Atiq Ahmed Murder: अतीक और अशरफ (Atiq-Ashraf) के कत्ल की इन तस्वीरों को तो सबने देखा। सबने देखा कि कैसे चंद सेकंड्स में तीन शूटरों (Shooters) ने देखते ही देखते दोनों भाइयों को गोलियों से छलनी कर दिया। लेकिन अब इन्हीं तस्वीरों को देख कर पुराने पुलिस ऑफिसर्स और शूटिंग के एक्सपर्ट्स ने जो खुलासा किया है, वो चौंकानेवाला है। अपने-आप में काफी कुछ कहती है। पुलिस की नौकरी में रहते हुए बेशुमार फायरिंग करने वाले और शूटिंग को ही खेल और पेशे के तौर पर अपनानेवाले कुछ एक्सपर्ट्स ये मानते हैं कि इस तरह से कोई शूटर तभी गोलियां चला सकता है, जब उन्होंने ऐसे काम के लिए लंबी तैयारी की हों और पैक्टिस के तौर पर सैकडों राउंड गोलियां चलाई हों। और ये सबकुछ बगैर टेनिंग के मुमकिन नहीं है। तो आज वारदात में इस वारदात की फेम-दर-फेम तस्वीरों को देख कर ये समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर फायरिंग के एक्सपर्ट्स के ऐसा करने के पीछे की वजह क्या है। अतीक और अशरफ पर हमला करनेवाले तीन लडके यानी लवलेश तिवारी, सन्नी सिंह और अरुण मौर्य को ये पता था कि उनके दोनों टारगेट पुलिसवालों से घिरे हैं और यहां तक कि पुलिसवालों के भी खतरनाक हथियार मौजूद हैं। इसके बावजूद जिस तरह से घात लगा कर उन्होंने अचानक इस वारदात को अंजाम दिया, उसे देख कर लगता है कि उन्होंने ना सिर्फ हमला करने से पहले पूरी और लंबी तैयारी की, बल्कि मानसिक तौर पर भी खुद को काफी मजबूत किया होगा। वारदात को अंजाम देने के दौरान शूटर्स की पोजिशन भी काफी अहमियत रखती है। और जिस तरह तीनों ने मौका-ए-वारदात पर अपनी पोजिशन ली और तीन तरफ से घेर कर दोनों भाइयों को निशाना बनाया, वो भी उनकी तैयारी की तरफ इशारा करता है।
शूटर्स ने लगातार एक हाथ से गोली चलाकर सेकेंड में आखिर कैसे ढ़ेर कर दिए दोनों माफिया
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20 Apr 2023 (अपडेटेड: Apr 20 2023 11:55 AM)
Atiq Ahmed Murder: शूटर्स ने लगातार एक हाथ से गोली चलाने से ये तो साबित कर दिया कि काफी तजुर्बा लेकर आए थे.
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Atiq Ahmed Murder:खास बात ये रही कि कोई कॉस फायरिंग ना हो और गोली टारगेट के अलावा किसी दूसरे को ना लगे, शूटर्स ने इस बात का भी पूरा ख्याल रखा। वारदात की तस्वीरों से साफ है कि शूटर्स लगातार एक हाथ से गोली चला रहे थे। ऐसा आम तौर पर तभी होता है, जब उन्हें शूटिंग का अच्छा-खासा तजुर्बा हो। वरना फायरिंग के झटके से निशाना चूकने का खतरा रहता है और इसीलिए अक्सर शूटर्स को दोनों हाथों का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। लेकिन लगातार एक हाथ से गोली चलाना उनके पोफेशनल होने का सबूत है। फिर शूटिंग के दौरान उनके सिर का बिल्कुल अपने कंधे के सीध में होना, बाहों का बिल्कुल लंबा होना और कमर का झुका होना भी इस बात की तरफ इशारा करता है कि उन्होंने शूटिंग के लिए किसी एक्सपर्ट से टैनिंग जरूर ली होगी या फिर उसे फॉलो किया होगा। शूटर्स ने ना सिर्फ बिल्कुल प्वाइंट ब्लैंक रेज से अपने टार्गेट यानी अतीक और अशरफ को हिट किया, बल्कि इस दौरान उन्होंने बगैर देर किए दोनों के वाइटल बॉली पार्ट्स को निशाना बनाया, ताकि दोनों के बचने की कोई गुंजाइश ही ना रहे। एक शूटर ने जहां अतीक के सिर पर पिस्टल सटा कर गोली चलाई, वहीं दूसरे शूटर ने अशरफ को ऐसी जगह पर हिट किया, जिससे गोली बिल्कुल उसके दिल और गर्दन में लगी। और इन तीनों से किसी एक जगह पर लगनेवाली गोली भी आसानी से किसी की मौत की वजह बन सकती है। जाहिर है शूटर्स को इसकी भी अच्छी समझ थी। एक्सपर्ट्स की मानें तो इन शूटर्स का फायरिंग पैटर्न भी बिल्कुल पेशेवराना था। उन्होंने अपने टार्गेट यानी अतीक और अशरफ के नीचे जमीन पर गिर जाने के बावजूद तब तक फायरिंग की, जब तक वो इस बात से कनविंस नहीं हो गए कि अब उनके बचने की कोई गुंजाइश नहीं है।
