कत्ल की ये दो हैरान करने वाली कहानी, शम्स ताहिर खान से जानिए पूरी वारदात

14 Jun 2023 (अपडेटेड: Jun 14 2023 11:30 AM)

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Murder Case: एक महिला अपनी मां की लाश एक बड़े से ट्रॉली बैग में लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचती है, वहीं दूसरी ओर आगरा से एक और कत्ल सामने आता है, पूरा मामला जानने के लिए देखिए शम्स ताहिर खान की ये रिपोर्ट.

Vardaat Murder Full Story: जूतों के कारोबार करने वाले उदित बजाज की 15 साल की बेटी दोपहर को बाजार जाने की बात कह कर घर से निकली और देर तक नहीं लौटी। बेटी के नहीं आने पर उदित की पत्नी अंजलि ने बेटी को फोन किया। बेटी ने व्हाट्स एप पर अपनी मां से कहा कि वो ककरैठा के बनखंडी मंदिर के पास है। वो आएं और उसे अपने साथ घर ले जाएं। बेटी से बात हो जाने के बाद अंजलि उसे लेने घर से निकली अपने पति उदित बजाज को साथ लेकर बनखंडी मंदिर पहुंच गई। लेकिन अभी दोनों पति-पत्नी मंदिर तक पहुंचे ही थे कि तब तक पिता उदित के मोबाइल फोन पर बेटी का मैसेज आ गया कि वो बनखंडी मंदिर से निकल कर सिकंदरा चौराहा पहुंच गई है। इसलिए वो उसे लेने सिकंदरा चौराहा चले आएं। अब पिता उदित बजाज ने पत्नी अंजलि को बनखंडी मंदिर के पास छोड़ा और बेटी को लेने सिकंदरा चौराहे की ओर निकल पडे। लेकिन अभी वो सिकंदरा चौराहा पहुंचे ही थे कि बेटी ने उन्हें फोन पर बताया कि वो अपने घर शास्त्रीपुरम पहुंच गई है, इसलिए अब उन्हें गुरु के ताल आने की जरूरत नहीं है।

Crime News: उदित थोड़ा झुंझलाए तो जरूर, लेकिन बेटी से बातचीत होने के बाद वो अपनी बीवी को पिक करने के लिए एक बार फिर से बनखंडी मंदिर की ओर गए। लेकिन वहां जाकर उन्हें तब हैरानी हुई, जब उन्होंने देखा कि अंजलि तो मंदिर में है ही नहीं। उन्होंने अंजलि को आस-पास ढूंढा और उसे फोन करना शुरू कर दिया। लेकिन कई बार फोन लगाने के बावजूद उनकी अंजलि से बात नहीं हो सकी। अंजली का फोन हर बार स्विच्ड ऑफ आ रहा था। इसके बाद उन्होंने कुछ नाते-रिश्तेदारों को भी फोन किया और जब अंजलि का कोई पता नहीं चला तो उन्होंने शाम तक इंतजार करने का फैसला किया। अंजलि जब शाम तक घर नहीं लौटी तो बुधवार की रात को ही वो सिकंदरा थाने पहुंचे और उन्होंने अंजलि की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

Agra News: अब आगरा पुलिस भी अंजलि की तलाश में लग गई। शास्त्रीपुरम में उनके मकान से लेकर बनखंडी मंदिर तक के 9 किलोमीटर के पूरे फासले की स्कैनिंग शुरू की गई। लेकिन बुधवार रात के बाद गुरुवार का पूरा दिन निकल जाने के बावजूद अंजलि का कोई पता नहीं चला। उधर, गुरुवार की शाम होते-होते एक मनहूस खबर सामने आ गई। पुलिस को बनखंडी मंदिर के पास से ही किसी मुसाफिर ने फोन कर बताया कि मंदिर से थोड़ी दूर जंगल के अंदर नाले के पास एक महिला की लाश पड़ी है। अब सिकंदरा थाने की पुलिस फौरन मौका ए वारदात पर पहुंची और लाश का मुआयना किया। ये लाश अंजलि की ही थी। असल में अंजलि के पति ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए पुलिस को उसका हुलिया तो बताया ही था, उसकी तस्वीर भी सौंपी थी और जब पुलिस ने मंदिर के पास मिली इस लाश से अंजलि की तस्वीर मिलाई, तो वो हु ब हू मिल गई।

