Amethi Viral Video : उत्तर प्रदेश का अमेठी. एक टेबल पर बैठा युवा जोगी. बगल में बैठी दो महिलाएं. ये जोगी भिक्षा मांगते हुए उस गांव में पहुंचा जहां कभी उसका बचपन बीता था. पर सौतेली मां और पिता की फटकार से 22 साल पहले वो घर छोड़कर लापता हो गया था. उसकी काफी तलाश हुई. पर वो नहीं मिला. अब इतने सालों बाद जब मिला भी तो जोगी के रूप में. वही शक्ल सूरत. हाव भाव. कुछ खास नहीं बदला था. लेकिन बदल गया था उसका पहनावा. उसका बर्ताव. अब वो जोगी के भेष में था. संन्यास ले चुका था. अपनी ही बुआ और घरवालों से वो भिक्षा मांगने आया था. अपने गुरुजी के साथ. उसे देखते ही सबसे पहले बुआ और दादी ने पहचान लिया. लेकिन उसकी पहचान की पुष्टि के लिए उसके बदन पर एक निशान को देखा गया जो बचपन में ही था. वो निशान भी मिल गया. फिर क्या था.
22 साल से लापता लड़का जोगी बन भिक्षा मांगते अपने ही गांव पहुंचा, बुआ-दादी ने ऐसे पहचाना, रोने लगीं, पूरा गांव आंसुओं में डूबा, आखिर में जो हुआ वो इमोशनल कर देगा
ADVERTISEMENT
07 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 16 2024 1:00 PM)
Amethi jogi viral video : पिंकू को 11 साल की उम्र में सौतेली मां ने डांटा था. उसने घर छोड़ दिया. अब 22 साल बाद वो जोगी बन लौटा गांव. दादी-बुआ रोती रहीं. पर वो जोगी ही बना रहा और लौट गया. देखें बेहद इमोशनल वीडियो.
एक तरफ घरवालों का खोया हुआ बच्चा. प्यारा दुलारा. जो लापता होने के 22 साल बाद मिला था. तो दूसरी तरफ उस लड़के का संन्यास ग्रहण करना. अपने गुरुजी के संस्कार. बुआ और दादी रोते हुए कहतीं कि अब घर आ जाओ. हमलोग के साथ रहो. पर वो कहता नहीं. अब वो जोगी बन चुका है. अपने गुरुजी को नहीं छोड़ सकता. फिर वो सारंगी बजाने लगता है. वो बेहद करुण स्वर में गाना गाता है. बुआ और दादी के प्यार और उनकी यादों से जुड़ी बातें कहता है. सभी की आंखों में आंसू आ जाते हैं. रोते हैं. कोई आंखें से आंसू छुपाता है. तो कोई आंसू पोछते हुए गुहार लगाता है. लेकिन 22 साल से गुमनाम जिंदगी गुजार रहा वो जोगी अब फिर से उस आम जिंदगी को शुरू करे. पर उसने मना कर दिया. आखिर में लाख मनाने के बाद भी वो अपने गुरुजी के साथ गांव में भिक्षा मांगने के बाद लौट गया. ये पूरा वीडियो आपकी आंखों में आंसू ला देगा.
ADVERTISEMENT
11 साल की उम्र में घर छोड़ दिया पिंकू ने
ये मामला अमेठी के जायस थाना एरिया के खरौली गांव का है. जोगी बनकर लौटे लड़के के पिता का नाम रतिपाल सिंह है. जोगी के बचपन का नाम पिंकू है. वो अपनी मां और पिता के साथ बचपन में ही दिल्ली रहने आया था. लेकिन यहां रहते हुए मां की मौत हो गई. तब पिता ने दूसरी शादी कर ली. पिंकू की सौतेली मां का नाम भानुमती है. ये मामला साल 2002 का है. उसी साल पिंकू दिल्ली स्थित अपने घर से लापता हो गया. गायब होने से पहले रतिपाल ने पिंकू को कंचा खेलने की जिद पर पीटा था. उसी दौरान सौतेली मां भानुमती ने भी काफी डांट लगाई थी. इसी से पिंकू काफी आहत हुआ था. इसलिए 11 साल की उम्र में उसने अपना घर छोड़ दिया. इसके बाद पिंकू की मुलाकात एक साधु से हुई. फिर उसने दीक्षा लेकर जोगी बन गया. तब से वो उनके संरक्षण में ही है.
अयोध्या रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद गांव में भिक्षा मांगने आया था
बताया जा रहा है कि 11 साल की उम्र से घर से निकलने के बाद परिवार ने उसकी काफी तलाश की. लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला. अब करीब 22 साल बाद जब उसकी उम्र 33 साल हो गई तब अचानक वो जोगी के रूप में उसी गांव में पहुंचा. असल में पिंकू जोगी का भेष बनाकर अपने गांव में भिक्षा मांगने आया था. उसे देखते ही परिवार के लोग हैरान रह गए. पिंकू ने पहले पूरे गांव की परिक्रमा की और फिर अपने घर भिक्षा मांगने चला गया. उसके पिता और सौतेली मां दिल्ली में थे तो गांव में रहने वाली मौसी ने उन्हें बुला लिया. पिंकू के शरीर पर चोट के निशान से उसकी पहचान की गई. पिंकू ने बताया कि घर से गायब होने के बाद उसकी मुलाकात दिल्ली में रहने वाले एक साधु से हुई थी. तब से वो जोगी बन गया और उन्हीं की दीक्षा पर काम कर रहा है. अब वो सामान्य जिंदगी में नहीं लौट सकता है. 22 जनवरी को वह रामलला के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या आये थे. इसके बाद वह अपने गांव में भिक्षा मांगने आये.
ADVERTISEMENT