Video: चुनाव जीती तो गरीबों को इंपोर्टेड व्हिस्की और बीयर दिलवाउंगी, महाराष्ट्र की उम्मीदवार का अजीबो गरीब चुनावी वादा

01 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 1 2024 2:40 PM)

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Video: वनिता ने दावा कि किया है कि अगर वह 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता में आती हैं तो लोगों को सब्सिडी वाली व्हिस्की और बीयर दी जाएगी।

चंद्रपुर से विकास राजूरकर की रिपोर्ट

Maharashtra Video: महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के चिमूर गांव से निर्दलीय उम्मीदवार ने अजीबो गरीब दावा किया है। वनिता राउत ने कहा है कि वह ना केवल हर गांव में बीयर बार खोलेंगी, बल्कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित होने पर सांसद निधि से गरीबों को मुफ्त इंपोर्टेड व्हिस्की और बीयर मुहैया कराएंगी। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के चिमूर गांव से निर्दलीय उम्मीदवार वनिता राउत का ये चुनावी वादा तारो तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। उनका वादे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वनिता ने दावा कि किया है कि अगर वह 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता में आती हैं तो लोगों को सब्सिडी वाली व्हिस्की और बीयर दी जाएगी।

जीती तो सब्सिडी पर दिलवाऊंगी बीयर और व्हिस्की

अखिल भारतीय मान्यता पार्टी की उम्मीदवार वनिता राउत ने अपने "गरीब मतदाताओं" के लिए ये वादा किया है। वनिता राउत ने कहा है "जहां गण, वाह बीयर बार। यही मेरे मुद्दें हैं यानि जहाँ गाँव है, वहाँ बीयर बार है। ये मेरे चुनावी मुद्दे हैं। उन्होने कहा कि राशन प्रणाली के जरिए आयातित शराब दी जाएगी। राउत ने कहा कि पीने वाले के साथ-साथ विक्रेता के पास भी लाइसेंस होना चाहिए। वनिता राउत ने कहा कि बेहद गरीब लोग कड़ी मेहनत करते हैं और केवल शराब पीने से ही सुकून मिलता है। गरीबी के चलते वे गुणवत्तापूर्ण व्हिस्की या बीयर का खर्च वहन नहीं कर सकते। उन्हें केवल देशी शराब पीने को मिलती है और उनके सेवन की मात्रा की कोई सीमा नहीं होती है, इसलिए उनको नुकसान होता है। 

लोकसभा उम्मीदवार ने वायदे से चौंकाया

मैं चाहती हूं कि वे इंपोर्टेड शराब का अनुभव करें और इसका आनंद लें। वनिता राउत ने कहा कि वह चाहती हैं कि शराब से जुड़ी अपराधबोध की भावना को समाज के मानस से मिटा दिया जाए। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब वनिता राउत चुनाव लड़ रही हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में, उन्होंने नागपुर से चुनाव लड़ा, जबकि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उन्हें चिमूर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा गया था। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने 2019 के चुनावों के दौरान यही चुनावी वादा किया था, चुनाव अधिकारियों द्वारा एक कार्रवाई में उनकी जमानत जब्त कर ली गई थी।

 

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