लाश पर चाकुओं के कई निशान थे। साथ ही गला भी कटा हुआ था। अंजलि जिस तरह रहस्यमयी हालत में मंदिर के पास से गायब हुई थी और जिस तरह चाकुओं से वार कर उसकी जान ली गई थी, उसे देख कर साफ था कि किसी ने पूरी तैयारी से गहरी साजिश रच कर अंजलि की हत्या की है। लेकिन आखिर वो कौन हो सकता था? गुमशुदगी का मामला अब कत्ल के मामले में तब्दील हो चुका था और पुलिस जांच शुरू कर चुकी थी। पुलिस को लगा कहीं ऐसा तो नहीं कि उदित के किसी कारोबारी दुश्मनी की वजह से तो उसकी पत्नी अंजलि का कत्ल हो गया। लेकिन इसी नतीजे पर पहुंचने के लिए उसे सबूतों की दरकार थी।

इस कड़ी में सबसे पहले पुलिस ने अंजलि और उसके पति उदित के मोबाइल नंबरों की ही जांच की। लेकिन उन दोनों के फोन में सिवाय एक बात के कोई भी अजीब चीज़ नजर नहीं आई। पुलिस ने देखा कि वारदात वाले दिन यानी बुधवार 7 जून को अंजलि की बेटी ने अपनी मां को घर से बुलाने के लिए 1 घंटे और 36 मिनट में अपनी मां के नंबर के अलावा एक और नंबर पर कुल 47 कॉल किए थे। जी हां, 47 कॉल। अब पुलिस ने बेटी का मोबाइल फोन कब्जे में लिया और उसकी जांच शुरू कर दी। लेकिन पुलिस को तब और हैरानी हुई, जब उसने देखा कि बेटी ने अपने मोबाइल फोन के तमाम चैट्स और कॉल लिस्ट सब डिलिट कर दिया है। अब पुलिस का शक इस नाबालिग बेटी पर और गहरा गया था। उसे लगने लगा कि कुछ तो है जो वो लड़की छुपाना चाहती है।

Murder Full Story: पुलिस ने अब लड़की के मोबाइल फोन की और गहराई से जांच शुरू की। और इस बार पुलिस को उसके मोबाइल फोन में कुछ ऐसी चीजें नजर आईं, जिन्हें देखने के बाद पुलिस को लगने लगा कि उसकी तफ्तीश सही दिशा में आगे बढ़ रही है। पुलिस ने देखा कि उसके मोबाइल फोन में एक लड़के के साथ लड़की की कई तस्वीरें मौजूद हैं। कुछ उसके सोशल मीडिया पोफाइल पर और कुछ गैलरी में। अब पुलिस ने लड़की से उस लड़के के बारे में पूछताछ की। लड़की ने बताया कि लड़के का नाम प्रखर गुप्ता है, जो आगरा के ही दयालबाग इलाके में रहता है। हालांकि पुलिस के ये पूछने पर कि क्या लड़का उसका ब्वॉयफेंड है? लड़की ने जवाब ना में दिया। लेकिन लड़की के फोन में मौजूद तस्वीरों को देख कर पुलिस को प्रखर के बारे में शक तो हो ही चुका था।

