Haryana Nooh Violence: मेवात के नूंह को हिंसा की आग में झुलसाने में जिन दो लोगों को एक विलेन की तरह पुकारा जा रहा है उनमें एक नाम तो मोनू मानेसर का है, जबकि दूसरा नाम है बिट्टू बजरंगी का। और कहा जा रहा है कि इन्हीं के भड़काऊ वीडियो ने सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक बवाल मचा दिया है। बताया यही गया है कि इनके दोनों वीडियो यहां शुरू हुई हिंसा के पहले के हैं। यानी जो कुछ भी हुआ वो सब कुछ इनके वीडियो आने के बाद ही हुआ है। लेकिन इन दोनों की अपनी अपनी दलील है और इल्जामों से पीछा छुड़ाने के लिए अपनी अपनी सफाई।
Video: ये है हरियाणा की हिंसा का मेन विलेन, सुनिए क्या कह रहा है बिट्टू बजरंगी
ADVERTISEMENT
03 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 3 2023 2:35 PM)
Haryana Nooh Violence: गौर करने वाली बात ये है कि इस पूरे किस्से के सबसे बड़े विलेन के तौर पर उभरकर सामने आए बिट्टू बजरंगी ने नूंह के लोगों को जमकर कोसा।
बिट्टू बजरंगी का वायरल वीडियो
ADVERTISEMENT
सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी के वीडियो भी वायरल हो गए हैं। अब यहां गौर करने वाली बात ये है कि इस पूरे किस्से के सबसे बड़े विलेन के तौर पर उभरकर सामने आए बिट्टू बजरंगी ने नूंह के लोगों को जमकर कोसा और उन्हें गालियां भी सुनाईं। जरा बिट्टू बजरंगी की वायरल हो रही बातों पर गौर कीजिए, ‘ ये बोलेंगे कि बताया नहीं कि हम ससुराल आए और मुलाकात नहीं हुई, फूल माला तैयार रखना, जीजा आ रहे हैं, बिलकुल 150 गाड़ियां हैं’। इस वीडियो के दौरान बिट्टू बजरंजी अपने समर्थकों के साथ नज़र आ रहा है। बिट्टू बजरंगी कहता है कि इस वक़्त वो फरीदाबाद के पाली में है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि बिट्टू का ये वीडियो हिंसा वाले दिन यानी 31 जुलाई की सुबह का है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो नज़र आ रहे हैं जिसमें बिट्टू बजरंगी घूमता नज़र आ रहा है। वीडियो में बिट्टू वजरंगी ये दावा करता सुना जा सकता है कि वो मेवात आ रहा है। और हिसा से पहले सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो जमकर फैलाए गए।
आजतक की टीम ने बिट्टू बजरंगी को ढूंढ़ निकाला
इसी बीच आजतक की टीम ने बिट्टू बजरंगी को ढूंढ़ निकाला और उससे बातचीत भी की। जब बिट्टू से कहा गया कि नूंह में हिंसा फैलाने के सिलसिले में उनका नाम लिया जा रहा है, तो बिट्टू बजरंगी ने अपने ऊपर लगे तमाम इल्जामों को ठुकराते हुए इसे अपने खिलाफ साजिश बताया। इतना ही नहीं बिट्टू ने तो सीधे सीधे पुलिसवालों को ही नूंह की हिंसा के लिए कसूरवार ठहरा दिया। बिट्टू ने उलटा तर्क ये दिया कि अगर उसके कहने से दंगा भड़का तो दूसरा पक्ष कैसे हथियारों से लैस था। लिहाजा इस सारे किए धरे के लिए कोई और नहीं पुलिस जिम्मेदार है।
पूजा के लिए थीं तलवारें
बिट्टू बजरंगी ने यात्रा में शामिल लोगों के पास हथियार होने के सवाल पर कहा कि यात्रा में शामिल कुछ लोगों के पास तलवारें थीं और कुछ लोगों के पास बंदूकें भी थीं, लेकिन सभी बंदूकें लाइसेंसी थीं...और तलवारों का इस्तेमाल तो पूजा के लिए किया जाता है। ये वो तलवारें थीं जिन्हें शादी ब्याह में इस्तेमाल करते हैं...सब दिखावटी...इनका इस्तेमाल किसी को काटने या हत्या करने के लिए नहीं था।
धमकी के जवाब में जारी किया वीडियो
बिट्टू बजरंगी से जब वायरल वीडियो के बारे में पूछा गया तो उसने टका सा जवाब देते हुए कहा कि उसने सिर्फ उन लोगों को जवाब दिया जो उसे धमकी दे रहे थे। कितने हैरत की बात है कि बिट्टू बजरंगी का जो वीडियो वायरल हो रहे हैं उनमें से एक वीडियो में बिट्टू बजरंगी भगवा कपड़ों में नज़र आ रहा है और बैकग्राउंड में गाना बज रहा है, गोली पे गोली चलेगी...बाप तो बाप रहेगा’।
बुलडोजर चलना चाहिए
इसके बाद बिट्टू बजरंगी ने योगी के बुलडोजर मॉडल की वकालत करते हुए कहा कि हरियाणा की सरकार भी उपद्रवियों के खिलाफ बुलडोजर का एक्शन होना चाहिए। इन्हें तो एनकाउंटर में मारना चाहिए।
ADVERTISEMENT