में गोलियां मारी गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुक्खा पर करीब 15 राउंड फायरिंग हुई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। ये उन इकतालिस आतंकियों- गैंगस्टर की सूची में शामिल था, जिसे NIA ने भी जारी किया था। कनाडा में खालिस्तानी आतंकी निज्जर के कत्ल के बाद ये दूसरी बड़ी वारदात है। NIA ने 4 बडे़ गैंगस्टर आंतकियों के नाम की लिस्ट भी जारी की है, पहले नंबर पर सिद्धू मूसेवाला का कातिल गोल्डी बराड़ है, फिर लखबीर सिंह, लक्की पटियाल और अर्शदीप डल्ला है.
क्या है FIVE EYES संगठन, जिसकी कनाडा से लेकर भारत में हो रही है चर्चा
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21 Sep 2023 (अपडेटेड: Sep 24 2023 10:05 PM)
World Crime: क्या है Five Eyes Alliance? निज्जर मामले से कैसे जुड़ा है ये संगठन
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CANADA: खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाए गए जिसके बाद दोनों देश एक-दूसरे के डिप्लोमैट को निकाल चुके हैं। इस बीच सिख फॉर जस्टिस के आतंकी पन्नू ने 2 नए वीडियो जारी किए। पहले वीडियो में उसने कहा कि हिंदुओं का देश भारत है और वो कनाडा को छोड़कर इंडिया लौट जाएं। कनाडा में वही सिख रहेंगे, जो खालिस्तान समर्थक हैं। दूसरे वीडियो में खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने 25 सितंबर को वैंकूवर, ओटावा और टोरंटो में भारतीय दूतावास बंद कराने की धमकी दी है। इसी के साथ SFJ ने कनाडा में भारत के खिलाफ अभियान भी शुरू करने की बात कही है। आतंकी पन्नू ने कहा है कि उसका संगठन 25 सितंबर को ग्लोबल लेवल पर भारत के खिलाफ कैंपेन शुरू करेगा।
CHINA: पिछले महीने चीन के पूर्व विदेश मंत्री किन गेंग को प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने पद से हटा दिया। इसके पहले करीब दो महीने तक गेंग किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर नजर नहीं आए थे। कई सवाल उठ रहे थे कि आखिर किन कहा गायब हैं. अब अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है, कि किन गेंग को एक्सट्रा मैरिटल अफेयर और उससे जन्में बच्चे की वजह से हटाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जिनपिंग और चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी ने इस मामले की जांच कराई थी। किन के अफेयर का खुलासा होने के बाद उन्हें नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा माना जा रहा था। हालांकि, इस बारे में पहले ही शक था कि एक टीवी एंकर से अफेयर की वजह से गेंग को कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। रिपोर्ट के मुताबिक किन गेंग फॉरेन मिनिस्टर बनने से पहले 18 महीने अमेरिका में एम्बेसेडर रहे थे। इसी दौरान उनका चीन की एक महिला टीवी एंकर से अफेयर हो गया था।
AMERICA: अमेरिका के उत्तरी कैरोलिना में एक परिवार ने गूगल कंपनी पर लापरवाही बरतने के चलते केस किया है। परिवार के सदस्य फिलिप पैक्सन की पिछले साल 30 सितंबर को गूगल मैप को फॉलो करने के चलते मौत हो गई थी, जिसके बाद अब गूगल मैप पर कैस किया गया है। ये शख्स GPS की मदद से एक अनजान रास्ते पर जा रहा था। गूगल मैप ने उन्हें जिस पुल पर भेजा वो टूटा हुआ था। जब तक पैक्सन कुछ समझ पाते उनकी कार पुल से 20 फीट नीचे गिर गई और उनकी जान चली गई। परिवार का आरोप है कि स्थानीय लोगों ने पुल के टूटे होने की सूचना गूगल मैप को दी थी। इसके बावजूद कंपनी ने नेविगेशन सिस्टम को अपडेट नहीं किया और ये हादसा हो गया।
IRAN: ईरान में एक साल से ज्यादा वक्त से हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है, लेकिन यहां संसद ने इसी के ताल्लुक से एक बिल पास कर दिया है. इस बिल के मुताबिक अगर कोई महिला प्रॉपर ड्रेस कोड नहीं फॉलो करेगी तो उसको 10 साल तक की जेल की सजा सुनाई जा सकती है. ये बिल गार्डियन काउंसिल से मंजूरी मिलने के बाद कानून बन जाएगा. पिछले साल, 22 साल की महसा अमीनी नाम की लड़की को पुलिस ने इसलिए हिरासत में लिया था क्योंकि उसने ठीक से हिजाब नहीं पहना था. इल्जाम है कि पुलिस ने महसा को हिरासत में मारा पीटा था, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई थी. मौत के बाद कई दिनों तक ईरान में प्रदर्शन भी चला था और अब उसी हिजाब के लिए बिल पास करा लिया गया है.
CANADA: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा सिख अलगाववादी नेता, निज्जर की हत्या में भारत पर आरोप लगाने के बाद, 5 EYES ALLIENCE ने कनाडा का पक्ष नहीं लिया है. हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि दावों की पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। कनाडा खुद फाइव आइज अलायंस का हिस्सा है जो अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड से मिलकर बना है। ये पांचों देश खुफिया सूचनाओं को आपस में शेयर करते हैं। कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो ने कनाडा की संसद में बताया कि उन्होंने जनता को इस बारे में बताने से पहले इस महीने की शुरुआत में दिल्ली में आयोजित जी-20 समिट के मौके पर सहयोगियों और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ इस मुद्दे को उठाने का इंतजार किया था।
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