अब पुलिस ने बड़ी खामोशी से प्रखर के बारे में पता करना शुरू कर दिया। सबसे पहले तो पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर यानी कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकाल कर यही देखने की कोशिश की कि वारदात वाले दिन यानी बुधवार 7 जून को वो कहां था? और पुलिस ये देख कर चौंक गई कि जिस वक्त बनखंडी मंदिर के पास अंजलि अपने पति के साथ पहुंची थी और जिस वक्त वो मंदिर के पास से गायब हुई, उस समयावधि में यानी उस टाइमफेम में प्रखर का तो नहीं, लेकिन एक और मोबाइल नंबर बनखंडी मंदिर के पास मौजूद था। यानी वारदात के वक्त अंजलि की और उस गुमनाम नंबर के मोबाइल फोन की लोकेशन एक ही जगह पर थी। दोनों फोन एक ही टावर से कनेक्टेड थे। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि ये नंबर गंजडुंडवारा के रहनेवाले शीलू नाम के किसी लड़के का है। लेकिन वारदात के वक्त इसी नंबर पर प्रखर का इंस्टाग्राम और लड़की व्हाट्स अप दोनों चल रहा था। यानी इस नंबर का अंजलि के कत्ल से डायरेक्ट कनेक्शन था। अब पुलिस ने शीलू के बारे में पता लगाया, जो प्रखर का दोस्त निकला।

अब पुलिस ने बगैर देर किए प्रखर और शीलू दोनों को इंटरसेप्ट कर लिया। दोनों पकड़ लिए गए। पुलिस की हिरासत में पहले पहले तो दोनों ने पुलिस को बरगलाने की कोशिश की। तमाम झूठी सच्ची कहानियां सुनाईं, लेकिन जब पुलिस ने उनका सबूतों से सामना करवाया, तो दोनों टूट गए और ये मान लिया कि उन्होंने ही प्रखर की गर्लफेंड की मां अंजलि की चाकू मार कर गला कर हत्या की थी। लेकिन इसके बाद दोनों ने बात कही, उसने पुलिस के साथ-साथ अंजलि के परिवार को भी सन्नाटे में डाल दिया। दोनों ने बताया कि अंजलि के कत्ल की इस साजिश में उनकी 15 साल की बेटी भी शामिल थी और वारदात को अंजाम देने के पहले से लेकर वारदात को अंजाम देने के दौरान भी वो पल-पल प्रखर और शीलू का साथ देती रही।

लेकिन 15 साल की एक छोटी सी लड़की का अपने ही मां के कत्ल में शामिल होना जितना हैरान करनेवाला है, जिस वजह से उसने और उसके ब्वॉयफेंड ने इस वारदात को अंजाम दिया, वो भी कम चौंकानेवाली नहीं है। पुलिस की मानें तो अपनी बेटी का मोबाइल फोन देखने के दौरान कुछ रोज पहले अंजलि और उदित को ये पता चल गया कि उनकी बेटी प्रखर नाम के किसी लड़के से मिल रही है। इस पर अंजलि ने बेटी पर पाबंदियां लगाने की शुरुआत कर दी। इसी कड़ी में वारदात से करीब 20 रोज़ पहले अंजलि ने अपनी बेटी से कह दिया कि अगर उसने प्रखर से मिलने का सिलसिला बंद नहीं किया, तो वो प्रखर की पुलिस में शिकायत कर उसे जेल भिजवा देगी। अंजलि ने ये बात अपने पेमी प्रखर को बताई और प्रखर ने उसी दिन से अंजलि को रास्ते से हटाने का प्लान बनाना शुरू कर दिया। लेकिन हैरानी की बात ये रही कि खुद अंजलि की बेटी भी इसके लिए राजी हो गई और अपनी मां के मर्डर में उसने ब्वॉयफेंड का पूरा साथ दिया।

इस काम अकेले अंजाम देना प्रखर के लिए मुश्किल था। ऐसे में उसने अपने एक दोस्त शीलू को वारदात में उसका साथ देने के लिए राजी किया। और बदले में उसे एक मोटी रकम देने का वादा भी किया। इसके बाद तय प्लान के मुताबिक वो सही मौके की तलाश करने लगे। 7 जून को पहले से तय पोगाम के मुताबिक पहले अंजलि की बेटी घर से बाहर निकली और उसने अंजलि को धोखे से बनखंडी मंदिर के पास बुला लिया। असल में बनखंडी मंदिर के पास का इलाका जंगली है, जहां कत्ल जैसी वारदात को अंजाम देना शहर के किसी भीड़-भाड़ वाली जगह के मुकाबले आसान था। और इसी साजिश के तहत प्रखर और शीलू पहले से ही बनखंडी मंदिर के पास जंगलों में छुप कर बैठ गए। प्रखर वेब सीरीज देखने का शौकीन था। उसे पता था कि मोबाइल फोन से वो पकड़ा जा सकता है, इसलिए उसने पकड़े जाने से बचने के लिए कत्ल के वक्त खुद अपना मोबाइल फोन यूज नहीं किया, बल्कि दोस्त के मोबाइल फोन में अपना इंस्टा और गर्लफेंड का व्हाट्स एप चला रहा था।