और इसके लिए उन्होंने महज 18 से 20 सेकंड का वक्त लिया, जो अपने-आप में शूटर्स के काफी एक्सपर्ट होने की तरफ इशारा करता है। तीनों की किमिनल हिस्ट्री बताती है कि इस वारदात को अंजाम देने से पहले भी तीनों का जुर्म की दुनिया से पुराना वास्ता रहा है। लेकिन इनमें एक मोहित उर्फ सन्नी को छोड दें और कोई हिस्ट्रीशीटर नहीं है। यानी उन पर बहुत ज्यादा मुकदमे दर्ज नहीं हैं। लेकिन वारदात की तस्वीरें बताती हैं कि एक हिस्ट्रीशीटर होने के अपने टैक रिकॉर्ड के मुताबिक ही सन्नी ने ना सिर्फ दायें बल्कि बायें हाथ से भी गोली चलाई। जो अपने-आप में अनोखी बात है। जाहिर है पुलिस को इस बात का शक पहले दिन से है कि इस वारदात के पीछे सिर्फ इन तीनों का नहीं, बल्कि किसी और हैंडलर या मास्टरमाइंड का भी हाथ है। शूटिंग के तौर तरीके से अलावा पूरी वारदात को अंजाम देने के उनके अंदाज और उनके पास मौजूद अस्लहों से भी इस बात का इशारा मिलता है। ऐसे में पुलिस को इन सारी कडियों को जोड कर इसकी साजिश का खुलासा करना है। इस बीच तफ्तीश में तीनों शूटर्स को लेकर तरह-तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं।
Atiq Ahmed Murder:बांदा के रहनेवाले शूटर लवलेश तिवारी के बारे में पता चला है कि इससे पहले उस पर छेडछाड, फायरिंग, मारपीट समेत कुछ गुनाहों के चार मुकदमे दर्ज रहे हैं और उसकी आदतों की वजह से घरवाले उससे दूरी बनाते रहे हैं। घरवाले बताते हैं कि इस वारदात से करीब 15 दिन पहले से वो नौकरी की तलाश कर रहा था। इसके लिए उसने मोहल्ले के ही एक जूते की दुकान के मालिक से बात भी की थी। लेकिन काम ना मिलने पर वो करीब हफ्ते भर पहले काम की तलाश में घर से निकल गया और अचानक ही घरवालों के साथ-साथ मोहल्ले के तमाम लोगों ने उसे टीवी पर अतीक और अशरफ पर गोलियां चलाते हुए देखा। जाहिर है लवलेश इतने दिनों तक कहां रहा, इससे पहले वो किस-किस के संपर्क में रहा, कैसे उसने अपने बाकी साथियों के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग की, इन सारे सवालों का जवाब सामने आना अभी बाकी है।
पुलिस एक तरफ जहां पुलिस उमेश पाल के कत्ल में साबिर, गुड्डू मुस्लिम, अरमान और अतीक की बीवी शाइस्ता की तलाश कर रही है, वहीं दूसरी तरफ वो अतीक और अशरफ के कत्ल के मामले में तीनों शूटर्स से साजिश का पूरा सच उगलवना चाहती है। कुछ इसी इरादे से पुलिस ने अतीक और अशरफ पर गोली चलानेवाले तीनों लडकों लवलेश तिवारी, सन्नी सिंह और अरुण मौर्य को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है, वहीं वो बाकी मुल्जिमों का भी लगातार पीछा कर रही है।
Atiq Ahmed Murder:पुलिस की तफ्तीश के इन तमाम पहलुओं पर करेंगे बात, लेकिन पहले अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन की ये सीसीटीवी फुटेज देखिए, जो पुलिस को पयागराज के करीब कौशांबी जिले के कछार इलाके से मिली है। इस फुटेज में शाइस्ता रात के वक्त साबिर समेत आठ दस लोगों के साथ कहीं जाती हुई दिखाई दे रही है। तस्वीरों से साफ है कि शाइस्ता के साथ पांच छह बुर्कानशीं महिलाएं भी चल रही हैं, जबकि उमेशपाल के शूटआउट में शामिल रहा साबिर भी उसके साथ है। ऐसे में पुलिस के लिए अब शाइस्ता, साबिर उनके इन मददगारों तक पहुंचने की चुनौती है। पुलिस सूत्रों की मानें तो अतीक की बीवी लगातार ना सिर्फ़ अपना लोकेशन, बल्कि अपने मोबाइल फोन का सिम कार्ड और यहां तक कि हैंडसेट भी बदल रही है। ताकि पुलिस के लिए उसे लोकेट करना पाना मुमकिन ना हो।
अब ये नया वीडियो देखिए। ये वीडियो अतीक के गुर्गे और बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम ने अतीक के बेटे असद की ओर से भेजे जाने की बात कही है। मुस्लिम का कहना है कि असद ने उमेश पाल के कत्ल से पहले वसूली के लिए उसे ये वीडियो भेजा था। असद मुस्लिम से 5 करोड रुपये मांग रहा था। असल में असद ये वीडियो भेज कर उसे डराने की कोशिश कर रहा था। बाद में इसी पिस्टल से उसने उमेशपाल पर भी गोली चलाई थी। वीडियो में 9 अक्टूबर को कोल्ट पिस्टल चेक करने की तस्वीरें कैद हैं। पुलिस का कहना है कि उसे ये वीडियो असद के मोबाइल फोन से भी मिला है। अतीक और अशरफ के कत्ल को लेकर पुलिस के पास कई सवाल हैं। जिनके जवाब जानने के लिए पुलिस ने तीनों को चार दिनों की रिमांड पर लिया है। पुलिस जानना चाहती है कि चूंकि इस वारदात के कई पहलू ऐसे हैं, जिन पर गौर करने के बाद ये लगता है कि शूटर्स के साथ इस मामले में उनके हैंडलर या मददगार भी जरूर शामिल होंगे। और अगर वो मौका ए वारदात या उसके आस-पास आया हो, उसकी तस्वीरें भी किसी ना किसी कैमरे में कैद हुई होंगी। पुलिस ने इस पहलू को खंगालने के लिए अब मौका ए वारदात के आसपास लगे करीब 40 सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिया है।
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