बेटी के बुलाने पर मां तो मंदिर के पास पहुंच गई, लेकिन जब उन्होंने देखा अंजलि अपने पति उदित के साथ मंदिर तक आई है, तो फिर घात लगाए बैठे प्रखर और शीलू को झटका लगा। प्रखर ने अब फौरन अंजलि की बेटी यानी अपनी गर्लफेंड को फोन किया और अपने पति को वहां से हटाने को कहा। इस पर बेटी ने पिता को फोन कर अपने बनखंडी मंदिर से दूर खुद को सिकंदरा चौराहे से पिक करने की बात कही। इधर, उदित अंजलि को छोड़ अपनी बेटी को पिक करने निकले और उधर, बेटी के ब्वॉयफेंड ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अंजलि का जंगल में चाकुओं से गोद कर कत्ल कर दिया। और लाश नाले के किनारे फेंक कर फरार हो गए।

Murder Full Story:
नीले रंग का यही वो सूटकेस है, जिसे लेकर एक महिला सोमवार को बेंगलुरू के माइको ले आउट पुलिस स्टेशन में पहुंची. इसके बाद लड़की ने थाने में मौजूद पुलिस अफसरों से जो कुछ कहा, उसे सुन कर पूरे थाने में सन्नाटा खिंच गया. कुछ देर के लिए पुलिसवालों को भी समझ में नहीं आया कि आखिर वो करे तो क्या करे और महिला के साथ कैसे पेश आएं. असल में महिला का कहना था कि इस सूटकेस में उसकी मां की लाश पैक है, जिसकी उसने खुद अपने हाथों से हत्या कर दी है. लेकिन चूंकि वो पुलिस और कानून से भागना नहीं चाहती है, इसलिए वो अपनी मां की लाश के साथ ही थाने पहुंच गई है. पुलिस वालों को पहले तो महिला की बातों पर यकीन नहीं हुआ. लेकिन जब महिला ने जोर देकर अपनी बात दोहराई और पुलिस ने सूटकेस को खुलावाया तो बात बिल्कुल सही निकली. सूटकेस में एक बुजुर्ग महिला की लाश पैक थी.

तकीबन 39 साल की महिला का नाम सेनाली पाल है, जिसने बताया कि उसने अपनी मां और सास के बीच होनेवाले रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर अपनी मां विभा पाल की जान ले ली. असल में सेनाली अपने पति, मां और सास के साथ एनएसआर गीन सोसायटी में रहती थी. जहां उसकी मां और सास के बीच अक्सर लड़ाइयां होती थीं. इन लड़ाइयों के चलते कुछ रोज पहले उसकी मां ने नींद की गोलियां खाकर जान दे देने की धमकी भी दी थी. जिसके बाद सोमवार को सेनाली ने पहले खुद ही अपनी मां को धोखे से नींद की 20 गोलियां खिला दीं और जब एक साथ इतनी सारी गोलियां खाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई तो उसने खुद अपने हाथों से गला घोंट कर उनकी जान ले ली. वारदात के वक्त महिला का पति अपने घर में नहीं था, जबकि सास अपने कमरे में बंद थी और उन्हें बेटी के हाथों हुए मां के कत्ल का पता ही नहीं चला. पुलिस ने फिलहाल बेटी सेनाली पाल को गिरफ्तार कर लिया है. लाश बरामद कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है.
 

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